✍️ होली रे होली, रंगों की हमजोली
प्रेम भाव के इंद्रधनुष सी------
सदा भरी रहे सभी की झोली ।।
मुबारक हो आपको रंग,रोली और गुलाल का
तू-तू, मैं-मैं छोड़, आनन्द उठाओ मिल आज का ।।
हर चेहरे पर खुशियों का अघाड़ रंग चढ़ा है
ईष्या, द्वेष, भाव मूक बन इक ओर खड़ा है ।।
मिष्ठान्नों से घर , बाजार महक रहे हैं
घर - आंगन, गली - मोहल्ले
नटखट टोलियों से गूंज रहे हैं ।।
मौसम ने भी देखो, कैसे ली है अंगड़ाई
गर्मी ने दस्तक देकर सर्दी की कर दी बिदाई ।।
" ईश्वर करे हर घर चांदनी बहार बनकर आए,
सूरज की रोशनी शान और मान बढ़ाए ।।
सदा मुस्कुराती रहे हंसी, खुशी आपके चेहरे की
होली का ये पावन पर्व,
हर किसी पर ऐसा मेहरबान होकर आए " ।।🙏