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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 11

21 सितम्बर 2022

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        अब तक आपने देखा 

उसकी ननंद ने कुछ जूलरी और मेकअप की चीजें , उसके बैग से निकाल कर ड्रेसिंग टेबल पर रख दी थी ताकि , प्रतिक्षा जब आए तो उसे ज्यादा परेशानी ना हो ।

अब आगे

प्रतिक्षा जब साड़ी पहन कर बाहर आयी तो उसकी ननंद ने उसकी तारीफ करते हुए कहा — अरे वाह भई तुम्हें तो साड़ी बहुत अच्छे से पहने आती है और तुम बहुत बहुत बहुत सुंदर भी लग रही हो साड़ी में । फिर प्रतीक्षा को एक बार उपर से नीचे तक देखते हुए उससे बोली — हम्म ... सिंपल साड़ी में भी तुम कहर ढा रही हो डार्लिंग | 
      प्रतीक्षा उनकी बात पर मुस्कुरा दी और वो ड्रेसिंग टेबल के तरफ बढ़ गई , तब प्रतीक्षा की ननंद ने उसे ड्रेसिंग टेबल के सामने बिठा दिया और खुद ही उसका मेकअप किया । वह प्रतीक्षा की लाइट मेंकअप ही करी थी ,  इसके बावजूद भी प्रतीक्षा बिल्कुल ब्राइडल की तरह दिख रही थी । जब प्रतीक्षा रेडी हो गई तो वह मुस्कुराते हुए एक बार प्रतीक्षा को ऊपर से नीचे तक देखी , फिर उसकी बलैया लेते हुए बोली — आज तो पक्का प्रशांत का होश उड़ने वाला है । यह कहते हुए वह अपने जीभ को काटते हुए अपनी एक आई विंक कर दी 😜 और बाहर चली गई यह कहकर कि अब मैं अपने भाई को भेज रही हूं तुम्हारे पास बेहोश होने के लिए । सम्भाल लेना उसे 😁 ... यह सुनकर प्रतिक्षा शरमा गई और अपनी नजरे नीचे झुका ली । ☺️ 😌
      प्रशांत की बहन के जाने के बाद , प्रतीक्षा खिड़की के पास चली गई और फिर वहां से चांद को देखने लगी । इस समय चांद बादलों के साथ लुका - छिपी खेल रहा था और प्रतिक्षा इस दृश्य को देख कर मुस्कुरा रही थी , वो इस समय इस दृश्य को देखकर उसमें खो सी गयी थी । प्रतिक्षा चाँद को जब भी देखती है , तो उसके चेहरे पर एक प्यारी सी मुस्कुराहट तैर जाती है । उसे प्राकृत चीजों से बहुत लगाव है , यही कारण है कि वो पेड़ - पौधे , पहाड़ , जंगल , नदियों और समुद्रों को देख कर उससे बातें करने लग जाती है ।

          चांद - तारों से बातें करना तो , उसकी आदतों में बेशुमार हैं , और आज अभी वह यही कर रही थी । वो चांद को देखकर उससे बातें करने में मगन थी , इसी वजह से उसे पता ही नहीं चला कि , प्रशांत उसके कमरे में कब आया । 
        प्रशांत ने जब देखा कि प्रतीक्षा उसके कमरे में आने के बाद भी खिड़की से नहीं हटी और ना ही उसके तरफ देखी , तो वह उसे आवाज दिया , तब भी प्रतीक्षा ने कोई उत्तर नहीं दिया , तो प्रशांत उसके पास गया , जब वो वहां गया तो उसने देखा कि प्रतिक्षा चांद को देख कर मुस्कुरा रही है और बातें कर रही है । प्रशांत कुछ पल के लिए प्रतिक्षा में खो सा गया था । प्रतिक्षा का चेहरा पर चाँद की रौशनी में नहाया हुआ था । उसका चेहरा संगमरमर की तरह चमक रहा था । आँखों में खुशी की चमक थी और होठों पर मध्यम सी एक प्यारी मुस्कान । उसके चेहरे पर लटक रहें उसके घुंघराले बाल , इनसब कों और भी ज्यादा खुबसुरत बना रही थी प्रतिक्षा की बीच - बीच में पायल और चुडियों की खन - खन और छन - छन की आवाज । जिसमें प्रशांत अपने - आप को खोने से नहीं रोक सका था । उसे प्रतिक्षा की मुस्कुराहट , बिल्कुल किसी छोटे बच्चे की तरह लग रही थी । प्रशांत उसकी मासूम से चेहरे और उसकी मुस्कुराहट को बड़े गौर से देख रहा था । जहां वो प्रतिक्षा को पहले दिन से ही उसे गुस्सा दिलाने की बात कर रहा था , ताकि वो कुछ दिन बाद खुद ही उसे छोड़ कर चली जायेगी । वहीं आज अभी उसको एकटक निहार रहा था , बिना उससे कुछ कहे - सुने । 
















क्रमशः
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रचनाएँ
तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...
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प्रशांत अपने ऑफिस में बैठे हुए बोर हो रहा था । आज ऑफिस में उतना काम नहीं था । वह कुर्सी पर बैठे हुए इधर-उधर ऑफिस में देख रहा था और अपने मन को बहला रहा था । आज उसका मन बिल्कुल भी नहीं लग रहा था ऑफिस में । उसने एक बार फिर इधर - उधर देखा फिर वो सामने रखी प्रतीक्षा की फोटो  को   उठाकर देखने लगा । जिसमें प्रतीक्षा चांद को देख रही थी ।
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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... 1

4 सितम्बर 2022
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प्रशांत अपने ऑफिस में बैठे हुए बोर हो रहा था । आज ऑफिस में उतना काम नहीं था । वह कुर्सी पर बैठे हुए इधर-उधर ऑफिस में देख रहा था और अपने मन को बहला रहा था । आज उसका मन बिल्कु

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... 2

4 सितम्बर 2022
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प्रशांत की मां उसके चेहरे पर आते - जाते भाव को देखकर कुछ - कुछ समझ जाती है , कि उसके दिमाग में क्या चल रहा है । तो वह उससे कहती हैं ; देख तू कोई भी प्लान बना ले या कुछ भी करने की कोशिश कर ले , ल

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4 सितम्बर 2022
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प्रशांत के दोस्त उसका इस तरह गुस्से में मुस्कुराने की वजह जानते थे , इसलिए उसके एक दोस्त ने उसके दिमाग में इस समय जो बात चल रही थी उसे जानकर प्रशांत से कहा — ऐसा होता

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4 सितम्बर 2022
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मैं नहीं मानूंगा कभी इस बात को , ये तो कभी नहीं हो सकता । मैं तो कभी मान ही नहीं सकता हूं कि तुम और शादी नहीं करना चाह रहे थे । तू तो अब चुप ही रह ... मुं

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 5

5 सितम्बर 2022
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रात के 10 : 30 pm हो रहा था । अब तक सब लोग अपने - अपने घर चले गए थे । लड़के वाले तो 06:00 - 06: 30 pm में ही चले गए थे । लेकिन प्रतीक्षा के घर आए अतिथि देर तक रहे । जिसके कारण प्रशांत के घ

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... 6

9 सितम्बर 2022
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अब आगे ...तभी उनमें से प्रशांत एक दोस्त हंसते हुए बोल पड़ा — अगर अपनी भलाई चाहते तो ज्यादा बक - बक मत करो और अगर नहीं चाहते हो तो अपने चेहरे का नक्शा बिगडवाने के लिए रेडी रहना । &nbsp

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... — 7

12 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा ... प्रतिक्षा के पापा कुछ बोले नहीं , वो बस हाँ में अपना सर हिला कर , भारी कदमों के साथ अंदर रोते हुई औरतों के पास आए और बोले —&nbs

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... — 8

17 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा ...प्रशांत को गुस्सा तो बहुत आ रहा था , लेकिन वो प्रतिक्षा के वजह से अपना गुस्सा दबा कर रह जाता है ।ऐसे ही रास्ते भर दोनों दोस्त , प्रशांत को परेशान करने के लिए ,

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18 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा लेकिन अफसोस है कि इस बात को बहुत कम लोग ही जानते और समझते हैं । प्रशांत और प्रतीक्षा दोनों बड़े ही ध्यान से , उनकी यह बातें सुन रहे

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ... — 10

19 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा इस समय किसी को होश नहीं था कि , वो कैसे सोये है और उनका हाथ - पैर कहां है ? ... 😄 अब आगे &nb

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 11

21 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा उसकी ननंद ने कुछ जूलरी और मेकअप की चीजें , उसके बैग से निकाल कर ड्रेसिंग टेबल पर रख दी थी ताकि , प्रतिक्षा जब आए तो उसे ज्या

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 12

24 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखाजहां वो प्रतिक्षा को पहले दिन से ही उसे गुस्सा दिलाने की बात कर रहा था , ताकि वो कुछ दिन बाद खुद ही उसे छोड़ कर चली जायेगी । वहीं आज अभी उसको एकटक निहार रहा था , बिना उससे कुछ कहे - सुन

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 13

26 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा जहां तक मैंने सुना और देखा भी है , कि न्यू ब्राइडल डरी -सहमी सी रहती है और शरमाती भी हैं , अपने नये घर में , नये लोगों से मिलकर । यहां तक

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 14

27 सितम्बर 2022
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अब तक आपने देखा ये कह प्रतिक्षा अपना नीचे वाला होठ बाहर निकाल कर कमरे में चारों तरफ देखने लगी , तभी उसे याद आया कि आज उसे , कुछ रस्में भी करनी है , जो बाकी है ।

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे ...— 15

14 अक्टूबर 2022
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अब तक आपने देखातुम कोई मीठा चीज बना लो , जो तुम्हें पसंद आये और फिर वो प्रतिक्षा को बता दि कि कौन चीज कहां हैं और बाहर चली गयी , ये कह कर की , मेरी जब जरूरत हो तो बुला लेना । हिचकिचाना नहीं ... मैं यह

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे💕 ...— 16

13 फरवरी 2023
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अब तक आपने देखाप्राशांत की मॉम डाइनिंग टेबल पर सबको आने को कहा और साथ ही प्रतिक्षा से बोली की वो खुद जाकर प्रशांत को बुला लाये ।अब आगे &nbsp

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे💕 ...— 17

25 मई 2023
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अब तक आपने पढ़ावो अपने सोच कि दुनियां से बाहर आया और फिर फ्रेश होने चला गया । थोड़ी देर में वो अच्छे से तैयार होकर नीचे आया ।अब आगे प्रशांत को नीचे आते देख कर उसकी मॉम उसके ड

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तेरा फितूर जब से चढ़ गया रे💕 ...— 18

25 मई 2023
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अब तक आपने पढ़ावो सोच रही थी कि ये बेचारा कितना डर रहा है अपनी मॉम से 😄 , मैं तो डरती ही नहीं हूँ और कोई अपनी माँ से इतना भी डरता है क्या ? 😄😄 अब आगेजब प्रतिक्षा देखी की सब लोग खा चुके है तो

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