पिता के पास तो दिल है'
👉खुशियों के आंसू😢😢
✏✏ हर परिस्थिति में इंसान रोता है, चाहे खुशी हो या फिर गम,
हां मेरे बेटे तुम नहीं जानते जब लोग तुम्हारी,
प्रशंसा करते हैं तो मैं चुपके से उसे सुनता हूं,
पर मेरे आंखों से आंसू निकल पड़ते हैं,
मैं तुमसे बातें करने के लिए बहाने ढूंढता रहता हूं,
तुम्हें पास में देखकर तथा तुमसे बातें करके,
👉देखो कितना आराम मिलता है,
आंखें नम हो जाती है, हां मेरे बेटे,
तुम्हारी कामयाबी शायद तुम्हारी खुशी ना हो,
लेकिन यह पिता सुनकर, प्रशंसा के मारे आंखों से आंसू रुकते नहीं, हां बेटे जब मैं तुझे डांट लगा देता हूं,
👉तो खुद को फटकार ता हूं, खुद को धिक्कार ता हूं,
किसी कोने में जाकर के चुपके से रोता हूं,
तुम नहीं जानते तुम बाहर जब जाते हो,
यह बुड्ढे पिता का दिल भी, पिघल जाता है,
तो मैं तो जवां Hu Na,
मेरा क्या हाल होगा, तू नहीं जानते जब लोग तुम्हारी,
निंदा करते हैं तो फिर यह पिता का दिल,
👉घबरा जाता है, मैं खुद को ही नकारा निकम्मा कहता हूं,
अबकी बार मैं तुझे जब तुम्हें उल्टा उल्टा बोलूंगा तो उससे पहले अपने जीभ को दांतो तले दबा के रखूंगा,
खडूस पीता नहीं, अच्छा पिता हूं, लेकिन मैं तुम्हारी 👉गलतियों को नकार नहीं सकता,
तुम्हें डांट कर दिल भी घबराता है,
क्योंकि इस पिता के पास दो दिल है ना,
कौन समझेगा इस पिता को सब तो इसे खडूस कहते हैं,
लेकिन मैं दबे पैर तुम्हारे कमरे में, प्रवेश करके जब तक तुम्हें देख नहीं लेता दिल को सुकून नहीं मिलता है,
यह पिता एक बार खिड़की से झांकना तथा तुम्हें देखना जरूरी समझता है,
जब तक तुम्हें देख नहीं लेता नींद नहीं आती,
इसलिए यह पिता देर रात तक जागता है,
तथा तुमसे सवाल जवाब करता है,
तुम जब कहीं चले जाते हो, किसी के साथ जाते हो,
तुम्हें किसी घोड़े की तरह दौड़ कर उस व्यक्ति से,
जा करके कहता हूं कि तुम मेरे बेटे का ख्याल रखना,
फिर भी मेरा दिल घबराता है,
जब तुम बिना खाए स्कूल चले जाते हो,
तो यह पिता तुम्हारी खाना को लेकर के भागते हुए स्कूल तक जाता है, तथा तुम्हारी दोस्तों को भी कुछ पैसे देता है,
मैं हमेशा चुपके से तुम्हारी खबर लेता हूं'