मौलिक रचनाएँ
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<p><span style="font-size: 1em;">देखी ज़ब मैंने,</span><br><span style="font-size: 1em;">एक नन्ही सी
<div align="left"><p dir="ltr">😊उठ जाग मुसाफिर भोर भई,<br> अब रैन कहाँ जो सोवत है।<br> टुक नींद से
<div align="left"><p dir="ltr">आत्मा एक है।<br> शरीर एक है।<br> खून एक है।<br> खून का रंग एक है।<br>
<div align="left"><p dir="ltr">जन गण मन की धुन से झंकृत,<br> मन वीणा के तार हुए।<br> माँ भारती सजी ह
<div align="left"><p dir="ltr">रुक जा बंदे निकल न घर से,<br> यही समय की मांग रे ।<br> हिम्मत और हौसल
<div align="left"><p dir="ltr">गुरु की महिमा जाने कौन,<br> गुरु ने सिखाया रहना मौन।<br> तन मन धन सब
<div align="left"><p dir="ltr">माटी की सुन लो मनुहार,<br> माटी का न करो व्यापार।<br> माटी है सोने की
<div align="left"><p dir="ltr">याद आ रहा वो गुजरा जमाना,<br> भूला भूला सा कुछ आज।<br> ज़ब होती
जिंदगी के सफर की,<div>मैं हूँ एक अबला नारी।</div><div>पर सबला बनकर जीती हूँ।</div><div><br></div><di
<div align="left"><p dir="ltr">पतझड़ आने वाला है, नया संदेश लाने वाला है।<br> खोयी हुई हरयाली को, वाप
<div align="left"><p dir="ltr">एक चैट रूम दादी हमको भी चाहिए।<br> एक अच्छा मोबाइल हमको दिलाइये।<br>
<div align="left"><p dir="ltr">ये जिंदगी सांप सीढ़ी का खेल है।<br> कहीं सफलता तो कहीं असफलता का मेल ह
<div align="left"><p dir="ltr">समय का पहिया बड़ा महान,<br> आगे बढ़ना समय का काम।<br> नहीं किसी से इसकी
<div align="left"><p dir="ltr">रंग बिरंगे मन के पंछी<br> प्रेमी हमें बनाते हैं।<br> दिखा के सपने मीठ
<p>पोती बोली दादी मेरे कुछ,<br> टिमटिमाते सपने हैं।<br> छूना मुझको चाँद सितारे,<br> जो लगते मुझे अपन
ये जीवन जन्म की ही नहीं,<div>मृत्यु की भी रेखा है।</div><div>हर किसी ने यहाँ,</div><div>झूलती मौत को