वो कहते हैं न कि अगर ठान लिया जाए तो कुछ कर गुजरने से भगवान भी नहीं रोक सकते। ऐसा ही कुछ हुआ आयशा अजीज के साथ। बचपन से ही आयशा पायलट बनना चाहती थीं और उन्होंने कर भी दिखाया। 16 साल की उम्र में पायलट बनने वाली वो भारत की इकलौती महिला हैं। जिस उम्र में भारत के अधिकांश बच्चे इस बात को तय नहीं कर पाते कि वे साइंस लेंगे, कॉमर्स लेंगे या फिर आर्ट्स। उसी उम्र में आयशा हवाई उड़ान भरने का लाइसेंस हासिल कर चुकी थीं।
आज आएशा की उम्र 22 साल है और भारत में सबसे कम उम्र की पायलट होने का रिकॉर्ड उनके नाम है। उनके माता-पिता कश्मीर के रहने वाले हैं और कश्मीर जाने के क्रम में वह हर साल दो या तीन बार हवाई यात्रा एं किया करती थीं। उन्हें हवाई यात्राएं इस कदर रोमांचित करती थीं कि वो घंटों आसमान में ताकती रहतीं।
वे इस बीच नासा भी आई-गईं और जॉन मैक्ब्राइड नामक एविएटर से मिलीं। हालांकि साल 2013-2014 में भारत आईं सुनीता विलियम्स को वो हमेशा खास मानती हैं। वहां उन्होंने सुनीता के साथ नासा में बिताए गए अनुभवों को साझा किया।
आयशा ने अपने करियर की शुरुआत सेसना 152 और 172 एयरक्राफ्ट उड़ाकर की। वो अपनी प्रेरणास्रोत सुनिया विलियम्स से भी मिल चुकी हैं। वो बताती हैं कि मैं देश की सबसे कम उम्र की पायलट बनने की जगह अपने बचपन के टारगेट को पूरा करने पर बहुत खुश हूं। आपको बता दें कि आयशा कई मैगजींस के लिए फोटोशूट भी करा चुकी हैं। इसके अलावा वो सैनेटरी नैपकिन का भी एड कर चुकी हैं।