shabd-logo

सामाजिक की किताबें

Social books in hindi

विभिन्न विषयों पर सामाजिक पुस्तकों को पढ़ें Shabd.in पर। हमारा यह संग्रह समाज के विभिन्न पहलुओं को उजागर करता है। इस संग्रह की मदद से हम पारिवारिक रिश्ते, जात-पात, अमीर-गरीब, दहेज, रंग भेद जैसे कई मुद्दों पर समाज को रौशनी दिखाने का प्रयास करते हैं। इसके अलावा भी भौगोलिक स्थिति के वजह से हाशिये पर रहे समाज की स्थिति पर भी हम समीक्षा देते हैं। तो चलते हैं समाजिक पहलुओं पर चेतना जगाने Shabd.in के साथ।

raghu

दिल छू लेने वाली कविताओं और गजलों के लिए.....

अभी पढ़ें
निःशुल्क

(एकांकी)        बुढ़िया मां...।

एक बूढ़ी मां का दर्द।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

शायरी

ना अर्ज किया है ना फर्ज किया है किसी ने हमें रिजेक्ट किया बाद में उसी ने हमें गूगल पर सर्च किया है अजी हार नहीं मानी हमने एक वक्त पर लोहा भी पिघल जाता है अजीब हार नहीं मानी हमने इस वक्त पर नोहा भी बिगड़ जाता है और हम से मत उलझो शेर सो रहा हूं तब भी

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

बढ़ती उम्र का इश्क

छोड़ो ना❤️ ये सफेद बालों की फ़िक्र कोई तो होगा, जो तुम्हारी सिर्फ माथे की बिंदी पर मरता होगा. छोड़ो ना बढ़ते हुए वज़न की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो सिर्फ तुम्हारे खूबसूरत दिल पे मरता होगा।। छोड़ो ना ये गालों पे आने वाली सिलवटों की फ़िक्र। कोई तो होगा, जो

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

kavitavarta

अनुभूति और अभिव्यक्ति की यात्रा कथा…………

अभी पढ़ें
निःशुल्क

कॉलेज गोइंग लड़कियां

(कॉलेज गोइंग लड़कियां) यह कॉलेज गोइंग लड़कियां! कितनी बेलौस, बेतरतीब ,बे खौफ! चलती नहीं, उड़ती है! अपने तमन्नाओं के पंख पर बेहिसाब। आंखो में सैंकड़ों ख़्वाब। परम आधुनिका। हाथों में लिए स्मार्ट फोन पर उंगलियां फिराती, अधखिली-सी! हंसती, मुस्काती। राह च

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

सिंधू ताई

सिंधुताई के विषय में आप सभी लोग जानते होंगे इस सदी की महानतम महिलाओं में से एक थी । उनके जीवन की कुछ महत्वपूर्ण घटनाओं को मैंने अपने शब्द देने का प्रयत्न किया है आशा है आप सभी को यह पुस्तक पसंद आएगी।

3 पाठक
9 अध्याय
2 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

अधुरी

खो गयी हूंँ मैं, हूंँ इसी जमीं पर , पर अपनों के बीच खो गयी हूं मैं!

अभी पढ़ें
निःशुल्क

तू ही मेरी मित्र सखा और तू ही मेरा सहारा है

भोर हुई और सांझ हुई कई कल्प जमाने बीत गए कवियों की लेखनी से निकले गायक ने गाये गीत नए दुल्हन धरती को बना दिया फिर धरती का श्रृंगार किया यह अपनी प्यारी धरती मां कह- कहकर जय- जयकार किया कविता की प्यारी पंक्ति, उस में व्याप्त जग सारा है तू ही मेरी

0 पाठक
0 अध्याय
5 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

"बनफूल" की कहानियाँ

विलक्षण प्रतिभा के धनी बँगला कथाकार "बनफूल" की 50 कहानियों का हिन्दी अनुवाद।

अभी पढ़ें
निःशुल्क

भीखू और चोखू  ( दो बैलों की कहानी प्रथम क़िश्त)

भीखू और चोखू के मालिक गनेश ने जब खेती के लिये ट्रेक्टर खरीद के ले आया तो भीखू और चोखू को चिन्ता होने लगी कि अब खेती में हमारी उपयोगिता नगण्य हो जाएगी तो हमारा मालिक हमें किसी कसाई के हाथों बेच देगा । वे आपस में मंत्रणा करते हैं कि कसाई के हाथों

2 पाठक
2 अध्याय
6 अप्रैल 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

इश्क़ होता  नही सभी के लिए

एक सच्चे प्यार में पागल हुए प्रेमी की कहानी

अभी पढ़ें
निःशुल्क

जबरदस्त शायरी

राजा रानी हर कदम पर है बनना है तो इक्का बनो राजा रानी हर कदम पर है बनना है तो इक्का बनो बनना है तो इतना बनो की चाल ही पलट दे सब एक नंबर का है पगली दो नंबर का नहीं कमाते हम अजीत सब एक नंबर का है पगली तो नंबर का नहीं कमाते हम और जाकर कई और लाइन मार्ग

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

आध्यात्मिक रचनायें

आध्यात्मिक रचनायें

1 पाठक
9 अध्याय
10 जनवरी 2022
अभी पढ़ें
निःशुल्क

प्रवासी मजदूरों का दर्द

कोरोनावायरस के चलते देश में लाक डाउन लगा हुआ है। जिसके चलते अन्य राज्यों में बसे हुए मजदूरों का पलायन हो रहा है। और मजदूर पैदल ही अपने घरों की ओर चल पड़े हैं। इन्हीं मजदूरों पर केंद्रित मेरी ये कविता है।                        बस चले जा रहे हैं। बे

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

Aktepan

एकटा मी माझ्यात रमलेला, तन्हाई ची रात आहे.................. जोडीला घोटभर दारू, मी विरहाच्या

0 पाठक
0 अध्याय
अभी पढ़ें
निःशुल्क

जिन्दगी के तलाश में

हमारे जिंदगी में अक्सर कुछ ना कुछ बदलाव होते रहते हैं। इस बदलाव को लेकर हमारी ये पेशकश जो आपको पसंद आएगी में सायद बदल गया हूं या जमाने में परिवर्तन आया है कलतक में खुद को तलाश रहा था आज जमाने को तलाश रहा हूं यहां सबकुछ तो पहले जेसा है फिर परिवर्तन

अभी पढ़ें
निःशुल्क

ये जीवन है।

यह हमारे दैनिक जीवन से जुड़े छोटे-बडे़ अनुभवों को एक पुस्तक के रूप में की गई प्रस्तुति है..... हमारा जीवन, जो अनेक उतार-चढ़ाव और संघर्षों से ही बनता है, उसी से जुड़े कुछ प्रश्न और उनके उत्तर खोजने का एक छोटा सा प्रयास है। आशा करती हूं पाठकों को पसंद

अभी पढ़ें
निःशुल्क

अम्मा

ये कहानी है एक बहु की नजर से उसकी सास "अम्मा" की ...या कह सकते है मेरी दादी की.. मेरी माँ की नजर से.. मैंने कहने की कोशिश की है जो मैने देखा, सुना, समझा... ये मेरी ओर से मेरी दादी के लिए एक श्रद्धांजलि हैं l 🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸🌸 सुबह के छह बज रहे थे..

अभी पढ़ें
निःशुल्क

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए