🌷🌹"हिंदी दिवस - कवित्व"🌹🌷
सबको ही पिरोती एक सूत्र में, ऐसी भाषा हिंदी है।
प्रेम की डोर में बांधती है जो, ऐसी भाषा हिंदी है।
हर भाषा की जो सगी सहेली, ऐसी भाषा हिंदी है।
हरइक अभिलाषा हिंदी है,हरमन की आशा हिंदी है।
रसना की मधु रसधार में भीगी, ऐसी कामना हिंदी है।
अलग ही गहरी पहचान दिलाती, ऐसी साधना हिंदी है।
सभी भाषाओं की सम्राज्ञी है ये, ऐसी भावना हिंदी है।
सबको ही मनभावन है लगती, प्यारी वाचना हिंदी है।
उच्चवर्ग की प्रिये अंग्रेजी, तो आमजन की प्रिये हिंदी है।
वर्ण-वर्ग भेद मिटाने वाली भी, हमजोली ही प्रिये हिंदी है।
सरित सलिल पावन जलधाराएं, सुर संगम प्रिये हिंदी है।
शब्दनाद लिपि से आगे तक, विश्वास अनुकरणीय हिंदी है।
प्यास बुझाती हरियाली लाती,निर्मल शीतल धार हिंदी है।
चहुं दिशा में कमल पंखुरी सी, प्रेम सेतु बनाती हिंदी है।
सबसे अलौकिक मृदुल 'मोहन', ऐसी ही भाषा हिंदी है।
ज्ञान की कलकल बहती गंगा,वो पतित पावनी हिंदी है।
🌺माँ सरस्वती सादर नमन🌺
🙏सभी को हार्दिक शुभेच्छा🙏