लीलाधारी प्रभुकृष्ण जन्माष्टमी के परम पावन पुनीत अवसर पर आप सभी महानुभावों को हार्दिक बधाई!“कजरी का धीरज” (लघुकथा)कजरी की शादी बड़ीधूम-धाम से हुई पर कुछ आपसी अनिच्छ्नीय विवादों में रिश्तों का तनाव इतना बढ़ा किउसके ससुराल वालों ने आवागमन के सारे संबंध ही तोड़ लिए और कजरी अपनी ससुराल कीचाहरदीवारों में सि
कल भाद्रपद कृष्णअष्टमी को बालव करण और हर्षण योग में लगभग 21:07 पर बुध का प्रवेश सिंह राशि औरमघा नक्षत्र में सूर्य के साथ होने जा रहा है | यहाँसे 19 सितम्बर को प्रातः 04:15 के लगभग अपनी राशि कन्या में प्रविष्ट हो जाएगा | पाँच सितम्बर से बुध अस्त भी हो जाएगा | आइये जानने का प्रयास करते हैं बुध के सिंह
कल शनिवार एक सितम्बर को 23:27 केलगभग समस्त सांसारिक सुख, समृद्धि, विवाह, परिवार सुख, कला, शिल्प, सौन्दर्य, बौद्धिकता, राजनीतितथा समाज में मान प्रतिष्ठा में वृद्धि आदि का कारकशुक्र मित्र ग्रह बुध की कन्या राशि से निकल कर अपनी स्वयं की राशि तुला में प्रविष्टहो जाएगा | शुक्र के
रक्षाबंधन, 26-8-18 भाई-बहन के पवित्ररिश्ते को अपने आँचल में छूपाये हुए इस महान पर्व रक्षाबंधन के अनुपम अवसर पर आपसभी को दिल से बधाई व मंगलमयी शुभकामना,ॐ जय माँ शारदा.....!“चतुष्पदी” राखी का त्यौहारप्रिय, प्रिय बहना का स्नेह। पकड़ कलाई वीर की, बाँध रही शुभ नेह। थाली कंकू से भरी, सूत्र रंग आशीष- रक्षा
सूर्य का सिंह में गोचरकल श्रावण शुक्ल सप्तमी यानी 17 अगस्तको 06:50 के लगभग सूर्यदेव अपने मित्र ग्रह चन्द्र की कर्क राशि से निकल कर अपनीस्वयं की राशि सिंह और मघा नक्षत्र में प्रस्थान कर जाएँगे, जहाँ तीन सितम्बर को बुध का प्रस्थान भी हो जाएगा |सिंह सूर्य की मूल त्रिकोण राशि भी
कलम के सिपाही की विरासत को यूँ बदनाम ना करो, सिपाही हो कलम के तुम यूँ किसी के प्यादे ना बनो.ये दो लाइने कलम के सिपाही मुंशी प्रेमचंद को समर्पित है, और उन पत्रकारों , लेखकों, कवियों और शायरों को उनका धर
आसमां से धरती तक पदयात्रा करती हरित पर्ण पर मोती सी चमकती बूंद बूंद घट भरे बहती बूंदे सरिता बने काली ने संहार कर एक एक रक्त बूंद चूसा बापू ने रक्त बूंद बहाये बिना नयी क्रांति का आह्वान किया बरसती अमृत बूंदें टेसू पूनम की रोगी काया को निरोगी करे मन को लुभाती ओस की बूंदें क्षणभंगुर सम अस्तित्व का ज
क्षण-प्रतिक्षण,जिंदगी सीखने का नाम सबक जरूरी नहीं,गुरु ही सिखाएजिससे शिक्षा मिले वही गुरु कहलाये जीवंत पर्यन्त गुरुओं से रहता सरोकार हमेशा करना चाहिए जिनका आदर-सत्कार प्रथम पाठशाला की गुरु माँ बनी दूजी शाला के शिक्षक गुरु बने सामाजिकता का पाठ माँ ने सिखाया शैक्षणिक स्तर शिक्षक ने उच्च बनाया नैतिक श
बच्चो का बिस्तर पर पेशाब करने का इलाज इन हिंदी : अक्सर छोटे बच्चे रात में सोते समय बिस्तर गीला कर देते है जो की एक सामान्य समस्या है और यह समस्या समय के साथ ठीक भी हो जाती है लेकिन बड़ी उम्र के बच्चे अनजाने में बिस्तर गीला करते है तो यह एक बीमारी हो सकती है। वयस्क पुरु
🌞 ~ आज का अपना पंचांग ~ 🌞⛅ दिनांक 02 अगस्त 2018⛅ दिन - गुरुवार ⛅ विक्रम संवत - 2075 (गुजरात. 2074)⛅ शक संवत -1940⛅ अयन - दक्षिणायन⛅ ऋतु - वर्षा⛅ मास - श्रावण⛅ गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार मास - आषाढ़⛅ पक्ष - कृष्ण ⛅ तिथि - पंचमी सुबह 11:32 तक तत्पश्चात षष्ठी⛅ नक्षत्र - उत्तर भाद्रपद दोपहर 01:13
ये भाई ! पापी पेट का सवाल है भीख मागों या कलम को असलहा बना डाका डालो । अपनी पत्रकारिता के सफर पर कुछ यूं गुनगुने का मन कर गया। " ज़िंदगी का सफ़र है ये कैसा सफ़र कोई समझा नहीं कोई जाना नहीं है ये कैसी डगर चलते हैं सब मगर कोई समझा नहीं कोई जाना नहीं" अब जब इस जिंदगी के सफर की पहेलियों से उभर कर
“मुक्तक” शांति का प्रतीक लिए उड़ता रहता हूँ। कबूतर हूँ न इसी लिए कुढ़ता रहता हूँ। कितने आए-गए सर के ऊपर से मेरे- गुटरगूं कर-करके दाना चुँगता रहता हूँ॥-१ संदेश वाहक थे पूर्वज मेरे सुनता रहता हूँ। इस मुंडेर से उस मुंडेर भटकता रहता हूँ। कभी खत लटक जाते गले कभी मैं तार से- रास
बीत गयी जो बातें बीती बीत ही उसको जाने दोनयी सदी के नूतन कल के गीत नये गुनगुनाने दो। नये प्रकाश का नया उजाला नयी हमारी आशाएँ भरना हैं हमे सब मुट्ठी मेंकुछ भी बाकी न रह पाये।तस्वीर नयी सुनहरे पल की पहचान नयी बनाने
बुधवार, 18 जुलाई2018 – नई दिल्ली सूर्योदय : 05:34 पर कर्कमें सूर्यास्त : 19:19 पर चन्द्र राशि : कन्या चन्द्र नक्षत्र : उत्तर फाल्गुनी 08:19 तक, तत्पश्चात हस्त तिथि : आषाढ़ शुक्ल षष्ठी 14:36 तक, तत्पश्चात आषा
समय समय की बात यातना का जरिया बदला आमने सामने से ना लेते देते अब व्हाटसअप, फेसबुक से मिलती। जमाना वो था असफल होने पर बेटे ने बाप की लताड से सीख अव्वल आकर बाप का फक्र से सीना चौडा करता, पर अब तो, लाश का बोझ कंधे पर डाल दुनियां से ही अलविदा हो चला। सासूमां का बहू को सताना सुधार का सबक होता था नखरे
तड़के सुबह से ही रिश्तेदारों का आगमन हो रहा था.आज निशा की माँ कमला की पुण्यतिथि थी. फैक्ट्री के मुख्यद्वार से लेकर अंदर तक सजावट की गई थी.कुछ समय पश्चात मूर्ति का कमला के पति,महेश के हाथो अनावरण किया गया.कमला की मूर्ति को सोने के जेवरों से सजाया गया था.एकत्र हुए रिश्तेदार समाज के लोग मूर्ति देख विस्म
कैसे- कैसे भ्रम पाल रखे हैं. .... सोते से जाग उठी ख्याली पुलाव पकाती उलझनों में घिरी मृतप्राय जिन्दगी में दुख का कुहासा छटेगा जीने की राह मिलेगी बोझ की गठरी हल्की होगी जीवन का अल्पविराम मिटेगा हस्तरेखा की दरारें भरेगी विधि का विधान बदलेगा उम्मीद के सहारे नैय्या पार लग जायेगी बचनों मे विवशता का पुल
हास्य , जीवन की एक पूंजी......, कुदरत की सबसे बडी नेमत हैं हंसी... , ईश्वरीय प्रदत वरदान है हंसी ..., मानव मे समभाव रखती हैं हंसी..., जिन्दगी को पूरा स्वाद देती हैं हंसी......, बिना माल के मालामाल करने वाली पूूंजीहै हंसी...., मायूसी छायी जीवन मे जादू सा काम करती