इस पुस्तक पूर्ण रुपेण एक पारिवारिक रिश्तों को शर्मशार करने की कहानी है जिसमें एक संयुक्त परिवार के लोगों के बीच कैसे बिखराव होता है और वह परिवार अपनी बर्बादी का आलम अपनी आंखों के सामने देखता है।
लेखक इंजीनियर शशिकुमार मूलतः राजस्थान प्रांत के करौली जिले के छोटे से गांव में पैदा हुए हैं। जिन्होंने अपनी प्रारम्भिक पढ़ाई गांव के स्कूल से ही किया है।
इसके बाद इन्होंने राजस्थान के कोटा विश्वविद्यालय से स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री समाजशास्त्र