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होली-दहन चीन-माल का कर दो

25 अक्टूबर 2016

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होली-दहन चीन-माल का कर दो ।


कच्चा माल आयात करता, बेचता सस्ता माल।

हमारे ही बाजार को, करता जो गोलमाल।

फॅस गया भारत देखो, चीनी के इस जाल से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


सन् 1962 में चीन, सैन्य किया घुसपैठ।

अब अर्थ-युद्ध से कर रहा, भारत को मटियामेट।

गिद्ध-दृष्टि है जो इनकी, समझें हम विवके से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


पाक में कोरिडोर बनाता , 46 विलियन डालर से।

षड्यंत्र बड़ा है चीन का , रचता मिल वह पाक से ।

इस हेतु पाक सन्मुख, रहता भाई चारे से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


राष्ट्रभाव हम भारतवासी, सीखें मुल्क जापान से।

बम गिरा सन् 45 में, पर जीते स्वाभिमान से।

अमरीकन सेव का बहिष्कार कर, झुकाया उनको शान से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


सोनी, पेनासोनिक देखो, कंपनी है जापानी ।

अमेरिका है दीवाना इनका, है यह अजब कहानी

अर्थ शास्त्र दिवाली का बिगड़ा, हमारी ही नादानी से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


क्वालिटी कंट्रोल लगा दें इनपर , रोकें घटिया माल।

चुनौति होगी हमसे इनकी, हाल होगा बदहाल।

परहेज न करे भारत अब ,इस नीति के लागू से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।


जिम्मेदारी हम सबकी है, न केवल सरकार की।

स्वदेशी का भाव जगे तो, लड़ाई आर पार की।

भारत माॅ की संतानें अब , चुनौती लें इस चीन से।

होली-दहन चीन-माल का कर दो , जीओ स्वाभिमान से।।

....................... सकलदेव

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