गुजरात के सूरत में 6 अप्रैल को जिस 11 साल की बच्ची की लाश मिली थी, पुलिस ने उसकी पहचान कर ली है. पुलिस का ये अंदाजा सही निकला कि बच्ची गुजरात से बाहर की है, जिसके साथ क्राइम करके उसकी बॉडी को सूरत में फेंक दिया गया. इस बच्ची को 8 दिनों तक टॉर्चर किया गया था, उसका रेप किया गया और फिर मारकर फेंक दिया गया था. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि बच्ची को 8 दिन तक बांधकर रखने और रेप करने के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी. मारने के बाद उसकी लाश सूरत की सड़क पर फेंक दी गई. बच्ची के शरीर पर चोट के कुल 86 निशान मिले और प्राइवेट पार्ट्स के आसपास भी कई घाव थे. पुलिस ने बच्ची या उसके परिवार की जानकारी देने वाले के लिए 20,000 रुपए का इनाम घोषित किया था और 12,000 पोस्टर भी बंटवाए थे.
अब इस मामले में कुछ नए अपडेट्स आए हैं. ये हैं उस बच्ची और उसकी मां के बारे में. अहमदाबाद पुलिस ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने सूरत रेप केस सॉल्व कर लिया है. वो ये बात किस लिहाज़ से कह रहे हैं हम आपको वो चेन ऑफ इवेंट्स भी बता देते हैं.
#अहमदाबाद पुलिस की शुरुआती पड़ताल के मुताबिक वो बच्ची गुजरात की नहीं थी. उसे राजस्थान के गंगानगर से खरीदा गया था. हरसाई गुर्जर नाम के एक शख्स ने बच्ची और उसकी विधवा मां दोनों को ही वहां से 35,000 रुपए में बंधुआ मजदूरी करवाने के लिए खरीदा था.
# टाइम्स ऑफ इंडिया की एक खबर के मुताबिक इस रेप के मुख्य आरोपी हरसाई गुर्जर सूरत की मार्बल यूनिट में लेबर कॉन्ट्रैक्टर था. नरेश और अमर सिंह नाम के दो लोग उसके लिए काम करते थे. 15 मार्च को गंगानगर से मां-बेटी को खरीदने के बाद हरसाई उन्हें सूरत लेकर आया. सूरत लाकर वो उन दोनों का रेप करने लगा. जब उस महिला ने इसका विरोध किया तो उसने उसे मारने का प्लान बनाया. 20 मार्च के बाद वो महिला लापता हो गई. डीसीपी क्राइम ब्रांच दीपक भद्रन ने बताया कि महिला के गायब होने के बाद हरसाई ने बच्ची को गंगापुर में ही छुपाकर रखा और उसका रेप करता रहा. जब उसे छुपाकर रखना मुश्किल हो गया, तो उसकी हत्या कर दी.
# क्राइम ब्रांच की इंस्पेक्टर किरण चौधरी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए बताया कि बच्ची को मारने के बाद हरसाई ने अप्रैल की 5 तारीख को उसकी डेड बॉडी को कार में रखा और सूरत में अपने घर से डेढ़-दो किलोमीटर दूर जाकर रोड के किनारे फेंक दिया. जब उसके लिए काम करने वाले शख्स नरेश ने इस बारे में उससे पूछा तो हरसाई ने उसे बता दिया कि वो बच्ची को मारकर फेंक चुका है. साथ ही उसने नरेश को ये बात किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी.
#सीसीटीवी फुटेज की मदद से पुलिस ने इस घटना में इस्तेमाल की गई कार को जब्त कर इसके मालिक का पता लगाया. उस गाड़ी का मालिक था हरि सिंह, जो कि हरसाई का भाई है. इसके बाद पुलिस ने एक्शन लेते हुए फौरन हरसाई को गिरफ्तार किया और अन्य तीन अन्य लोग नरेश, अमर और हरि सिंह को हिरासत में ले लिया है.