shabd-logo

पुस्तक प्रतियोगिता की किताबें

सत्येन्द्र कुमार राय

पैसा कमाने वाली एप्लिकेशन वो भी फ्री में

1 पाठक
2 लोगों ने खरीदा
1 अध्याय
1 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
7
ईबुक

राय साहब

16-17 जून2013 अमरनाथ

4 पाठक
1 अध्याय
1 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

बुआ जी के घर :जोगेश्वरी सधीर

बुआ जी के घर रहते हुए जीवन के विभिन्न रूप दिखे. गांव के लोगों का निश्छल जीवन था तब और आज की तरह वो राजनीती के शिकार नहीं हुए थे.

अभी पढ़ें
निःशुल्क

दैनिक प्रतियोगिता अक्टूबर 2022

इस में शब्दकोश की तरफ से आने वाले दैनिक विषयों के ऊपर लेख, कविताएं या कहानियां लिखी जाती है जो समाज के वर्तमान को मध्य नजर रखते हुए रचित होती है।

7 पाठक
30 अध्याय
31 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

बुआ के गांव के किरदार :जोगेश्वरी सधीर

बुआ जी के घर रहते हुए जीवन के विभिन्न रूप दिखे. गांव के लोगों का निश्छल जीवन था तब और आज की तरह वो राजनीती के शिकार नहीं हुए थे.

1 पाठक
0 अध्याय
14 दिसम्बर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

दैनिन्दिनी प्रतियोगिता अक्टूबर 2022

वर्तमान में देश समाज और राजनीति के ऊपर लेख, कविताएं या कहानियां लिखी जाती है जो समाज के वर्तमान को मध्य नजर रखते हुए रचित होती है।

1 पाठक
17 अध्याय
31 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

लव सेंस

यह भी एक छोटी सी कहानी है, जो कि आज के समय को परिभाषित करती है। आज-कल जिस प्रकार से युवा परिवारिक रिश्ते को महत्व नहीं देते और अलग रहने की कोशिश करते है। आज-कल जिस प्रकार से हमारे समाज में लव का मतलव सिर्फ और सिर्फ कामनाओं की पुर्ति रह गया है और जिस

3 पाठक
1 अध्याय
21 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

संभाजी राजे

*शिवविचार प्रतिष्ठान* *१६ आॅगस्ट इ.स.१६६२* "अण्णादी दत्तो प्रभूणीकर" हे वाकनिशी करत होते, त्यांना छत्रपती शिवरायांनी सुरनिशीचा हुद्दा सांगितला. *१६ ऑगस्ट इ.स.१६८१* आतापर्यंत केवळ मराठी मुलखाचीच नासधूस करणारा सिद्दी १६ ऑगस्ट पासून इंग्रजांनाही त्रास द

8 पाठक
2 अध्याय
21 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

यथार्थ की कहानियाँ

मैं एक सरकारी अधिकारी हूँ। साहित्य मेरी पसंदीदा विधा है और फुरसत के क्षणों में लिखना-पढ़ना मुझे भाता है। कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद, महादेवी वर्मा, फनिश्वर नाथ रेणु, हरिशंकर परसाई की लेखनी का मैं मुरीद हूँ। मैं मुंशी प्रेमचंद की तरह लिखना चाहता हूँ। म

17 पाठक
35 अध्याय
2 दिसम्बर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

संस्मरण

उस दिन हर रोज़ की तरह हीं मैं अपने समय पर आफिस के लिये घर से निकला। निकलते समय हीं मेरी बेटी ने कहा कि आज उसे ट्युशन पढने के लिये सुबह हीं जाना है। जाने क्युं मगर उस सुबह मैंने अपने बेटे को स्कूल नहीं भेजा था। पता नहीं मन में क्या चल रहा था कि उसे स्क

5 पाठक
14 अध्याय
15 अक्टूबर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

Affirmation

हम कहते हैं कि अपने आप को सम्मोहित करके वह कार्यक्रम जो हम कर नहीं पा रहे आप वह करना चाहते हैं 2 दिन बाद नहीं कर पाते हैं तो अपने आप को अगर आप सम्मोहित कर कर अपनी वॉक की आदत को डेवलप कर सकते तो इसमें क्या बुराई है और ऐसे बहुत सारे कार्य आप कर सकते है

8 पाठक
11 अध्याय
18 नवम्बर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

रूहानी विज्ञान

रूहानी विज्ञान (आचार-विचार-9) सदा सहायी, अनंत सुखदायी, सदा रूहानी रहनुमाई; धन आवाजाई से बचाने वाले परम संत बाबाजी (ब्यास) को

अभी पढ़ें
निःशुल्क

स्वराज काव्य

वक्त है स्वराज का देश भक्ति कविताएँ

2 पाठक
20 अध्याय
27 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

प्यार हो जाय इसे

आये आपको एक लड़की से मिलाते हैं जिसके साथ किस्मत ने बड़ा खेल खेला और वो अपने किस्मत से डर कर अपनी जिंदगी से प्यार को एक किनारा कर दिया क्या वो फिर से प्यार करेगी या किस्मत का ही साथ निभाते रह जाएगी। ट्रिंग ट्रिंग ट्रिंग.......!! फोन की घंटी बजती है प्

3 पाठक
25 अध्याय
20 नवम्बर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

बस इसी की तलाश थी

हसरत जयपुरी ने कहा था कि ,’खुशी फुलझड़ी की तरह होती है थोड़ी देर के लिए चमक बिखेरती है फिर बुझ जाती है और उदासी अगरबत्ती की तरह होती है देर तक जलती है और बुझने के बाद भी कमरे में महक बिखरी रहती है।‘ इस कहानी की नायिका श्रेया का जीवन भी कुछ ऐसा ही

5 पाठक
1 अध्याय
18 नवम्बर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

लघुकथाओं की दुनिया

लघुकथाओं का संग्रह

12 पाठक
21 अध्याय
29 अगस्त 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

कुछ तो कहो प्रियंवदा

हर चेहरा कुछ ना कुछ कहानियों को संजोता है ,हमारे आसपास बिखरी पड़ी है  कुछ कहानीयों की महक ,हमारी यादो से निकल संवरतीं हैं ,कुछ कहानियां । आसपास कितनी अनकही कहानियां ,उनको शब्दों में पिरोने की छोटी सी कोशिश है मेरी। कहानियों के सफर में मेरे सहयात्री ब

5 पाठक
21 अध्याय
20 नवम्बर 2023
अभी पढ़ें
निःशुल्क

जीवन एक संघर्ष और परिश्रम सफलता की कुंजी

इस एक बालक विक्रम जो अपने घर की तंग हालत में अपने जीवन को बहुत ही कठिन दौर में व्यतीत करता है लेकिन उसके बावजूद भी वह अपनी मेहनत और कर्मों से कभी भी मुंह नहीं मोडता है। वह काफी प्यास करने के बाद जीवन में कैसे सफल होता है।

1 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
30 अध्याय
2 अक्टूबर 2022
अभी पढ़ें
53
ईबुक

शर्त ये है कि जिंदगी मिल जाये...

सही और गलत सोच का फेर ही तो है जो दिल को सही लगे वही सही होता है क्‍योंकि उसे करने से पहले ज्‍यादा कुछ सोचना नहीं पड़ता पर जहां सोच गहरी हो जाये वहां कुछ सही तो क्‍या कुछ होने के चांस भी खत्‍म हो जाते हैं क्‍योंकि वक्‍त किसी के लिये नहीं रूकता और वक्

36 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
5 अध्याय
30 जनवरी 2024
अभी पढ़ें
66
ईबुक

काव्य तरंग

काव्य तरंग मेरी कविताओं का संकलन है जिसमें मैंने जीवन के विभिन्न क्षेत्रों को दर्शाया है। ये मेरी स्वरचित कविताओं पर सिर्फ मेरा कॉपी राइट है।

14 पाठक
1 लोगों ने खरीदा
28 अध्याय
22 सितम्बर 2022
अभी पढ़ें
77
ईबुक

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए