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नगरीय निकाय और कोचिंग चुनाव का एक दिन

7 जुलाई 2022

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कल बुधवार को नगर निगम चुनाव का मतदान दिवस था, जिसके लिए शासकीय अवकाश घोषित किया गया था। पिछले तीन-चार दिन तेज बारिश का दौर चल पड़ा था, जिस कारण बुधवार को मतदान के लिए कई जनप्रतिनिधि और उम्मीदवार बड़े चिंतित थे कि कहीं अगर बारिश होने से व्यवस्थाएँ बिगड़ी और लोग वोट देने नहीं पहुँचे तो उनके सपनों पर पानी फिर जाएगा। लेकिन बुधवार को इंद्रदेव की कृपा से शहर में बारिश नहीं हुई तो सभी ने राहत की सांस ली। हालाँकि सुबह से ही आसमान में हल्के बादल मंडरा रहे थे, जो सूरज के साथ आंखमिचौली खेल कर रहे थे, जो देर रात तक ख़त्म नहीं हुई।   

कल भले ही बादल बरसे नहीं लेकिन आज सुबह से रिमझिम फुहारों के बीच मौसम खुशनुमा बना हुआ है, जिससे तापमान में गिरावट आने से गर्मी और उमस से राहत मिली है। कल नगर निगम के चुनाव के कारण मतदान के लिए छुट्टी मिली हुए थी, इसलिए सुबह-सुबह मतदान के बाद हम एक और जरुरी चुनाव के लिए भोपाल की व्यावसायिक नगरी एमपी नगर पहुंचे। जहाँ हमें अपने बेटे के लिए जो अभी ११वीं में पढ़ रहा है, को आईआईटी की तैयारी के लिए कोचिंग की तलाश करनी थी। यहाँ मेडिकल और इंजीनिरिंग की तैयारी के लिए बहुत से कोचिंग सेंटर राजस्थान के कोटा की तर्ज पर खुल गए हैं और कुछ अभी खुल रहे है। जहाँ एक अच्छे कोचिंग को तलाशना चुनाव  में एक अच्छे उम्मीदवार का चुनाव करने से भी कठिन काम है। हमने कुछ आईआईटी की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर में बात की, जहाँ उन्होंने फीस तय करने से पहले बच्चे को स्क्रीनिंग टेस्ट देने को कहा। आज बच्चे के स्क्रीनिंग टेस्ट के बाद ही उसके अंकों के आधार पर कोचिंग फीस तय होगी और फिर किस कोचिंग में एडमिशन होगा, निश्चित कर पाएंगे।   

अब बरसात का मौसम है तो शहर की कुछ बातें बताती चलती हूँ। कल जब हम जवाहर चौक स्थित अपने घर से एमपी नगर निकले तो रास्ते में पड़ने वाले नालों से कई जगह हमें नगर निगम का सफाई अमला कचरा निकालते नज़र आया। जहाँ कई वाहन कचरा ढोने के लिए लगाए गए थे। बारिश से पहले शहर में प्रशासन खूब हो-हल्ला मचाता है कि शहर वासियों को कोई दिक्कत नहीं होगी, लेकिन जैसे ही बारिश शुरू होती है और शहर डूबने लगता है तो इनकी नींद हराम हो जाती है, क्योंकि इसके द्वारा बारिश से पहले शहर की साफ़-सफाई योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च किये होते हैं, जिसकी पोल बरसात खोल लेती है। बरसात होते ही जहाँ देखो सड़कें उखड़ जाती हैं। नालियाँ बंद होने से गन्दा पानी सड़कों तक पहुंचकर गंदे नाले का रूप धारण कर लेता है। शहर के अधिकांश हिस्सों विशेषकर गन्दी बस्तियों का हाल सबसे बुरा रहता है। मानसून के दौरान पेड़ों की कटाई-छंटाई से लेकर साफ़-सफाई के कामों के जो दावे नगरीय प्रशासन द्वारा किये जाते हैं,  वे बारिश का दौर शुरू होते ही खोखले साबित होते हैं। बारिश में शहर की बदहाली पर जब कई समाचार पत्र विभागीय अधिकारियों की खबर लेते हैं तो वे बड़ी सफाई से शहर के जलभराव वाले हिस्सों में डम्पर से मलबा हटाने, नालियों की साफ़-सफाई किये जाने का हवाला देते हैं और अतिक्रमण को एक बड़ी बाधा बताते हुए अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ लेते हैं।  

इस बरसात में आपके शहर के क्या हालात है? बताना-लिखना न भूलें।

लिपिका भट्टी

लिपिका भट्टी

आप बिल्कुल सच कह रही हैं हर शहर का यही हाल है।

5 सितम्बर 2022

Dr. Pradeep Tripathi

Dr. Pradeep Tripathi

सही कहा मैडम कोचिंग का चुनाव करना भी एक बड़ा काम होता है।

9 जुलाई 2022

भारती

भारती

हम भी रविवार को भोपाल के एमपी नगर की कोचिंग के चक्कर लगा रहे थे। और बारिश भी हो रही थी। सचमुच इतनी सारी कोचिंग में बेस्ट का चुनाव करना बडा ही मुश्किल है।

7 जुलाई 2022

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रचनाएँ
वर्षा ऋतु की बातें (दैनन्दिनी-जुलाई, 2022)
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जब ग्रीष्म ऋतु में सूरज के भीषण ताप से सम्पूर्ण धरती के साथ ही जीव-जंतु झुलस कर आकुल-व्याकुल हो उठते हैं तब समस्त जीव-जगत को वर्षा ऋतु के आगमन की प्रतीक्षा रहती है और जैसे ही आकाश में बादल आकर बरसते हैं तो झुलसी, मुरझाई धरती और जीव-जगत में नवजीवन संचरित हो उठता है। वर्षा की फुहार पड़ते ही प्रकृति अपना यौवन प्राप्त कर लेती है और जीव जगत को जीवन का आधार जल मिलता है, तो उनका मन भी प्रफुल्लित हो उठता है। वर्षा ऋतु के सुखद और भयावह दोनों रूप हमें देखने को मिलते हैं। इसी सन्दर्भ में कुछ बातें जुलाई माह की इस दैनंदिनी में आपको देखने-पढ़ने को मिलेंगी।
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वर्षा ऋतु में आहार-विहार

4 जुलाई 2022
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वर्षा ऋतु में वायु का विशेष प्रकोप तथा पित्त का संचय होता है। वर्षा ऋतु में वातावरण के प्रभाव के कारण स्वाभाविक ही जठराग्नि मंद रहती है, जिसके कारण पाचनशक्ति कम हो जाने से अजीर्ण, बुखार, वायुदोष का प्

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नगरीय निकाय और कोचिंग चुनाव का एक दिन

7 जुलाई 2022
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कल बुधवार को नगर निगम चुनाव का मतदान दिवस था, जिसके लिए शासकीय अवकाश घोषित किया गया था। पिछले तीन-चार दिन तेज बारिश का दौर चल पड़ा था, जिस कारण बुधवार को मतदान के लिए कई जनप्रतिनिधि और उम्मीदवार बड़

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वर्षा का भयावाह रूप है अतिवृष्टि

8 जुलाई 2022
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मेरी एक सहेली अभी दो दिन पूर्व अमरनाथ यात्रा पर निकली है। आज शाम करीब 5.30 बजे जब अमरनाथ में बादल फटने की जानकारी मिली तो तब से बहुत परेशान हूँ। ऑफिस से घर आकर कई बार मोबाइल लगा चुकी हूँ लेकिन लग नहीं

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आकाशीय बिजली गिरने की घटना की याद

11 जुलाई 2022
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इन दिनों देश के कई हिस्सों में बारिश कहर बनकर टूट रहा है। अभी दो दिन पहले शनिवार को देर रात हमारे भोपाल में भारी बारिश और बादलों की भयानक डरावनी गड़गड़ाहट के साथ कड़कती बिजली की तीखी आवाज ने नींद हराम कर

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मर्यादा में ही सब अच्छे, पानी हो या कि हवा

13 जुलाई 2022
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ग्रीष्मकाल आया तो सूरज की तपन से समस्त प्राणी आकुल-व्याकुल हो उठे। खेत-खलियान मुरझाने और फसल कुम्हालाने लगी। घास सूखने और फूलों का सौन्दर्य-सुगंध तिरोहित होने लगा।  दुपहरी की तपन से छोटे-बड़े पेड़-

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आओ हम सब झूला झूलें पेंग बढ़ाकर नभ को छू लें

14 जुलाई 2022
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सावन आते ही कभी धूप तो कभी मूसलाधार बारिश से मौसम बड़ा सुहावना हो गया है। झमाझम बरसते बदरा को देख हरे-भरे पेड़-पौधों के बीच छुपी कोयल की मधुर कूक, आसमान से जमीं तक पहुँचती इन्द्रधनुषी सप्तरंगी छटा,

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हरियाली का पर्व है हरेला

17 जुलाई 2022
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इन दिनों हमारे पहाड़ी प्रदेश उत्‍तराखंड में हरेला पर्व की धूम मची है। यह पर्व हमें प्रकृति से जोड़ता है। हरेला का मतलब हरियाली से है, यानि हरियाली का त्यौहार। ग्रीष्म के बाद वर्षा ऋतु के आगमन से प्

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बाबा भोलेनाथ का पहला सावन सोमवार

18 जुलाई 2022
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आज सावन का पहला सोमवार था। सावन माह में सोमवार का विशेष महत्व माना जाता है।   माना जाता है सावन माह के हर सोमवार के दिन भगवान भोलेनाथ अपने सूक्ष्म रुप में मंदिर में विराजमान रहते हैं। माना जाता है

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बारिश से गड्ढों में तब्दील हुई सड़कें दुर्घटना का कारण बनते हैं

21 जुलाई 2022
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आज शाम को जैसे ही ऑफिस से घर निकल रही थी तो अचानक तेज बारिश शुरू हो गयी।  जब काफी देर तक बारिश बंद नहीं हुई तो अँधेरा होता देख मैंने बरसाती पहनी और घर को को निकल पड़ी। तेज बारिश के कारण जगह-जगह सड़क पर

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एक चिर-प्रतीक्षित परीक्षा परिणाम की सुखद अनुभूति के क्षण

22 जुलाई 2022
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आज लम्बे अंतराल की प्रतीक्षा के बाद सीबीएसई द्वारा 12वीं और १०वीं के परीक्षा परिणाम घोषित कर दिए गए हैं। बच्चों की परीक्षा खत्म हुए एक माह से भी अधिक समय बीत चुका था। लाखों छात्र-छात्राओं के साथ अभिभा

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वह सर्पाकार पहाड़ी नदी

24 जुलाई 2022
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आज छुट्टी का दिन था।  सुबह जरा देर से जागना हुआ।  सावन का महीना चल रहा है।  रिमझिम बारिश हो रही थी। भोलेनाथ के दर्शन हेतु मंदिर भी जाना था, इसलिए सबसे पहले नहाना-धोना किया और उसके बाद मंदिर पहुँची

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आफत की बारिश

26 जुलाई 2022
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पिछले तीन दिन से हमारे भोपाल में तेज बारिश होने से शहर का मिजाज पानी-पानी हो गया है। लगातार हो रही बारिश से सीहोर से निकलकर बड़े तालाब तक पहुँचने वाली कोलांस नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने पर भदभदा से

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बारिश में रोऊँ की हँसूं करूँ तो क्या करूँ

27 जुलाई 2022
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आज सुबह जब ऑफिस को निकली तो लगा जैसे बारिश ने छुट्टी ले रखी हो।  अपनी एक्टिवा से सड़क पर धीरे-धीरे चलते हुए सोच रही थी कि चलो कम से कम से हर दिन की बारिश की किचपिच से राहत तो मिली। लेकिन मेरा सोचना

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हरियाली अमावस्या और पौधरोपण

28 जुलाई 2022
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आज सुबह-सुबह दरवाजे के घंटी बजी तो देखा कि हमारे पड़ोस की बिल्डिंग में रहने वाली एक महिला खड़ी थी। उसे देखकर मैंने उसे बैठने को कहा तो वे कहने लगी कि वह नहा-धोकर सीधे हमारे घर आयी है, फुर्सत में कभी

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वर्टिकल गार्डन और पेड़-पौधे चोर

30 जुलाई 2022
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बरसात का मौसम आते ही शासन स्तर से लेकर कई सामाजिक संस्था, समाचार पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से लोगों को पेड़-पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जाता है। क्योंकि पेड़-पौधे लगाने के लिए बरसात का समय सर्वथा उपयु

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