माल !!
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बाँझपन रूपी विपत्ति को,
मात देकर,
नारियों ने,
नरों को,
अपने नर्क से निकाला है !
जिन्होंने,
अनगिनत नरों को,
संसार रूपी कम्प्यूटर में,
साफ्टवेयर सा डाला है !!
अनगिनत नरों ने,
नारियों से ज़िन्दगियाँ पाकर,
एक नया संसार-
रच डाला है!!
नारियों की,
करूणा,दया,
और
ममता के डोर में बँधकर,
नर ऊर्जा पाते हैं,
और
मुफ्त में प्राप्त,
वह असीम ऊर्जा ,
नारियों को सताने में लगाते हैं !!
नरों के बनाए,
बिभिन्न प्रकार के,
समझौतों की वेदियों पर,
नारियाँ चढ़ाई जाने लगी हैं !!
नारियों के लिए यह,
विचित्र और सबसे बड़ी बिडम्बना है कि-
नारियाँ आजकल,
अपनी हीं रची सृष्टि में,
नरों के नज़र में,
सिर्फ
'माल'
नज़र आने लगी हैं !!
🙏🙏🙏🙏
:-अंजनी कुमार आज़ाद
आरा,पटना,बिहार