अब तक आपने देखा ...
प्रशांत को गुस्सा तो बहुत आ रहा था , लेकिन वो प्रतिक्षा के वजह से अपना गुस्सा दबा कर रह जाता है ।
ऐसे ही रास्ते भर दोनों दोस्त , प्रशांत को परेशान करने के लिए , कई सारे सॉन्ग प्ले करते गए , एक के बाद एक । जैसे — ( तू सफर मेरा , तू ही मेरी मंजिल ... )
( तेरी मासूमित ने मुझे , बंजारा बना दिया .... )
( कच्ची डोरियों - डोरियो - डोरियों से ,
मैनू तू बांध लै . . . )
ऐसे ही करते हुए ये लोग , प्रशांत के घर पहुंच गए ।
अब आगे ...
जब वो वहां पहुचे तो प्रशांत के घर के बाहर कुछ औरते आयी । फिर नये - नवेले दल्हा - दुल्हन से कुछ रस्में करवाई और उसके बाद दोनों को एक साथ घर में आने को कहा गया । प्रशांत आगे - आगे चल रहा था और प्रतीक्षा ठीक उसके पीछे उसके कदम से कदम मिलाते हुए चल रही थी ।
घर वालों के कहने पर अंदर आकर सबसे पहले पूजा घर में आये और वहां दोनों ने अपने सुखी जीवन की कामना की । फिर प्रशांत की चचेरी बहन ने पहले उन दोनों को अपने हाथों से खीर खिलाई और फिर प्रशांत से कही कि अब तुम अपनी दुल्हन को खिलाओ , उसके बाद तुम्हें प्रतीक्षा खिलाएगी । ऐसे ही 4 बार करना है । यह कहते हुए वह मुस्कुरा कर वहीं बैठ गई । वैसे प्रतीक्षा को तो यह वाली रस्म का पता था , लेकिन प्रशांत बिल्कुल अनजान था इस रस्म से । प्रशांत और प्रतीक्षा ने बिल्कुल वैसे ही किया , जैसे उसकी बहन कही थी । प्रशांत की बहन उन्हे यह बात बता रही थी कि , ऐसे करने से पति - पत्नी में प्यार बढ़ता है । फिर उसने प्रतिक्षा से कहा कि बाहर से जब तुम अंदर आ रही थी , तो तुमको प्रशांत के ठीक पीछे ही आने को कहा गया था , तुम्हें पता है कि ऐसा क्यों किया जाता है ? क्यों पत्नी को अपने पति के पीछे , उसके कदम से कदम मिलाकर चलने को कहा जाता है ?
तो प्रतिक्षा ने ना में सर हिला कर कहा — नहीं मुझे इसके बारे में नहीं पता है । तो प्रशांत की बहन ने उसे बताया कि ऐसा इसलिए किया जाता है , ताकि अगर पति कोई गलत काम करने लगे या गलत रास्ते पर जा रहे हैं तो उसे उसकी पत्नी रोके और उसे सही रास्ता बताएं । प्रतीक्षा और अपनी बहन की बातें प्रशांत भी गौर से सुन रहा था ।
प्रशांत की बहन ने फिर कहना शुरू किया — कुछ लोग यह भी कहते हैं कि स्त्रियों को पुरुषों के पीछे ही रहना ही ठीक है क्योंकि उन्हें दुनियां के बारे में ज्यादा समझ नहीं होती है , लेकिन वह ये नहीं जानते हैं कि स्त्रियों को पुरुषों के पीछे रखने का असली उद्देश्य क्या है ? फिर उन्होंने प्रतीक्षा को बताया — स्त्री इसलिए अपने पति के पीछे रहती है , ताकि अगर उसके पति कभी अपने रास्ते से डगमगाए , तो वो आगे बढ़ कर उन्हें थाम ले और उन्हें सही रास्ता दिखाएं । लेकिन अफसोस है कि इस बात को बहुत कम लोग ही जानते और समझते हैं । प्रशांत और प्रतीक्षा दोनों बड़े ही ध्यान से , उनकी यह बातें सुन रहे थे । दोनों को ही इस बात में सच्चाई नजर आ रही थी ।
क्रमश: