अब तक आपने देखा
जहां वो प्रतिक्षा को पहले दिन से ही उसे गुस्सा दिलाने की बात कर रहा था , ताकि वो कुछ दिन बाद खुद ही उसे छोड़ कर चली जायेगी । वहीं आज अभी उसको एकटक निहार रहा था , बिना उससे कुछ कहे - सुने ।
अब आगे
प्रतीक्षा अपने गाल पे आ रहे बाल को , अपने कान के पीछे करने के लिए ,अपना हाथ ऊपर ऊठाई तो उसकी चूड़ियां खनक उठी । प्रशांत के कान में जब ये मीठी सी खन - खन की आवाज गयी , तब वो अपने होश में आया । तब वो अपने दोनों आँखों को कस के बंद कर लिया , फिर सर को झटकते हुए उसने प्रतिक्षा से कहा — अ ऽ ऽ म्म ऽ ऽ सुनों ... प्रतिक्षा प्रशांत की आवाज सुनकर उसके तरफ मुड़ी ... और उसको देखकर मुस्कुरा दी और उसको देखने लगी , जैसे वो पूछ रही हो कि क्या हैं ?
प्रशांत अपने तरफ प्रतिक्षा को मुस्कुरा कर , देखते हुए देखकर वो अपने आप से बोला — ये ऐसे क्यूं देख रही है मेरे तरफ ! ... तभी उसे याद आया कि , उसने अभी कुछ देर पहले प्रतिक्षा को आवाज दिया था । प्रशांत अपने बाल में हाथ लगा कर धीरे से कहा — ऊफ ऽऽ सिट यार .... अब मैं क्या बोलू इससे कि मैंने क्यूं आवाज दि इसे ? ओह ...! गॉड ... !! अब मैं इससे क्या कहूँ ?
सोचों ... सोचो ... प्रशांत इससे क्या कहना है तुझे .. ? उसे जल्दबाजी में कुछ नहीं सुझता हैं , तो वो प्रतिक्षा से कह देता है कि , रात बहुत हो गई है , अब तुम सो जाओं और ये ड्रेस भी चेंज कर लो , सोने में आराम मिलेगा ।
प्रतिक्षा प्रशांत की बात मानकर , वो एक प्यारी सी स्माइल के साथ , हाँ में अपनी पलके झपका दी और वहाँ से चेंजिंग रूम में जाने लगी चेंज करने के लिए , तभी उसे कुछ याद आया , तो वो वापस मुड़ी और टेबल के पास चली गयी । प्रतिक्षा टेबल के पास जाकर , उस पर रखे केसर और हल्दी वाला दूध का ग्लास उठा ली और प्रशांत के थोड़ा नजदीक जाकर रुक गई , फिर उसके तरफ दूध का ग्लास बढ़ाते हुए बोली — ये दूध आप पी लो , दी ने मुझसे कहां की ये दूध हम दोनों को पूरा पी जाना है ।
फिर प्रतिक्षा कुछ रुक कर चहकते हुए प्रशांत से बोली — लेकिन ये दूध आप पूरा पी जाओं ... मेरा मन नहीं हैं और वैसे भी दूध मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं हैं . . . इसलिए आप पूरा दूध पी जाओं ... मेरा हिस्सा भी । इतना कहकर वो अपने लगेज से नाइट ड्रेस लेने चली गई , बीना प्रशांत की सुने , कि वो कहने वाला है ।
प्रतिक्षा अपना नाईट ड्रेस लेकर चेंजिंग रूम चली गयी । प्रशांत अपने एक हाथ में दूध का ग्लास पकड़े हुए उसको जाते हुए देख कर , वो सोचने लगा कि ये लड़की तो मेरे से ऐसे बात कर रही है . . जैसे कि ये मुझे वर्षो से जानती हैं । लग ही नहीं रहा है कि ये आज ही इस घर में आयी है । जहां तक मैंने सुना और देखा भी है , कि न्यू ब्राइडल डरी -सहमी सी रहती है और शरमाती भी हैं , अपने नये घर में , नये लोगों से मिलकर । यहां तक कि वो बात भी नहीं करना चाहती हैं किसी से और इसे देखों ... इसे देखकर तो ऐसा बिल्कुल भी नहीं लग रहा है कि ये यहां नई है और आज ही आई है यहां ।
क्रमश: