दोस्तों आपने कभी गौर किया है कि अमेरिका को अंग्रेजी में America ही कहते हैं, जापान को Japan, और ऐसे कई देश हैं जिनको हिंदी और इंग्लिश में एक ही नाम से बोला जाता है. लेकिन हमारे देश के तीन-तीन नाम है, हिंदुस्तान और भारत और अंग्रेजी में India. क्या कभी सोचा है ऐसा क्यों? किसने दिया भारत को इंडिया नाम या क्यों बोला जाता है हिंदुस्तान को इंडिया. और भारत में रहने वालों को इंडियंस क्यों कहा जाता है? वैसे इस सवाल का सबसे सरल जवाब तो ये है कि हम इंडिया में रहते हैं इसलिए हमको इंडियंस कहा जाता है...! पर ये तो हर देश के लोगों के लिए होता है.
इस धरती पर कई देशों के नाम इंडिया जैसे हैं, इंडोनेशिया, वेस्टइंडीज़, रेड इंडियंस आदि. पर आज हम आपके लिए एक रोचक और हैरान करने वाली बात लेकर आये हैं कि आखिर क्यों दिया गया हमको इंडिया नाम और हमको बोला गया इंडियंस?
इस सवाल का जवाब हमको सवाल-जवाब की वेबसाइट quora पर मिला है... इसके अनुसार, अगर आपने इतिहास के पन्नों को पलटेंगे और इंडिया या इंडियंस का इतिहास पढ़ेंगे, तो आपको ये पता चलेगा कि हमको ये नाम ब्रिटिशर्स (Britishers) या ईसाई धर्म को मानने वालों ने (Christians) दिया है.
लेकिन क्या आपको पता है कि ईसाई धर्म के अनुसार, ऐसी कोई भी शादी, जो चर्च में नहीं हुई है, वो अवैध होती है, और प्राचीन काल से ही हम लोग या दूसरे समुदाय के लोग चर्च में तो शादी के रीति-रिवाज़ों को नहीं करते हैं, इसलिए हमको प्राचीन काल से ही इंडियंस कहकर बुलाया जाता रहा है.और सबसे हैरान करने वाली बात है कि Oxford Dictionary के 1934 के एडिशन में 'Indians' का अर्थ या मतलब 'इंडियाना की संतान या वंशज' (Offsprings of Indiana) होता है.
और वही डिक्शनरी कहती है कि,
इंडियाना या इंडियनास वो आदिवासी महिलाएं हैं, जिन्होंने कभी शादी नहीं की, फिर भी वो बच्चे पैदा करती हैं. अर्थात, उनके अनुसार, दुनिया का हर दूसरा समुदाय, वंश, जाति-जनजाति जो Christian या ईसाई नहीं है, वो 'इंडियन' है. और उस दौरान ब्रिटिशर्स जब भी यूरोप के बाहर किसी दूसरे देश जाते थे और उन लोगों से मिलते थे, जो ईसाई धर्म का पालन नहीं करते थे, उन सबको इसी नाम यानि की 'इंडियन' कहकर ही बुलाते थे.
इस बात की पुष्टि या जांच करने के लिए आप English Law को पढ़ सकते हैं, जिसके अंतर्गत, अगर आप किसी ब्रिटिशर को 'इंडियन' कह कर पुकारते हैं, तो ये एक दंडनीय अपराध है और इस अपराध के लिए आपको कम से कम 6 महीने की कारावास की सज़ा हो सकती है.
दूसरे देशों का तो नहीं पता, लेकिन जैसे 'इंडिया' का दूसरा नाम भारत और हिंदुस्तान है, कई और देशों के भी पहले अलग-अलग नाम होंगे, पर आज उनको किसी और नाम से जाना जाता है. इस बात का पता तो हर देश का इतिहास जानकर ही चलेगा.
लेकिन भारत का नाम इंडिया कैसे पड़ा इसके बारे में हमने ये भी पढ़ा है कि अंग्रेज जब भारत आए थे तो उनको भारत या हिंदुस्तान बोलने में मुश्किल होती थी और वो भारतियों को इंडियन ही बोलते थे, क्योंकि भारतीय ईसाई धर्म को नहीं मानते थे. इसलिए ब्रिटिश अधिकारी हिंदुस्तान या भारत बोलने के बजाय हमारे देश को इंडिया के नाम से पुकारते थे और लिखने में भी 'इंडिया' शब्द का ही प्रयोग करते थे.
वहीं एक मत ये भी है कि भारत सभ्यताओं का देश है, और माना जाता है कि दुनिया में सभ्यता का जन्म भारत में ही हुआ था, जिसको सिंधु सभ्यता का नाम दिया गया था. क्योंकि इस सभ्यता का उद्भाव सिंधु नदी के पास हुआ था! और सिंधु नदी का दूसरा नाम इंडस वैली था, इसलिए इस सभ्यता को मानने वालों को हिन्दू कहा गया. क्योंकि इंडस से आया-सिंधु और सिंधु से आया हिन्दू और हिन्दू से हिंदुस्तान. लेकिन 'इंडिया' शब्द का 'इंडस' शब्द से कोई लेना-देना नहीं है.
अब इंडिया कहो, हिंदुस्तान कहो या कहो भारत अपना देश महान था, है और हमेशा रहेगा.
दोस्तों आपने कभी गौर किया है कि अमेरिका को अंग्रेजी में America ही कहते हैं, जापान को Japan, और ऐसे कई देश हैं जिनको हिंदी और इंग्लिश में एक ही नाम से बोला जाता है. लेकिन हमारे देश के तीन-तीन नाम है, हिंदुस्तान और भारत और अंग्रेजी में India. क्या कभी सोचा है ऐसा क्यों? किसने दिया भारत को इंडिया नाम या क्यों बोला जाता है हिंदुस्तान को इंडिया. और भारत में रहने वालों को इंडियंस क्यों कहा जाता है? वैसे इस सवाल का सबसे सरल जवाब तो ये है कि हम इंडिया में रहते हैं इसलिए हमको इंडियंस कहा जाता है...! पर ये तो हर देश के लोगों के लिए होता है.
इस धरती पर कई देशों के नाम इंडिया जैसे हैं, इंडोनेशिया, वेस्टइंडीज़, रेड इंडियंस आदि. पर आज हम आपके लिए एक रोचक और हैरान करने वाली बात लेकर आये हैं कि आखिर क्यों दिया गया हमको इंडिया नाम और हमको बोला गया इंडियंस?
इस सवाल का जवाब हमको सवाल-जवाब की वेबसाइट quora पर मिला है... इसके अनुसार, अगर आपने इतिहास के पन्नों को पलटेंगे और इंडिया या इंडियंस का इतिहास पढ़ेंगे, तो आपको ये पता चलेगा कि हमको ये नाम ब्रिटिशर्स (Britishers) या ईसाई धर्म को मानने वालों ने (Christians) दिया है.
लेकिन क्या आपको पता है कि ईसाई धर्म के अनुसार, ऐसी कोई भी शादी, जो चर्च में नहीं हुई है, वो अवैध होती है, और प्राचीन काल से ही हम लोग या दूसरे समुदाय के लोग चर्च में तो शादी के रीति-रिवाज़ों को नहीं करते हैं, इसलिए हमको प्राचीन काल से ही इंडियंस कहकर बुलाया जाता रहा है.और सबसे हैरान करने वाली बात है कि Oxford Dictionary के 1934 के एडिशन में 'Indians' का अर्थ या मतलब 'इंडियाना की संतान या वंशज' (Offsprings of Indiana) होता है.
और वही डिक्शनरी कहती है कि,
इंडियाना या इंडियनास वो आदिवासी महिलाएं हैं, जिन्होंने कभी शादी नहीं की, फिर भी वो बच्चे पैदा करती हैं. अर्थात, उनके अनुसार, दुनिया का हर दूसरा समुदाय, वंश, जाति-जनजाति जो Christian या ईसाई नहीं है, वो 'इंडियन' है. और उस दौरान ब्रिटिशर्स जब भी यूरोप के बाहर किसी दूसरे देश जाते थे और उन लोगों से मिलते थे, जो ईसाई धर्म का पालन नहीं करते थे, उन सबको इसी नाम यानि की 'इंडियन' कहकर ही बुलाते थे.
इस बात की पुष्टि या जांच करने के लिए आप English Law को पढ़ सकते हैं, जिसके अंतर्गत, अगर आप किसी ब्रिटिशर को 'इंडियन' कह कर पुकारते हैं, तो ये एक दंडनीय अपराध है और इस अपराध के लिए आपको कम से कम 6 महीने की कारावास की सज़ा हो सकती है.
दूसरे देशों का तो नहीं पता, लेकिन जैसे 'इंडिया' का दूसरा नाम भारत और हिंदुस्तान है, कई और देशों के भी पहले अलग-अलग नाम होंगे, पर आज उनको किसी और नाम से जाना जाता है. इस बात का पता तो हर देश का इतिहास जानकर ही चलेगा.
लेकिन भारत का नाम इंडिया कैसे पड़ा इसके बारे में हमने ये भी पढ़ा है कि अंग्रेज जब भारत आए थे तो उनको भारत या हिंदुस्तान बोलने में मुश्किल होती थी और वो भारतियों को इंडियन ही बोलते थे, क्योंकि भारतीय ईसाई धर्म को नहीं मानते थे. इसलिए ब्रिटिश अधिकारी हिंदुस्तान या भारत बोलने के बजाय हमारे देश को इंडिया के नाम से पुकारते थे और लिखने में भी 'इंडिया' शब्द का ही प्रयोग करते थे.
वहीं एक मत ये भी है कि भारत सभ्यताओं का देश है, और माना जाता है कि दुनिया में सभ्यता का जन्म भारत में ही हुआ था, जिसको सिंधु सभ्यता का नाम दिया गया था. क्योंकि इस सभ्यता का उद्भाव सिंधु नदी के पास हुआ था! और सिंधु नदी का दूसरा नाम इंडस वैली था, इसलिए इस सभ्यता को मानने वालों को हिन्दू कहा गया. क्योंकि इंडस से आया-सिंधु और सिंधु से आया हिन्दू और हिन्दू से हिंदुस्तान. लेकिन 'इंडिया' शब्द का 'इंडस' शब्द से कोई लेना-देना नहीं है.
अब इंडिया कहो, हिंदुस्तान कहो या कहो भारत अपना देश महान था, है और हमेशा रहेगा.