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वो सोच रही थी कि ये बेचारा कितना डर रहा है अपनी मॉम से 😄 , मैं तो डरती ही नहीं हूँ और कोई अपनी माँ से इतना भी डरता है क्या ? 😄😄
अब आगे
जब प्रतिक्षा देखी की सब लोग खा चुके है तो वो डाइनिंग टेबल से प्लेटस को उठाकर किचन में ले जाने लगी , प्रशांत की मॉम भी उसकी मदद की सारे बर्तन ले जाने में । वो बर्तन को किचन में रख कर जल्दी से आयी और प्रशांत को थोड़े गुस्से से बोली — आज इसने पहली बार हमारे घर में हमारे लिए कुछ बनाया है । तो इस लिए हम सबको प्रतिक्षा को कुछ ना कुछ उपहार देना पडेगा । ये भी एक रस्म है ।
अब चलो उसे कोई गिफ्ट दो .. तुम्हें तो सबसे पहले देना चाहिए , तुम उसके पति हो । हर बात मुझे तुम्हें क्यों याद दिलानी पड़ रही है । उसे बुरा लगेगा समझे ।
हर वाइफ को अपने हसबैंड से तारीफें सुनना बहुत अच्छा लगता है ।
वो चाहती है कि उसके पति उसके छोटी - छोटी बातों पर भी उसकी तारीफ करे .... और तुम ... तुम क्या कर रहे हो ... बस हाथ मुंह चलाये जा रहे हो ।
फिर कुछ रुक कर सोचते हुए बोली — या शायद तुम ये सोच रहे हो कि ऐसे ही हर वक्त चुप रह कर इस शादी से जान छुड़ा लोगे । 🤨 अगर तुम्हारी ऐसी सोच है .. . तो बिल्कुल गलत हैं तुम्हारी सोच । " तुम वो सोच भी नहीं सकते हो , जो मैंने सोचा है । " और इसमें सोचने वाली कौन सी बात है .... तुम बस देखते जाओं ... कैसे मैं तुम्हें लाइन पर लाती हूं ।
इतना कह कर वो प्रशांत से बोली — पहले तुम उसे कोई गिफ्ट दो , देखो वो आ रही है यहां ....
प्रशांत खिजते हुए बोला — लेकिन मॉम मैं उसे क्या दूं ? कुछ भी तो नहीं है अभी मेरे पास । बाद मे नहीं दे सकता हूं क्या ?
प्रशांत की मॉम उसे घुरते हुए बोली — बाद में कब ... ? अभी जावो उसे कमरे में लेकर और तुम्हारे पास जो भी हैं वो दो ... और हाँ खबरदार जो तुम उसे पैसे देने की बात सोचे तो ... मुझसे बुरा कोई नहीं होगा । 😐
प्रशांत बेचारा अभी वक्त का मारा था , वो बस हाँ में सर हिला दिया ।
प्रतिक्षा जब उनके पास आयी , तो वो बड़े प्यार से उसे मुस्कुराते हुए देखी , फिर उसके हाथ को अपने हाथ मे लेकर एक रिंग पहना दी और प्रतिक्षा से बोली — लो ये तुम्हारा आज का गिफ्ट है । बताओं ... कैसा लगी ये रिंग तुम्हें ?
प्रतिक्षा भी चहकते हुए प्रशांत की मॉम से बोली — वाउ ... आन् ... सॉरी सॉरी 😝 मॉम इट्स ब्यूटिफुल ... ये तो बहुत प्यारी रिंग है । ☺️ सच में ... थैंक्यू सो मच मॉम ... ☺️
प्रशांत के डैड अपने कमरे से आ रहे थे , वो अपने हाथ में कुछ लिए हुए थे , जब वो देखे की सास और बहु बहुत खुश नजर आ रही है 😄 तो वो उनके पास आए आए और उनसे बोले — वाह भाई ... क्या बात है ? किस बात की इतनी खुशी मनाई जा रही है । जरा हमें भी शामिल कर लिजिए अपनी खुशी में ... हम्म ...😄☺️ वो ये बात प्रशांत के तरफ इशारा करके बोले । क्योंकि वो बेचारा बस बिना किसी भाव के उन्हें देख रहा था । जैसे सोच रहा हो कि " ये कहा फस गए है हम इस वक्त । " 😄😄
क्रमश: .......