भाग 31बटुक नाथ फिर से उस स्थान को शुद्ध करके लिपवाता है और फिर से वेदी बनाना शुरू करते हैं,!!!शालिनी सुशांत और प्रोफेसर ,महल के चारो ओर कवच का घेरा बना रहे थे , वह मंत्रोच्चार करते हुए राय छिड़क
पिछली रचना में आप ने पढ़ा कि कैसे रोहन को शंखिनी उठा ले जाती है और अपनी इच्छाएं पूरी करती है और एक तरफ रोहन के दोस्त उसको ढूढ़ने पर लगे रहते है पर रोहन का कोई पता नही चलता है पर न
बॉर्डर पर भूत (Orginally published in Hinglish year 2013)कहा जाता है कि अगर कर्म अच्छे हों और नियत साफ़ रहे, तो इंसान खुश रहता है। यह बात बताते समय लोग भूल जाते हैं कि इंसान अपने कर्म और नियत को संभाल सकता है पर अगर दूसरे की नियत में खोट है, तो अच्छे इंसान पर भी मुसीबत आ सकती है। यह बात केवल इंसान पर
रात के 3 बजे सरोर पुलिस थाने से सटे कमरे में सोते दीवान जी की किवाड़ ज़ोर से धड़धड़ाई। यकायक हुई तेज़ आवाज़ से दीवान जी उठ बैठे। उन्होंने तो जूनियर मुंशी को थाने पर किसी इमरजेंसी