shabd-logo

नास्तिक कौन है?

23 अक्टूबर 2021

66 बार देखा गया 66
नास्तिक कौन है?

नास्तिक शब्द से हमें ऐसे व्यक्ति का बोध होता है जिसकी प्रचलित धर्मों में कोई भी आस्था ना हो। कभी-कभी पूजा पद्धति में अविश्वास रखने वालों या इसके प्रति तिरस्कार का भाव रखने वाले व्यक्तियों को भी नास्तिक कह दिया जाता है, किंतु यह नास्तिकता की संकीर्ण व्याख्या है। अनीश्वरवादी और नास्तिक होने में अन्तर है। अनीश्वरवादी का अर्थ है ईश्वर को न मानने वाला और नास्तिक होने का अर्थ है-ईश्वर है या नहीं इसका ज्ञान नहीं रखने वाला। यह भी सत्य है कि आस्था की मंजिल पर पहुंचने के पहले नास्तिकता का रास्ता पार करना होता है। किसी ने क्या खूब कहा है-ईश्वर को धन्यवाद कि मैं नास्तिक हूँ।

भारत में नास्तिकता
यद्यपि महान् वैयाकरण पाणिनि ने नास्तिक शब्द का अर्थ किया है'परलोक में विश्वास न रखने वाला' और इसलिए पाणिनि के मतानुसार आस्तिक शब्द का अर्थ हुआ 'परलोक में विश्वास रखने वाला'। बुद्ध-उत्तर लेकिन ईसा पूर्व काल की एक परंपरा ने आस्तिक शब्द का अर्थ निर्धारित किया है 'वेदों की सर्वथा निर्दोषता और उनकी चरम प्रामाणिकता में विश्वास रखने वाला'। कदाचित् इस परंपरा को सबसे अधिक सहारा मिला स्मृतिकार मनु से, जिनकी घोषणा थी कि'वेद निंदक ही नास्तिक है' नास्तिको वेदनिन्दक: '। जो भी हो, इस परंपरा ने गहरी जड़ पकड़ी और भारतीय दर्शन के क्षेत्र में आस्तिकता की कसौटी' वेदों की चरम प्रामाणिकता की स्वीकृति' ही बन गई।
वेदभक्त दृष्टिकोण से तीन संप्रदायों को नास्तिक घोषित किया गया है और इसमें संदेह नहीं कि यह तीनों ही वेद विरोधी हैं; यह हैं:-
1 भौतिकवादी दर्शन, जिसे लोकायत, चार्वाक अथवा बार्हस्पत्य नाम दिया गया,
2 कई ऐसे दार्शनिक संप्रदाय जो कम-से-कम औपचारिक रूप से बुद्ध के अनुयायी होने का दावा करते थे और इसलिए बौद्ध कहलाए,
3 एक दूसरा धार्मिक-दार्शनिक संप्रदाय जो कदाचित बौद्ध संप्रदाय से भी पुराना है और जिसका नाम जैन है। जैन शब्द जिन शब्द से बना है, जिसका अर्थ है विजेता अर्थात् वह जिसने अपनी वासनाओं का दमन करके अपने पर विजय पा ली है।
जिन छ: संप्रदायों को आस्तिक अर्थात् वेदभक्त घोषित किया गया है; वे हैं:-
1 पूर्व मीमांसा अथवा मीमांसा,
2 वेदांत जिसका शब्दार्थ है वेद का अंतिम भाग और जिसे उत्तर मीमांसा भी कहा गया है,
3 सांख्य जिसका शब्दार्थ भी अनिश्चित है और इसकी उत्पत्ति कब और कैसे हुई यह बात भी,
4 योग—यद्यपि यह एक शारीरिक व्यायाम-शास्त्र है, न कि कोई दार्शनिक संप्रदाय,
5 न्याय—एक संप्रदाय जो प्रारंभ में वाद-विवाद की प्रणालियों के स्वरूप निरूपण तथा तर्क शास्त्र के प्रश्नों में ही विशेष दिलचस्पी रखता था,
6 वैशेषिक एक संप्रदाय जो द्रव्य, गुण, कर्म आदि मूल-पदार्थों के स्वरूप विवेचन में विशेष रुचि रखता था।

         मेरी अपनी राय में सबसे समीचीन परिभाषा स्वामी विवेकानंद जी ने दी है। वह कहते हैं कि पुराने धर्म में नास्तिक उसे कहते थे जो ईश्वर में विश्वास नहीं रखता था, किन्तु नया धर्म उसे नास्तिक कहता है जिसे स्वयं पर विश्वास नहीं।


26
रचनाएँ
कमल कांत की डायरी
0.0
फुटकर विविध रचनाएं
1

नया पंचतंत्र

30 अगस्त 2021
4
6
2

<p><br></p> <p>नया पंचतंत्र - सारस और लोमड़ी की कहानी</p> <p>चालाक लोमड़ी सभी से मीठा बोलकर विश्वास ज

2

कोई न आया होगा

31 अगस्त 2021
7
7
4

<p><br></p> <p>कौन आएगा यहां, कोई न आया होगा<br> <br> बेशर्म हवाओं ने दरवाजा खटखटाया होगा</p> <p>यह

3

लुटा दी दुकान लगाने से पहले

1 सितम्बर 2021
3
5
2

<p><br></p> <p>संभाला बहुत बिखर जाने से पहले।<br> सोचा बहुत हिचक जाने से पहले।।<br> आंखों में

4

उस को देखा तो ये ख़याल आया….

1 सितम्बर 2021
4
7
2

<p><br></p> <p> उस को देखा तो ये, ख़याल आया।</p> <p>

5

हिचकी

2 सितम्बर 2021
4
7
2

<p>चिर-परिचित सी कोई धुन, जब पड़ती इन कानों में।<br> <br> तेरी यादों के जुगनू , चमके इन वीरान

6

ये बीच वाले

2 सितम्बर 2021
3
7
0

<p><br></p> <p>जब कभी हम बीच में रह कर निकल जाने की कोशिश में रहते हैं तो अक्सर भूल जाते हैं कि युधि

7

मधुशाला और साकी

6 सितम्बर 2021
3
4
0

<div align="left"><p dir="ltr">कुछ यादें और तन्हाई <br> मुझको लाईं मधुशाला ।<br> साकी अपनी आंख

8

फलीभूत भी हो सकता है

8 सितम्बर 2021
4
7
4

<div align="left"><p dir="ltr">कभी-कभी मिल जाते यूं ही,अपने चलते -चलते।<br> कभी-कभी सपने जगते हैं,आं

9

..याद आया!

9 सितम्बर 2021
3
12
1

<div align="left"><p dir="ltr">शहर से गुजरती थी रेल की पटरी,<br> गाड़ी का छुक-छुकाना याद आया |</p> <p

10

आत्मबोध

11 सितम्बर 2021
2
5
0

<div align="left"><p dir="ltr"><b>आत्मबोध</b><br> ...............<br> कुछ झिलमिल कुछ -कुछ कुहासे सी,

11

ऐसा क्यों होता है ?

12 सितम्बर 2021
6
9
3

<div align="left"><p dir="ltr"><b><span style="font-size: 1em;">रखवाला कर्तव्य भूल कर,खुली आंख सोता

12

महिमा अनंत है

17 सितम्बर 2021
4
3
2

<div align="left"><p dir="ltr">हफ्ते में संडे की, काशी में पंडे की।<br> चेलों में गंडे की,महिमा अनंत

13

सवाल अनेक:जवाब एक

17 सितम्बर 2021
1
3
0

<div align="left"><p dir="ltr">कामवाली आज नहीं आई,<br> ऊपर के काम कौन करेगा?<br> साबुन इतना कै

14

तुक्तक

18 सितम्बर 2021
0
5
0

<div align="left"><p dir="ltr"></p><div><br></div><ul><li><b> मांग में सिंदूर की, मय में अंगूर की।</

15

चपरासी मुझको लगवा दो

18 सितम्बर 2021
0
8
0

<div align="left"><p dir="ltr">चपरासी मुझको लगवा दो...<br></p> <p dir="ltr">हे प्रभु ! तुम दया के सा

16

नटवर नागर

23 सितम्बर 2021
2
3
2

<div align="left"><p dir="ltr"><br> गिरिधारी नटवर नागर, मोर मुकुट मोहे भाया।<br> सूरत मैं तेरी

17

आज की ताजा ख़बर

6 अक्टूबर 2021
4
2
6

वो जो तूफानी करते हैं,अपनी मनमानी करते हैं।<div>पत्थर फेंकें हुड़दंग मचायें,बेशर्मी से धाक जमायें।।</

18

सत्यबाला अब क्या करे?

13 अक्टूबर 2021
2
2
0

<div>वह द्विविधा में थी कि सतीश के प्रस्ताव को किस तरह स्वीकार करे . उसके सुदर्शन व्यक्तित्व से वह प

19

नर्म,गर्म और शर्म

18 अक्टूबर 2021
3
3
2

<div align="left"><p dir="ltr"><b>बंधुराम किसी सरकारी कार्यालय में लिपिक थे. स्वभाव से बेहद नर्म और

20

धीरे,धीरे..

18 अक्टूबर 2021
1
0
1

<div align="left"><p dir="ltr">मिलेगी हमारी नज़र धीरे धीरे,<br> मोहब्बत करेगी असर धीरे धीरे ।

21

बदलना संभल-संभल के

18 अक्टूबर 2021
3
1
2

यह कहानी है एक शेर और एक हाथी की . दोनों एक ही वन में रहा करते थे । एक मांसाहारी और दूसरा विशुद्ध शा

22

गुरुभक्त आरुणि

19 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"><b><u>व्यंग्य</u></b><b> विनोद की चाशनी में डुबा कर परोसी गई पुरानी क

23

जीवन क्या है?

21 अक्टूबर 2021
1
0
2

<div align="left"><p dir="ltr">जीवन एक साबुन का बुलबुला है,<br> सुंदर, मनभावन,रंगीन।<br> तभी तक ,जब

24

दादी तुम ऐसी क्यों हो?

21 अक्टूबर 2021
1
1
0

<div align="left"><p dir="ltr"><span style="font-size: 1em;">अक्सर वही गीत गुनगुनाती हो क्यों

25

गुस्ताखियां

22 अक्टूबर 2021
2
1
2

<div align="left"><p dir="ltr"><b>1.दंगा:</b><br> &n

26

नास्तिक कौन है?

23 अक्टूबर 2021
2
1
0

नास्तिक कौन है?<div><br></div><div>नास्तिक शब्द से हमें ऐसे व्यक्ति का बोध होता है जिसकी प्रचलित धर्

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए