मैं सहदेव सिंह एम ए बी एड ब्लागर, लेखक, कवि, मेरे लेख एवं कविताएं जीवन के व्यक्तिगत अनुभूतियों की प्रतिलिपी हैं । मैंने जिंदगी के हर दौर बहुत से उतर चढाव महसूस किए और उनसे जिंदगी का जो मतलब समझ आया वही लिखने को कोशोस किया । ३ अक्टूबर २०२० मेरे जीवन का वो दिन है जिसने मुझे एक ऐसा चोट दिया को अब जीवन भर रहने वाला है, एक एक्सीडेंट में मैं अपने बाएं हाथ और पैर से विकलांग हो गया और विगत दो सालों से घर पर रहने को मजबूर हो गया । अपने समय को अपनी अनुभूतियों को समर्पित कर दिया और लेखनी के सहारे अपने अनुभवों को लोगों से साझा कर रहा हूं ।