मेरे प्यारे अलबेले मित्रों !
बारम्बार नमन आपको🙏🙏
भाभीजान पान चबाती बोलीं,
जीवन में हैं अनगिनत समस्याएँ !
उनको दूर करने को,
आईए मिलजुल कर कदम बढ़ाएँ !!
सकारात्मक बने रहना हीं,
हर मनुष्य का व्यक्तिगत धर्म है !
नकारात्मकता को बाय बोलना,
हर मनुष्य का व्यक्तिगत कर्म है !!
अतः हम चलते जाएँ,
असत्य से सत्य की ओर,
अधर्म से धर्म की ओर,
अंधकार से प्रकाश की ओर,
अज्ञान से ज्ञान की ओर,
पाप से पुण्य की ओर,
कलह से शांति की ओर,
घृणा से प्रेम की ओर,
लालच से त्याग की ओर,
दुर्भावना से सद्भावना की ओर,
दुःख से सुख की ओर,
आलस्य से परिश्रम की ओर,
दानवता से मानवता की ओर,
नकारात्मकता से सकारात्मकता की ओर !
तभी होगी हताश-निराश जीवन की भोर ll
क्योंकि इस नश्वर जीवन का,
ना कोई ओर है ना छोर है ।
प्रभुजी के हाथ में,
इस जीवन का डोर है ॥
🙏🙏🙏🙏🙏🙏
अंजनी कुमार आज़ाद,
आरा,पटना,बिहार