जितना अभाव होगा... जीवन में
उतनी ही भूख.…ज्यादा होगी
जितना प्यार ...अधूरा होगा
उतना ही इंतजार...ज्यादा होगा
जितना प्यार ........कम होगा
उतनी ही..... तड़प ज्यादा होगी
प्यार जितना..... गहरा होगा
उतनी ही..... धड़कनें तेज़ होंगी
मन जितना ....सुंदर होगा
उतनी ही सुंदरता.... चेहरे पर होगी
पाप जितने....ज्यादा होगें
उतने ही दुःख .... ज्यादा होंगे
कर्म जितने...... अच्छे होंगे
उतने ही..... मीठे फल होगें
जितना तप.... होगा जीवन में
उतना ही.... सुंदर जीवन होगा
उतना ही.... सुंदर जीवन होगा ।।
स्वरचित मौलिक रचना ... अनीता अरोड़ा