shabd-logo

*** एक मासूम जान ***

2 अक्टूबर 2021

44 बार देखा गया 44

देखी ज़ब मैंने,
एक नन्ही सी मासूम जान,
कचरा बीनते हुए।
तो दिल भर आया देख उसे,
उसका वो मासूम बचपन छिनते हुए।😔
जहाँ हम रोकते हैं अपने बच्चों को,
एक ऊँगली लगाने के लिए।
वहीं वो मासूम नहाते हैं कचरे से,
दो जून कि पाने के लिये।
यही सोच मन उदास होता है।😔
पर वो मासूम कचरे में भी खास होता है।
देखती हूँ  ज़ब उसकी गंदी सूरत,
में वो भोली सी मूरत,
तो दिखती है मुझे वो,
ईश कि तरह ही खूबसूरत।❤
@ vineetakrishna

विनीता गुप्ता की अन्य किताबें

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

प्रभा मिश्रा 'नूतन'

बहुत गजब लिखा दीदी

23 फरवरी 2022

गीता भदौरिया

गीता भदौरिया

बहुत खूब💐💐💐

2 अक्टूबर 2021

16
रचनाएँ
मनप्रीत
0.0
मौलिक रचनाएँ
1

*** एक मासूम जान ***

2 अक्टूबर 2021
6
6
2

<p><span style="font-size: 1em;">देखी ज़ब मैंने,</span><br><span style="font-size: 1em;">एक नन्ही सी

2

💫उठ जाग मुसाफिर भोर भई 💫

3 अक्टूबर 2021
1
2
0

<div align="left"><p dir="ltr">😊उठ जाग मुसाफिर भोर भई,<br> अब रैन कहाँ जो सोवत है।<br> टुक नींद से

3

*** दुनिया तो एक है ***

3 अक्टूबर 2021
2
4
2

<div align="left"><p dir="ltr">आत्मा एक है।<br> शरीर एक है।<br> खून एक है।<br> खून का रंग एक है।<br>

4

*** स्वतंत्र दिवस, पंद्रह अगस्त ***

3 अक्टूबर 2021
3
3
1

<div align="left"><p dir="ltr">जन गण मन की धुन से झंकृत,<br> मन वीणा के तार हुए।<br> माँ भारती सजी ह

5

*** समय की मांग ***

4 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">रुक जा बंदे निकल न घर से,<br> यही समय की मांग रे ।<br> हिम्मत और हौसल

6

गुरु की महिमा

4 अक्टूबर 2021
1
0
1

<div align="left"><p dir="ltr">गुरु की महिमा जाने कौन,<br> गुरु ने सिखाया रहना मौन।<br> तन मन धन सब

7

***माटी की मनुहार ***

4 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">माटी की सुन लो मनुहार,<br> माटी का न करो व्यापार।<br> माटी है सोने की

8

***तारों के नीचे ***

4 अक्टूबर 2021
0
0
0

<div align="left"><p dir="ltr">याद आ रहा वो गुजरा जमाना,<br> भूला भूला सा कुछ आज।<br> ज़ब होती

9

***अबला नारी ***

4 अक्टूबर 2021
1
0
1

जिंदगी के सफर की,<div>मैं हूँ एक अबला नारी।</div><div>पर सबला बनकर जीती हूँ।</div><div><br></div><di

10

***पतझड़ को न दुत्कारो भला ***

4 अक्टूबर 2021
1
0
1

<div align="left"><p dir="ltr">पतझड़ आने वाला है, नया संदेश लाने वाला है।<br> खोयी हुई हरयाली को, वाप

11

एक चैट रूम दादी हमको भी चाहिए

4 अक्टूबर 2021
3
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">एक चैट रूम दादी हमको भी चाहिए।<br> एक अच्छा मोबाइल हमको दिलाइये।<br>

12

ये जिंदगी सांप सीढ़ी का खेल है

4 अक्टूबर 2021
0
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">ये जिंदगी सांप सीढ़ी का खेल है।<br> कहीं सफलता तो कहीं असफलता का मेल ह

13

समय का पहिया बड़ा महान

5 अक्टूबर 2021
2
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">समय का पहिया बड़ा महान,<br> आगे बढ़ना समय का काम।<br> नहीं किसी से इसकी

14

मन के पंछी

5 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div align="left"><p dir="ltr">रंग बिरंगे मन के पंछी<br> प्रेमी हमें बनाते हैं।<br> दिखा के सपने मीठ

15

टिमतिमाते सपने

5 अक्टूबर 2021
1
1
0

<p>पोती बोली दादी मेरे कुछ,<br> टिमटिमाते सपने हैं।<br> छूना मुझको चाँद सितारे,<br> जो लगते मुझे अपन

16

झूलती मौत

9 अक्टूबर 2021
2
2
2

ये जीवन जन्म की ही नहीं,<div>मृत्यु की भी रेखा है।</div><div>हर किसी ने यहाँ,</div><div>झूलती मौत को

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए