असहिष्णुता के मुद्दे में हमारे देश के तथाकथित बुद्धिजीवी, सेलीब्रेटीज व साहित्यकार तटस्थ हैं । आप या तो समर्थन करें या विरोध । आपकी तटस्थता देश के लिए भयंकर स्थिति उत्पन्न कर रहा है। अतः आप अपने मन्तव्य देशहित में शीघ्र और जोरदार शब्दों अवश्य दें। आपकी तटस्था आपके पक्ष को कमजोर करता है। क्या आप चाहते हैं कि आपका पक्ष कमजोर हो ? आपका स्वाभाविक उत्तर होगा कदापि नहीं । तो फिर आप अपनी देशभक्ति उड़ेल दीजिए न ! आखिर आप अपनी अर्जित शक्ति किस दिन के लिए संजोग कर रख रहे हैं ? तो आप आज ही पत्रकार सम्मेलन आयोजित कर अपनी देशभक्ति का इजहार करने से न चुकें। माँ की ममता पुकार रही है।हाँ ! पुकार रही है।