सुरक्षा नियमों का करना हैं सम्मान.धुँआ छोडती कोलाहल करती,एक-दो,तीन,चारपहिया दौड़ती, लाल सिंग्नल देख यातायात थमता, जन उत्सुकतावश शीशे से झांकता. +++++बीच सडक चौतरफा रास्ता,तपती दुपहरी में छाता तानता,जल्दी निकलने को हॉर्न बजाता,वाहनों के बीच फोन पर बतियाता.
बुध का कर्क में गोचर आज 25 जून, ज्येष्ठशुक्ल त्रयोदशी को तैतिल करण और साध्य योग में शाम छह बजकर पाँच मिनट के लगभग बुधका कर्क राशि और पुनर्वसु नक्षत्र में गोचर हुआ है | साथ मेंराहु और शुक्र भी वहीं हैं, और मंगल तथा केतु की दृष्टि उसपर है | वहाँ से दो सितम्बर को रात्रि नौ ब
योग एक कला है | योग किसी खास धर्म , समुदाय, आस्था पद्धिति के मुताबिक नहीं चलता है | आमतौर पर योग को स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए व्यायाम या थेरेपी के रूप में समझा जाता है | जो भी नियमित रूप से योगाभ्यास करता है वह इसका लाभ प्राप्त कर सकता है | उसका धर्म, जाति और संस्कृत
“रातरानी का दिन सराबोर”जी तो करता है कि लाज शरम हया सब कुछ छोड़कर पोखरे में जाकर कूद पड़ूँ और पल्थी मारकर उसकी तलहटी में तबतक बैठी रहूँ जबतक मेरे हाथ पैर ठिठुर न जाय। यह गर्मी है कि आग की बारिस, सुबह होते ही पसीना चूने लगता है। बाबा के लगाए हुये पेड़ जो छाया व फल भी देते थे
रहे जुदा हो गई अब अजनबी हो जायेंगे .. तेरे मेरे सपने सनम अब तू ही बता कहा जायेंगे ...!! राह में कोई नहीं तेरे यादो के सिवा हमसफ़र ...तेरी याद अब ना आई तो शायद हम मर जाएंगे ...!!! दिवार ही दिवार खड़
आजकल आप सभी ने देखा होगा की मेमोरी कार्ड जब कार्य नही करती तो यह फिर फॉर्मेट करने को कहा जाता है जब वह फॉर्मेट नही होती तो लोग परेशां हो जाते है कहने लगते है की महत्वपूर्ण सूचना चले गयी तो अब परेशान होने की कोई जरुरत नही है क्योकि आप सभी का भाई यानि के मैं / सबसे पहले अपने मेमोरी कार्ड को कार्ड रीडर
काव्य को मानव-जीवन की व्याख्या माना जाता है। मानव जीवन पर्याप्त विस्तृत-व्यापक है। मानवेत्तर प्रवत्ति भी मानव जीवन से सम्बद्ध है क्योंकि उसका भी मानव से नित्य संबंध है। फलतः कविता के विषय की सीमा आंकना सहज-संभव नहीं। मानव-जीवन और मानवेत्तर प्रकृति का प्रत्येक क्षेत्र, अंग, भाव-विचार, प्रकृति-प्रवृत्