रंग बिरंगा सपना देखे।
सपने में भी सपना देखे।
वो इक गुड़िया नन्ही प्यारी
सारे जग को अपना देखे।
रिमझिम रिमझिम बूँदें देखे।
बादल देखे बरखा देखे।
चमचम चमचम बिजली देखे,
छुपकर माँ के अँचरा(आँचल) देखे।
दिन को देखे रातें देखे।
सूरज देखे चंदा देखे।
धूप कहीं तो चंद्रप्रभा है
रात औ दिन को उजला देखे।
इन्द्रधनुष या पुच्छल तारे।
सतरंगा और रुपहला देखे।
सुरज किरणें चाँद का जादू।
दिन रातों का बनना देखे।
फूलों को वो खिलता देखे।
जब तितली को उड़ता देखे।
बाग बगीचे वन उपवन में,
मन को अपने बहता देखे।
सागर सीमा हीन वो देखे।
पर्वत हिम का गिरना देखे।
पंछी कलरव घन जंगल का
उनका नभ में उड़ना देखे।
हाथ गगन को छूना देखे।
बचपन का मुस्काना देखे।
नदिया झरने ताल तलैया।
सबका कलकल बहना देखे।
खेल तुझे है अच्छे लगते।
रेल का झुकझुक चलना देखे।
इंजन सीटी खूब बजाये।
सबका पीछे जाना देखे।
आया बाइसकोप पुकारे।
इक खिड़की जग सारा देखे।
मन उसका है मान न पाये।
जितना चाहे उतना देखे।
बाँह पसारे माँ आ जाये।
चेहरे की तब ममता देखे।
नन्ही शैतानी पर उसकी,
पा का प्यार जताना देखे।
परियाँ उतरें जब धरती पर।
मुस्कानों का खिलना देखे।
नन्हे नन्हें चेहरे पर उसके,
इक विश्वास अनोखा देखे।
बाल जगत को समझा जिसने।
ऐसे नेहरू चाचा देखे।
रंग बिरंगा सपना देखे,
जिसमें बचपन अपना देखे।
रंग बिरंगा सपना देखे।
सपने में भी सपना देखे।
वो इक गुड़िया नन्ही प्यारी,
सारे जग को अपना देखे।