विकास से विनाश की तरफ कदम
बढ़ाया है,
इंसान स्वयं विनाश का कुंडी खटखटाया
है ।
चारों तरफ हाहाकार है,
परमाणु युद्ध के मुहाने पर विश्व
समुदाय है ।
क्या होगा जब परमाणु युद्ध शुरू हो
जायेगा ।
दुनिया अपने ही विनाश का कारण
बन जायेगा ,
ये कैसा विकास का दावानल जो
खुद का विनाश बन जायेगा ।।