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बॉडी पॉजिटिव एनर्जी

10 नवम्बर 2021

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बॉडी पॉजिटिव एनर्जी)

एक खरगोश बहुत तेज भागता है, उसके पास फुर्ती गजब की है, इस बात को कोई नकार नहीं सकता, लेकिन यह बात बहुत कम लोग जानते हैं कि= खरगोश या सियाल कुत्ता से, जब तेज भागता है तो, वह अपने पैरों को चुम्मी देता है, भागना सभी को है, जिंदगी में कोई कामयाबी के पीछे भागता है, तो कोई किसी के डर से भागता है, कोई जान बचाने के लिए भागता है,

लेकिन आप लोगों को, एक राज की बात बताने जा रहा हूं,

आप लोग नीचे लिखे बात तो ध्यान से पढ़ें=

श्याम जब सुबह सुबह उठता है तो, क्या वह जाकर भी जाग रहा, होता है, नहीं ऐसा नहीं होता है,

नीचे लिखी बातों में से= क्या एक भी बात आप लोगों के साथ होती है= श्याम एक ऐसा लड़का है कि= जब उसे कोई कार्य दिया जाता है तो, उस कार्य को वह बेहतरीन, तरीके से नहीं कर पाता, बहुत लोग नहीं कर पाते हैं, आप सोच रहेंगे इसमें क्या बात है?

जिस कार्य को उसे दिया जाता है, वह उस कार्य के प्रति, ठीक से सोच भी नहीं पाता है , उसे कार्य के विषय में, कोई जानकारियां ठीक से नहीं रहता , उससे बोला कुछ और जाता है, वह कुछ और सुनता है, उसे दिखाया कुछ और जाता है, देखता कुछ और है, वह ठीक प्रकार से कोई कार्य को, डिसाइड नहीं कर पाता है  , उसे अपनी गलतियां याद नहीं रहता, और कभी-कभी तो वह ठीक से, चल फिर नहीं पाता है, उससे हमेशा गलती होती रहती है मैं जानता हूं कि आप लोग= सोच रहे होंगे कि यह क्या बात हुई, सभी के साथ ऐसा होता है, लेकिन इसका सलूशन है मेरे पास, मैंने इसी के विषय में तो, इस पुस्तक को लिखा है,

अब आप दूसरी बातों को ध्यान से पढ़ें=

श्याम जब सुबह सुबह उठता है, तो वास्तव में वह खुद को जगाता है, वास्तव में जगना क्या होता है?

मैं जानता हूं इसके विषय में, ऐसी कोई पुस्तक नहीं लिखी है,

वह सबसे पहले उठकर, अपने मन से कहता है, ऐसा अपने मन में एक विचार लाता है, ऐसे मैं बता दे यहां पर के, विचार हमारे अंदर की एक ऊर्जा होती है, सबसे पहले, हमें कोई कार्य करने के लिए, पावर मिलने से पहले, या फिर करने से पहले, हमारे मन के मस्तिष्क में, विचार ही उत्पन्न होती है, हम अपने विचार को, कई प्रकार से रख सकते हैं, यह हमारे बस में होता है, लेकिन फर्क इतना होता है कि, हम अपने अंदर में उठने वाले विचारों को, किस प्रकार से चुनाव करते हैं, हमारे अंदर के प्रकार के विचार , उत्पन्न होती है इसका मैं उदाहरण देने में असमर्थ हूं, उनकी कोई गिनती नहीं है, इनकी कोई सीमा नहीं है, लेकिन यह तीन प्रकार के श्रेणी में आते हैं, (पॉजिटिव  ),= नेगेटिव ) negative  पॉजिटिव के बीच में, मीडियम में,

<

श्याम कहता है कि= हे मेरे मन, तुम उस विषय की चिंता क्यों नहीं करते, जिस विषय से संबंधित मैं कार्य करने वाला हूं या कार्य करता हूं, तुम किसी और विषय पर क्यों लगे रहते हो, मैं जहां पर कार्य करता हूं, क्या तुम वहां पर रहते हो? नहीं मेरा जवाब है नहीं, अगर तुम मेरे पास होते, कितना अच्छा होता है कि मैं जिस कार्य को, करता , उस विषय से संबंधित, मेरे मन में विचार आते, मेरी मन की अनंत गहराइयों से, उस कार्य के प्रत्येक विषय में उत्पन्न होता और मैं उस विषय को, ठीक प्रकार 

भगवान श्री कृष्ण कहते हैं ठीक से जांच पड़ताल करने के बाद, उसे अपने कार्य में उपयोग करना चाहिए आगे से तुम, उसी विषय पर चिंतन करोगे, जिस विषय को मैं अंजाम देने वाला हूं, जिस कार्य को मैं करने वाला हूं, ठीक उसी प्रकार के चिंतन होनी चाहिए, हे मेरे मन. तुम मेरे कार्य में सहभागी बन, तुम अपनी शक्तियों के एकत्रित कर, और मुझ में, एक अपना मनोबल दो, तब मैं उस कार्य में, hundred percent, सफल हो जाऊंगा, ऐसा मेरा मानना है, की है मेरे मन, जब तक तुम, उस कार्य से संबंधित, विषय पर चर्चा नहीं कर पाते, तब तक हमें उस कार्य को करने की बल प्राप्त नहीं होगी, ऐसा मेरा मानना ही नहीं, बल्कि यह सत्य है,

मनोबलमनोबल)

आज के समय में बहुत से लोग इस बात को भूलते जा रहे हैं, हम पहले की बातों को पढ़ते हैं, जैसे श्रीमद्भगवद्गीता, लेकिन यह मात्र सिर्फ, श्लोक बनकर रह गई, लोग इसे अपने जीवन में, उतारना ही नहीं चाहता, उनके मन में ऐसा विचार चलता है कि, उनके बच्चे साधु ना हो जाए, इस बात के डर से, लोक श्रीमद्भगवद्गीता जैसे, पवित्र ग्रंथ को, या उससे दूर भागते हैं, लेकिन हकीकत में हम लोग, उन्हें समझ नहीं पा रहे हैं, उनका कोई महत्व नहीं रहा जिंदगी में, बहुत से ऐसे लोग हैं, जो सिर्फ नाम जानता है, लेकिन श्रीमद्भागवत गीता का, अर्थ नहीं पता है, हकीकत बात यह है कि, हम उसे old-fashioned मानते हैं,

जो एक दुख भरी विषय है,

भगवान श्री कृष्ण कहते हैं= इंद्रियां घोड़े हैं, और मन सारथी है, आत्मा उस पर सवारी करती है,

इसका पूरा मतलब होता है कि, हमारे शरीर के जितने भी इंद्रियां, या फिर अंग है, जिन्हें मन चलाता है, अर्थात= मन कंट्रोल करता है,

अभी के समय में बहुत से बच्चे आपको मिलेंगे, जो कोई और कार्य करता है, उसका मन कहीं आ फिर जाता है, जैसे की वीडियो गेम, या फिर खेलना घूमने टहलने,

बच्चे की तो बात ही छोड़ो, बड़े लोग भी ऐसा नहीं कर पाते, क्योंकि उनको मनका उपयोग के विषय में पढ़ाया ही नहीं जाता है, उनको तो सिर्फ आदेश, मानना है, चाहे मन किसी और विषय में ही क्यों ना हो किसी और कार्य करने की इच्छा क्यों ना हो? लोग ऐसे ही जी रहे हैं, इसलिए दुनिया में लगभग 90 परसेंट, लोग कामयाब नहीं होते 

या फिर अपने कार्य को ठीक प्रकार से अंजाम नहीं दे पाते, क्योंकि उनके मन में कोई और विषय चलता रहता है , जाहिर सी बात है कि= हम वहां रहकर भी हम वहां नहीं हैं, एक साधारण सी भाषा में , मैं कोई कार्य कर रहा हूं, और मेरा मन वहां नहीं है, इस कार्य को अंजाम दे पाऊंगा, अंजाम भी देता हूं तो किस हद तक दूंगा, उस कार्य को किस प्रकार से, समझ पाऊंगा, क्योंकि मन विषय का केंद् है, विषय जानकारी होती है,


बिना जानकारी के कोई कार्य को अंजाम नहीं दे सकता इस बात को कोई ठुकरा भी नहीं सकता है, क्या आप इस बात को ठुकरा सकते हैं? आपका जवाब क्या है?

फिर वह अपने हाथों से कहता है कि, ऐसा विचार लाता है, मेरे हाथ तुम्हारे पास एक कला है, तुम किसी कार्य को बेहतरीन तरीके से कर सकते हो, मैं जिस कार्य को करने वाला हूं, या फिर मैं जिस कार्य को अंजाम देने वाला हूं, मुझे आशा है कि तुम उस कार्य को बेहतर तरीके से करोगे,

आप जानते हैं? अपने हाथों की फिंगर पावर को,

आइए पहले इसके बारे में हम जानते हैं,

(

Hand finger power)

हमारे हाथों की बनावट ऐसी है कि, उनकी अंगुलियां एक समान नहीं,

हमारे शरीर में, या फिर पंचभूत, पांच होते हैं,

जल अकाश पृथ्वी अग्नि 

वायु

इन पांचों तत्वों का संकेत हमारे हाथों की अंगुलियों में होती है,

कंट्रोल करने की शक्ति होती है,

हालांकि विज्ञान हमारी इतने विकसित नहीं है,

इन बातों को सिद्ध कर सके,

लेकिन हम पहले की बातें माने तो,

हमारे शरीर में पांच तत्व, समान नहीं है, उनका एकमात्र उदाहरण, हाथों की अंगुलियां,


अगर इन पांच तत्वों में से, किसी एक का, कम बेसी होने से, शरीर में अनेक प्रकार की, बीमारियां जन्म लेती है, और उन्हें पोषक तत्व को, जड़ी बूटियां, दवाइयां से पूरी करते हैं,


श्याम अपने हाथों में, इस प्रकार के विचार, ,,डाल रहे हैं, वह अपने हाथों को, उस कार्य को बेहतर तरीके से करने के लिए, क्रिएट कर रहा है, यह पॉजिटिव एनर्जी है, श्याम अपने मन को क्रिएट कर रहा है, वह अपने मन में एक पॉजिटिव एनर्जी डाल रहा है,

फिर वह अपने पैरों से कहता है कि, हे मेरे पैर, तुम अपना बैलेंस क्यों नहीं बनाए रखते, पैरों का सिर्फ चलने से मतलब नहीं है, सिर्फ खड़ा रहने से मतलब नहीं है, सभी कार्य क्षेत्र में, बैलेंस बनाए रखता है

जैसे अगर कोई लंगड़ा आदमी, या फिर जिसके पैर ना हो चलने की ठान ता है, तो उसके मन में सबसे पहले, अपने पैरों को लेकर दिक्कतें आएंगे, लेकिन एक सामान्य आदमी के मन में उस प्रकार की दुविधा उत्पन्न नहीं होती,

एक एक कदम पर अपना बैलेंस बनाए रखना होगा, नहीं तो फिर हम उस कार्य को अंजाम नहीं दे सकते,

फिर वहां अपने दिल में उस कार्य के प्रति प्रेम जगाता है, वह अपने दिल में विचार लाता है, कहता है कि, मेरे दिल, तुम मेरे अंदर उस कार्य के प्रति, प्रेम क्यों नहीं जगाते हो, या फिर उस कार्य को तुम, अपने दिल में क्यों नहीं रखते हो, बता देना चाहता हूं कि, जब तक मेरे दिल में, किसी कार्य को लेकर, घृणा है, या फिर नफरत है, तब तक तुम उस कार्य को, अंजाम नहीं दे सकते हो, अब कुछ बातें ऐसी हैं कि, कुछ लोगों को मैंने कहते सुना है,

वह काम इतना बुरा था, वह बैठकर उस कार्य के प्रति, कुछ कमियां निकालते रहते हैं, कुछ बुराइयां करते रहते है, अक्सर ऐसा देखा जाता है, कि वह लोग उस कार्य को, बीच में छोड़ देते हैं, क्योंकि उसके दिल में, उस कार्य के प्रति अच्छी, फीलिंग नहीं थे, या फिर उस कार्य को, उसके दिल में जरा सी भी जगह नहीं थी, मैं मानता हूं कि, श्याम सबसे पहले उठकर, उस कार्य को याद करके, या फिर उस कार्य को, अपने दिल में रखता है, मैं जानता हूं कि किसी कार्य को करने की काबिलियत, दिल से या स्टार्ट होती है, क्योंकि दिल, आदर्श का केंद्र है, प्रेरणा का केंद्र है और फिर, रक्त का मालिक है, मैं जानता हूं यह बातें कुछ अटपटी लगेंगे, की काबिलियत कहां होती है, काबिलियत की परछाई, दिल में होती है, हमारे दिल में उस कार्य के प्रति जैसी भावना रहती है, वैसे हम उस कार्य को अंजाम देते हैं, ऐसे कहा जाए तो श्याम अपनी काबिलियत को जगा रहा है, सच में वह अपने आप को जगा रहा है, या फिर अपने आप को क्रिएट कर रहा है, ठीक है कंप्यूटर की तरह, जब वो खुलता है तब, कुछ देर कर समय लेकर, अपने प्रक्रिया में लग जाता है, फिर उसके बाद कई प्रकार की, फाइलें खुल जाती हैं आप जिस फाइल पर काम करना चाहते हैं, वह स्वतंत्र है,

ठीक इसी प्रकार से हमारे दिल में, कई प्रकार के भावनाएं, उत्पन्न रहती है, बस आपको सोचना है कि, आप उस कार्य के लिए, किस फाइल से कनेक्ट हो जाएंगे,

महान राइटर डेल कार्नेगी" अपनी पुस्तक लोग को व्यवहार में कहते हैं,  मुझे जिस कार्य को करने जाना है उससे पहले उस कार्य को दिल में अच्छी प्रकार से उतार लेना चाहिए, मैं उनके विचारों को नमन करता हूं,

फिर वह अपने दृष्टि को आगे पीछे, घुमाता है, दाएं बाएं अपनी नजर घुमाता है,

फिर अपने मन में यह विचार लाता है कि, हे मेरी दृष्टि, उस कार्य को सटीक तरीके से क्यों नहीं देखते, जिस कार्य को मैं करने जा रहा हूं या अंजाम देने जा रहा हूं, तुम किसी और जगह अपनी नजरें क्यों लगाते हो, तुम्हें अपनी गलतियों को, देखना होगा, ऐसा नहीं होना चाहिए, कि तुम किसी और जगह देखो, बगुले की तरह हमें अपनी नजर गड़ाए रखनी चाहिए, तभी हम उस कार्य में, सफल हो पाएंगे, और वह सुबह उठ कर, अपनी दृष्टि का, सटीक करता है, फिर वह अपने कानों के प्रति ऐसा विचार लाता है कि, मेरे कान, तुम उस विषय को क्यों नहीं सुनते , उस बातें के क्यों नहीं सुनते, जो मेरे कार्य से रिलेटेड है, तुम दूसरी बातों पर ध्यान क्यों देते हो? किस प्रकार से मैं किसी कार्य को, अंजाम दे पाऊंगा, हमें लगता है बिल्कुल नहीं, ऐसा ना हो कि, लोग हमें तेल लाने के लिए, भेजें और मैं पानी लेकर आ जाऊ तब हम सिर्फ हंसी के पात्र, बनकर रह जाएंगे, इसलिए हमें, अपनी कानों को तेज रखने होगी, फिर से अपने मस्तिष्क से कहता है= ऐसा विचार लाता है कि, तुम उस कार्य को, याद क्यों नहीं करते, या फिर उस बातों को ध्यान में क्यों नहीं लाते, जिस कार्य को मैं करने वाला हूं, या फिर मैं अंजाम देने वाला हूं, मैं जानता हूं कि किसी भी कार्य के लिए हमारी याददाश्त का होना जरूरी है, इसलिए श्याम, अपने मस्तिष्क में, अपने कार्य का एक प्लान बना रहा है, वह वर्क मैनेजमेंट कर रहा है, अब यहां पर सवाल आता है कि= work management kya hai,

मैं बताता हूं किसी कार्य को करने से पहले, उसे अच्छी प्रकार से सोच लेना, तथा तय कर लेना, उन्हें एक तरीके से याद करना, वर्क मैनेजमेंट है, और श्याम अपने मस्तिष्क में वर्क मैनेजमेंट कर रहा है, अर्थात प्लान कर रहा है उस कार्य के प्रति जिसको करता है जिसे वह अंजाम देने वाला है,

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रचनाएँ
लोक लाज
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(भूमिका) सबसे पहले तो मैं अपने पाठकों को 👉 इस पुस्तक में लिखी गई है आपकी बॉडी पासवर्ड क्या है आप इसके बारे में जरूर जानेंगे मुझे आशा है कि आपकी यह अनोखी जानकारी होगी, यह मेरे बचपन से अनुभव की गई बातें हैं जो आर्टिकल्स के द्वारा तथा कुछ विज्ञान के द्वारा तथा कुछ धार्मिक कहानियों के द्वारा सिद्ध किया गया है हालांकि यह पुस्तक की प्रेरणा मात्र मुझे लोक व्यवहार पुस्तक से मिली है मैं डेल कार्नेगी का फैन हूं मुझे उन्हीं से इस पुस्तक को लिखने के लिए प्रेरणा मिली है क्योंकि मैंने उनकी किताब को पढ़ा है और मुझे आशा है कि मेरी बुक आप लोग के साथ दे खरी उतरेंगे यह पुस्तक एक कूटनीति से बचने के लिए भी लिखा गया है हमें आशा है कि आप लोगों को इसे पढ़कर कुछ जानकारियां हासिल हो जाए मैं आप लोगों को दिल से इस पुस्तक को पढ़ने के लिए धन्यवाद करता हूं, हमें खुशी है कि आप मेरी रचना को पढ़ रहे हैं, और मैं आप लोगों को शुक्रिया अदा किस प्रकार से , करूं क्योंकि मेरे पास अल्फाज नहीं मिल रहे हैं, मैं इस पुस्तक की विशेषता बताने जा रहा हूं इसकी भूमिका क्या है, इस पुस्तक का नाम लोक लाज है यह पुस्तक एक गोपनीय जानकारी पर आधारित है, इस पुस्तक में हमेशा की तरह आप लोगों को कुछ अनोखी जानकारियां मिलेंगे, अगर इस पुस्तक को बोला जाए तो यह एक बॉडी इतिहास है, शारीरिक रचना पर आधारित है, इस पुस्तक को कुछ धार्मिक कहानियां से भी जोड़ा गया है, यह जानकारी बहुत ही महत्वपूर्ण है, आप लोग इन जानकारियों को इकट्ठा करके, कृपया इसका गलत इस्तेमाल ना करें, यह पुस्तक सिर्फ मानव को समझाने मात्र के लिए लिखा गया है, जो सामाजिक घटना पर आधारित तो है ही, इसमें विज्ञान से रिलेटेड कुछ बातें भी आप लोगों को पढ़ने को मिलेंगे आपका प्रिय लेखक शुभम कुमार
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भूमिका

10 नवम्बर 2021
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<ol> <li><br></li> </ol> <p>l</p> <p><em>(भूमिका) सबसे पहले तो मैं अपने पाठकों को </em><br> <

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विषय सूची

10 नवम्बर 2021
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<p>विषय सूची--</p> <p>1(Mod off)</p> <p>2ब्लूटूथ डिवाइस एंड वायरस-</p> <p>3बॉडी ट्रांसमिशन टावर</

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मूड ऑफ

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<p><a href="https://pxhere.com/en/photo/1144443" title="&lt;span style=&quot;font-size:11pt;font-fam

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बॉडी पॉजिटिव एनर्जी

10 नवम्बर 2021
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<p><a href="https://pxhere.com/en/photo/1144443" title="&lt;span style=&quot;font-size:11pt;font-fam

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नेगेटिव साउंड

10 नवम्बर 2021
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<p>अपने पिछले लेख में जाना कि श्याम अपनी बातों से अपने अंगों को उस कार्य को करने के लिए प्रेरित कर र

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सकारात्मक सोच

10 नवम्बर 2021
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<p>सकारात्मक सोच का सबसे बड़ा फायदा यह रहता है कि हमारा अपने आप पर स्वयं का control रहता है और हम जो

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आपकी बॉडी पासवर्ड क्या है?

10 नवम्बर 2021
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<p>ब्लूटूथ डिवाइस थ्योरी=</p> <p>बॉडी में प्रवेश करके, बातों को जान लेना तथा अपने आप में ट्रांसलेट

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बॉडी ट्रांसमिशन टावर

11 नवम्बर 2021
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<p><br> जिस कार्य को करने के लिए_ जितनी बिजली की, आवश्यकता होती है, प्रकृति हमारे अंदर, उतना ही बिज

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बॉडी ट्रांसमिशन टावर

11 नवम्बर 2021
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<p><br> जिस कार्य को करने के लिए_ जितनी बिजली की, आवश्यकता होती है, प्रकृति हमारे अंदर, उतना ही बिज

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आपको एटीट्यूड कहां से मिलती है

11 नवम्बर 2021
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<p><br> आकर्षण के नियम (Law of Attraction) के अनुसार आप अपने जीवन में पॉज़िटिव (positive) और निगेटि

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आपका टाइम से कनेक्शन

11 नवम्बर 2021
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<p><br> क्या आप बहुत कोशिश करने के बाद भी समय पर अपना कार्य पूरा नहीं कर पा रहे हैं? हम समय के सही

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आपकी काबिलियत

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<p><em>हम सब अपनी जिंदगी में, अपने अपने प्रकार से, जीवन का अनुभव लेते हैं, लेकिन समय बराबर ही चलता =

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आपकी काबिलियत

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<p><em>हम सब अपनी जिंदगी में, अपने अपने प्रकार से, जीवन का अनुभव लेते हैं, लेकिन समय बराबर ही चलता =

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दिल को छू ना

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<p><em>हमारी बॉडी में भी, एक पासपोर्ट होता है,</em></p> <p><em>जैसे कि मैं यहां पर एक उदाहरण देने ज

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पासपोर्ट लाइन

11 नवम्बर 2021
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<p><em>यह पासवर्ड लाइन क्या है?</em></p> <p><em>यह एक रोड प्रक्रिया है, जैसे कोई रास्ता, सही रास्ता

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आपकी फीलिंग सत्य को पकड़ती है

11 नवम्बर 2021
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<p><em>पर कुछ उदाहरण देने जा रहा हूं</em></p> <p><em>जैसे मान लीजिए कि= एक लड़का है, Shyam,</em></p

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आप किसी से कनेक्ट कैसे होते हैं?

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<p><em>कनेक्ट होना क्या है? मैं जानता हूं यह सवाल आप लोगों के मन में, चल रहे होंगे, सिंपल सा उदाहरण

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आप कॉपीराइट करते हैं

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<p><em>हर पिता यह याद रखे ,father forgets in hindi by w. livingston larned </em></p> <p><em>Ma

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(आपकी कल्पना आप को जगाती है)

12 नवम्बर 2021
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<p>(आपकी कल्पना आप को जगाती है)</p> <p>जब कभी आप दादी मां से कहानी सुनते हैं,</p> <p>उस कहानी में

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(आपकी कल्पना कब विकसित होती है)

12 नवम्बर 2021
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<p>🏌🙇👇आपकी कल्पना कब विकसित होती है,<br> </p> <p>मां की लोरी की आवाज कानों में पड़ते ही बच्चा क

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(नेगेटिव साउंड)

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<p>👉<em>(नेगेटिव voice)</em><br> </p> <p><em>यहां पर कुछ बातों पर गौर करिए, कुछ दोस्त ऐसे होते है

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पॉजिटिव देखना

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<p><br> <em>अब और कुछ बातों पर गौर करें,</em></p> <p><em>श्याम सुबह सुबह उठकर, कुछ पक्षियों को देख

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बॉडी लोचा

12 नवम्बर 2021
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<p><br> 👉 (आपकी बॉडी लोचा क्या है)</p> <p>📖---<br> <br> </p> <p><u><em>(बॉडी लोचा)=</em></u><

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🏄मेरी कल्पना की जीत)

12 नवम्बर 2021
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<p><br> <br> <u><em>मेरी कल्पना की जीत✏</em></u></p> <p><u><em>🏆जो मेरा लक्ष्य है, किसी कार्य का

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एनिमल बर्ड सिनेमा

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<p>🐥🐥<u><em>एनिमल वर्ल्ड सिनेमा-)</em></u></p> <p><u><em>एक बाज बहुत ही फुर्ती से अपने शिकार को,

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👉आप सहानुभूति से बचें

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<p><u><em>आप कुछ और बातों पर गौर फरमाते हैं,</em></u></p> <p><u><em>एक हमारे शरीर में, किसी अपने वि

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आप अपनी बातें जरूर शेयर करिए✏

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<p>👉📖<u><em>आप कुछ बातों पर और भी गौर करें,</em></u><u><em> श्याम एक पत्र लिख रहा है, वह पत्र में

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👉बातों का प्रभाव

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<p>👉बातों का प्रभाव</p> <p>आप जानते हैं कि आपके जीवन में आपकी बातों का कितना असर पड़ता है आप गैरों

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👉आपकी कमजोरी क्या है?

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<p>👉 आपकी कमजोरी क्या है?</p> <p>हर व्यक्ति की और सबसे पहले कमजोरी यह है कि वह अपने शत्रु की बुराई

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👉खुद को डांट फटकार लगाना

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<p><u><em>भी दे सकते हैं,</em></u></p> <p><u><em>💄)खुद को डांट फटकार लगाना</em></u><u><em> ) श्याम

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👉आपकी चेतना जागृत कैसे होती है?

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<p>👉क्या आप जानते है कि आपकी चेतना आपकी योग्यता है?आपको सारा जीवन कंट्रोल करता है?और इसका निर्माण आ

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👉कोई आपके आत्म बल को कितना गिरा सकता है

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<p>(मेरा मनोबल)</p> <p>(तीन लड़के आपस में बैठे हैं) तभी वहां पर चौथा जाता है,, आपस में बातें होती ह

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👉सब्जेक्ट लैंग्वेज क्या है?

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<p>👉 सब्जेक्ट लैंग्वेज क्या है?<br> </p> <p><u><em>सब्जेक्ट लैंग्वेज) </em></u></p> <p><u><

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👉 सब्जेक्ट लैंग्वेज क्या होता है?2

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<p><u><em>बातों का उत्तर आपको मिल जाएगा जैसे मैं उदाहरण दे रहा हूं श्याम एक बुरा लड़का है राम रमेश स

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👉आपकी चेतना कैसे जागती है?

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<p>👉👉👉</p> <p>📖<br> </p> <p>चेतना एक प्रकृति का उपहार</p> <p>कोई भी प्राणी कि जब उत्पत्ति हो

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👉आपकी सफल मजबूती क्या है👉

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<p>🏄🏄🏄✏✏✏✏✏✏‘︿’</p> <p>👉आपकी सफल मजबूती क्या है≥﹏≤</p> <ol> <li><br> </li> <li><br> </

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👉मेरी अभिलाषा भरी जिंदगी

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<p>मेरी अभिलाषा भरी जिंदगी👉<br> </p> <p>( बुड्ढे पति का प्रेम और वादा)</p> <p>हां मैं कभी थकता न

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👉हमारे मोमेंट हमारी यादों की पासवर्ड है?

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<p>👉👉👉<br> <br> <br> 👉हमारे मोमेंट यादों की पासपोर्ट है✏✏<br> </p> <p>1मनोविज्ञान)</p> <p>

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प्रशंसा के फूल 🌺

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<p><br> प्रशंसा के फू</p> <p>🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹<br> </p> <p>प्रशंसा के फूल</p> <p>अगर मैं तुमसे कहत

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आपकी मोमेंट आपकी यादों की पासपोर्ट है2

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<p>👉आपकी मोमेंट आपकी यादों की पासवर्ड है?2</p> <p>एक कहावत है कि जब तक आप खुद को एक डॉक्टर नहीं सम

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👉रोना क्यों बेहतर होता है?

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<p>👉आपके लिए रोना क्यों अच्छा होता है</p> <p>✏ जब आप रोते हैं😢😢 तो सबसे पहले हमें इस 👉बातों का

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👉एक मजबूत रिश्ता रोने से

13 नवम्बर 2021
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<p><br> 👉एक रोने की प्रथा</p> <ul> <li><br></li> </ul> <p>👉यह अक्सर गांव देहात में देखा जात

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पिता के पास तो दिल है

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<p>पिता के पास तो दिल है'</p> <p>👉खुशियों के आंसू😢😢</p> <p>✏✏ हर परिस्थिति में इंसान रोता है, च

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कभी-कभी आपकी डर आप को मजबूत करते हैं

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<p>👉 क्या आप जानते हैं एक डर आपको मजबूत बनाता है!<br> </p> <p><u><em> &nbs

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👉आपके मस्तिष्क की विकास कब होती है

14 नवम्बर 2021
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<p>आपका मस्तिष्क का विकास कब होता है,</p> <p>मैं यहां पर एक उदाहरण देने जा रहा हूं, जिसे आप लोग पढ़

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👉पिता की उंगली

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<p>पिता की अंगुली</p> <p>मैं कितना नाजुक था, चलते चलते कभी मुंह के बल गिरता था, तब मेरे पिताजी, अपन

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मां की लोरी

14 नवम्बर 2021
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<p>मां की लोरियां</p> <p>जब मैं छोटा था तब मेरी मां, मुझे नींद नहीं आती, तब मुझे यह लोरी, गाकर सुना

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कोई आपको कन्वर्ट कैसे कर सकता है

14 नवम्बर 2021
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<p>कई बार हम सामने वाले से बहस तो करते हैं लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकलता। या ये कहें कि सामने वाल

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कोई आप को कंट्रोल कैसे करता है

14 नवम्बर 2021
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<p>कोई भी अपनी राय लोगों में प्रसारित करने के लिए तथा कुछ बातों को सही करने के लिए एक सपोर्ट लेते है

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किताब पढ़िए

लेख पढ़िए