प्रशांत के दोस्त उसका इस तरह गुस्से में मुस्कुराने की वजह जानते थे , इसलिए उसके एक दोस्त ने उसके दिमाग में इस समय जो बात चल रही थी उसे जानकर प्रशांत से कहा — ऐसा होता है शादी के पहले सारे लड़के यही कहते हैं , कि मुझे शादी नहीं करनी है या शादी करनी है लेकिन अभी नहीं करनी है , और जब घरवाले जबरदस्ती शादी कर देते हैं उनकी मर्जी के बिना ही , तब उनका ( लड़को का ) गुस्सा पता है कब तक रहता है , घर से बारात निकलने से लेकर दुल्हन का उनके सामने ना आने तक , लेकिन जब उनको अपनी दुल्हन दिख जाती है , तब उनका गुस्सा छूमंतर हो जाता है । तब उनकी बेताबी देखते बनती है अपनी शादी के लिए । बस वो चाहते है कि शादी कैसे भी करके जल्दी से जल्दी हो जाये । मंडप में बैठे मंत्र उच्चारण करते पंडित को कभी घुर - घुर के देखते हैं तो कभी घड़ी को और कभी बीच - बीच में चोरी - छीपे सबसे नजरें बचाकर अपनी दुल्हन को एक नजर देख लेते हैं तिरछी निगाहों से ।
प्रशांत का दोस्त इतना कह कर हंसता है ; फिर ( प्रशांत से ) उससे कहता है — और हमें पूरा विश्वास है कि तु भी कुछ ऐसा ही करने वाला है । फिर उसने थोड़ा रुक कर कहा — अरे मैंने तो शादी करने के बाद घर छोड़ देने का फैसला कर लिया था और ठीक शादी के 4 दिन बाद ही बड़ी मुश्किल से घर से निकला था , यह कहकर कि .. ज्यादा दिन तक अगर मै अपने जॉब पर नहीं गया , तो मुझे मेरा बॉस निकाल देगा अपनी कंपनी से । घर बैठा कर मुझे खिलाएगा । तब समझ में आएगा आप सबको .... । आखिर मैं अपने जॉब पर ही तो जा रहा हूं ... कहीं और तो नहीं जा रहा हूं ना ! जो ऐसे देख रहे हो आप लोग मुझे । शादी की है मैंने ... तो क्या मै अब अपने जॉब पर भी नहीं जा सकता ?
जब मैंने इतना कुछ कहा तब जाकर मेरे घरवाले मुझे अपने जॉब पर जाने दिया था । मैं वहां गया तीन-चार दिन तक खूब मजे में रहा । लेकिन एक दिन अचानक से मुझे अपनी वाइफ की याद आने लगी , मैंने बहुत कोशिश किया कि मुझे उसकी याद ना आए । लेकिन बार-बार उसका मासूम सा चेहरा मेरे सामने आ जाता था । मैंने किसी भी तरह 20 - 25 दिन तक अपने आप को रोके रखा कि मैं उससे बात नहीं करूंगा । यार बार-बार फोन निकाल लेता था घर पर फोन करने के लिए , लेकिन फिर रुक जाता था । एक दिन मुझे उसकी बहुत याद आई और तब मैंने अपने घर अपनी बहन को फोन कर दिया । कुछ देर तक हम दोनों की इधर - उधर बातें हुई । प्रशांत का दोस्त कुछ देर तक रुका और फिर हंसते हुए कहना शुरू किया — तब पता है क्या बोला था मैंने अपनी वाइफ को अपने पास बुलाने के लिए ? वह बात सोच कर मुझे आज भी हंसी आती है अपने ऊपर 😄😄😄 । क्योंकि मैंने हड़ - बड़ा कर यह बोला था , कि मां यहां मुझे खाना बनाने में बहुत परेशानी हो रही है । अम्म ऽ ऽ ऽ म ऽ ऽ हिमांशी को भेजो ना मेरे पास | रोज ऑफिस जाने में लेट हो जाता है ।
फिर उसने हंसते हुए कहा —अब भाई मेरे मन में तो चोर था , इस वजह से मैं उस समय थोड़ा घबरा गया था और जल्दी बाजी में मुझे यही बहाना मिला हिमांशी को अपने पास बुलाने के लिए ।
जब मेरी बहन ये बात सुनी । तो वह सब से घर में ये कहते फिर रही थी , कि ये जो लड़के होते हैं . . . इनको आखिर शादी के बाद ही क्यों खाना बनाने में परेशानी होने लगती है । शादी के पहले भी तो यह जॉब करते ही हैं , तब तो इन्हें कोई परेशानी नहीं होती है ....खाना बनाने में !
आखिर शादी के बाद ही खाना बनाने में क्यों परेशानी होने लगती है ? कभी सोचा है आप लोगों ने इस विषय पर ? अगर नहीं सोचा है ... आप लोगों ने कभी इस विषय पर , तो मैं बताती हूं क्यों परेशानी आने लगती है इन लड़को को खाना बनाने में ! और भाई को भी क्यों परेशानी हो रही है खाना बनाने में अब ।
दरअसल खाना बनाने में परेशानी हो रही है , यह तो बस एक बहाना है , अपनी बीवियों को अपने पास बुलाने का ।
पहले तो शादी नहीं करेंगे - नहीं करेंगे का नारा लगाते हैं और लड़कियों में सौ नुस्खा निकालते हैं कि वह ऐसी होती है - वैसी होती है , ये .. वो .. ये .. वो .. ।
पहले तो शादी नहीं करेंगे - नहीं करेंगे का नारा लगाते हैं और लड़कियों में सौ नुस्खा निकालते हैं कि वह ऐसी होती है - वैसी होती है , ये .. वो .. ये .. वो .. और शादी के बाद रहा भी नहीं जाता है लड़कियों से दूर । वाह भाई क्या कमाल के होते है ये लड़के ...👏🏻👏🏻👏🏻
प्रशांत के दोस्त से ये सब सुनकर उसके बाकी के दोस्त खुब हंस रहे थे और प्रशांत सिर्फ मुस्कुरा रहा था और वो मुस्कुराते हुए कहा — भाई मेरे साथ तो ऐसा कुछ नहीं होने वाला है । फिर प्रशांत ने अपने उस दोस्त से उसका मजाक बनाते हुए कहां जो अभी अपनी कहानी बता रहा था — अरे तू तो रहने ही दे ... तुम अपनी ये कहानी किसी और को जा के सुनाओं । मैं नहीं मानूंगा कभी इस बात को , ये तो कभी नहीं हो सकता । मैं तो कभी मान ही नहीं सकता हूं कि तुम और शादी नहीं करना चाह रहे थे ।
क्रमशः ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★ ★