कविता पढ़े राष्ट्रभक्ति पर यथार्थ विवेचनाभारत की स्वतंत्रता का अर्थ आज भारत से ही पूँछों ? फिर सोचो कौन हुआ स्वतंत्र !व कौन कितना महान है ।लाखों बलिदानियों ने बीते १४०० वर्ष
आज हम आज़ादी का मजा लेते हुए अपने घरों में बड़े-बड़े मुद्दों को बड़ी आसानी से बहस में उड़ा देते है, लेकिन कभी सोचा है कि जिन्होंने अपनी जान की परवाह ना करते हुए देश को आज़ाद कराया, उनमें से जो जिंदा हैं, वो किस हाल में हैं ?ये हैं झाँसी के रहने वाले श्रीपत जी, 93 साल से भी ज्यादा की उम्र पार कर चुके श्रीप