Hi Friends, हम सभी जानते हैं कि कंप्यूटर आज हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा है. हम सभी अपने दैनिक जीवन में इसका प्रयोग मनोरंजन से लेकर बड़े बड़े काम को करने के लिए इसका प्रयोग करते हैं.
लेकिन क्या आप कंप्यूटर के इतिहास के बारे में जानते हैं ?
अगर नहीं,
तो मैं इस पोस्ट में आप सभी को कंप्यूटर के इतिहास के बारे में काफी विस्तार से बताऊंगा ( Lets Learn History Of Computer In Hindi )
Learn History Of Computer In Hindi
Compuer Ke Ke Bare Me Sabhi Chijen Hindi Me,मैं इस पोस्ट में आप सभी को कंप्यूटर के इतिहास के बारे में पॉइंट वाई पॉइंट बताऊंगा ताकि आप इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल कर पायें.
कंप्यूटर को हिंदी में क्या कहते हैं ?
कंप्यूटर का हिंदी नाम '
संगणक'है क्योंकि यह बड़ी से बड़ी गणना करने में सक्षम है.
कंप्यूटर शब्द की उत्पति अर्ग्रेज़ी भाषा के 'कंप्यूट' शब्द से हुई है जिसका अर्थ है गणना करना. अर्थात इसका सीधा सा अर्थ है कि कम्पूटर का विकास गणितीय गणनाओं को हल करने के लिए किया गया है.
कंप्यूटर के पिता कौन कहे जाते हैं ?
चुकीं कंप्यूटर का पहली बार निर्माण करने बाले व्यक्ति हैं -
चार्ल्स बेबेज. अतः इन्हें
कंप्यूटर का जनक या पिताकहा जाता है. चार्ल्स बेबेज एक गणित के प्रोफेसर थे जिन्होंने पहली बार कंप्यूटर का निर्माण किया.
कंप्यूटर का इतिहास ( History Of Computer In Hindi)
19वीं सदी में गणित के एक प्रोफेसर 'चार्ल्स बेबेज' ने कंप्यूटर शब्द से सब को परिचित करवाया.
उन्होंने Analytical Engine की रचना की है जिसके आधार पर आज के कंप्यूटर भी काम कर रहे हैं.
सामान्यता, कंप्यूटर को तीन पीढ़ियों में वर्गीकृत किया गया जा सकता है. हर पीढ़ी एक निश्चित समय तक चली और पीढ़ियों के साथ साथ हमारे कंप्यूटर का विकास होता गया और हमें और भी बेहतरीन कंप्यूटर मिलने शुरू हो गए.
मैं आप सभी को उन प्रत्येक पीढ़ी के बारे में विस्तार से बता रहा हूँ ~
कंप्यूटर की पहली पीढ़ी ( First Generation Of Compuer In Hindi )
Based On : Vaccum Tubes
Year : 1940-1956
इस पीढ़ी की कंप्यूटर में इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल को नियंत्रित तथा प्रसारित करने के लिए Vaccum Tube का उपयोग किया जाता था. चुकीं इन्ही के द्वारा सबसे पहले कंप्यूटर का सपना साकार हुआ था इस लिए काफी ज्यादा कंप्यूटर का निर्माण किया गया.
इस पीढ़ी में उपयोग किये जाने वाले Vaccum Tube का आकार काफी बड़ा होता था जिसके कारन ये काफी जगह घेरते थे. साथ ये उपयोग करते वक्त काफी गर्मी उत्पन्न करते थे. इनमे टूट फुट तथा खराबी होने की संभावना काफी ज्यादा रहती थी और इसके अलावा इसकी गणना करने की क्षमता भी काफी कम थी.
इस पीढ़ी में निर्मित कंप्यूटर Electronic Numerical Integrator And Computer (ENIAC), EDSAC (Electronic Delay Storage Automatic Computer), UNIVAC (Universal Automatic Computer) इत्यादि हैं.
कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी ( Second Generation Of Compuer In Hindi )
Based On : Transistor
Year : 1956-1963
कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी में ट्रांसिस्टर का आविष्कार हुआ और इसका उपयोग अब कंप्यूटर में किया जाने लगा. ये ट्रांसिस्टर Vaccum Tube की अपेक्षा अधिक सक्षम थे तथा इनका आकार भी उनकी अपेक्षा काफी छोटा था. इसकी क्षमता अधिक थी और अब कंप्यूटर तेजी से काम करता था. अब पहली पीढ़ी की तुलना में कंप्यूटर छोटा बनने लगा तथा या तेजी से काम भी करने लगा.
कंप्यूटर की तीसरी पीढ़ी ( Third Generation Of Computer In Hindi )
Based On : Integrated Circuit
Year : 1963-1971
इस पीढ़ी के कम्प्यूटर में इंटीग्रेटेड सर्किट का प्रयोग की जाने लगा जो ट्रांजिस्टर से भी काफी छोटा था. इस पीढ़ी के कंप्यूटर की क्षमता काफी बढ़ चुकी थी और अब एक ही साथ एक से अनेक कंप्यूटर का प्रयोग किया जा सकता था. चुकी इसमें सिलिकॉन चिप से बनी छोटे सी इंटीग्रेटेड सर्किट का प्रयोग किया जाता था अतः इसका आकार अब काफी छोटा हो गया था. अब इस पीढ़ी के कंप्यूटर का प्रयोग घर में भी बाद स्तर पर होने लगा.
इस पीढ़ी के कंप्यूटर की गति माइक्रो सेकंड से नैनो सेकंड तक थी जिसका मुख्य कारन इंटीग्रेटेड सर्किट का उपयोग था.
कंप्यूटर की चौथी पीढ़ी ( Fourth Generation Of Computer In Hindi )
Based On : Microprocessor
Year : 1971- आज तक
आज हम सभी ज्यादातर इसी पीढ़ी के कंप्यूटर का उपयोग करते हैं जिसमे गोद में चलाने बाला लैपटॉप भी शामिल है. इस पीढ़ी के कंप्यूटर में माइक्रोप्रोसेसर का प्रयोग करने से इसका आकार काफी छोटा हो चूका है जिसे हम अपने साथ कही भी ले जा सकते हैं.
इस प्रकार के कंप्यूटर में VSLI की मदद से हजारों ट्रांसिस्टर को एक साथ जोड़ा सकता है और इसकी गति को काफी तेज बनाया जा सकता है.
इस पीढ़ी के ही कंप्यूटर का उपयोग अब हम सभी पर्सनल कंप्यूटर के रूप में भी करने लगे.
कंप्यूटर के क्षेत्र में सबसे बड़ी क्रांति इस पीढ़ी को माना जाता है.
कंप्यूटर की पांचवी पीढ़ी ( Fifth Generation Of Computer In Hindi )
Based On : Artificial Intelligence
Year : भविष्य
कंप्यूटर की जो अगली पीढ़ी है जिसपर अभी काम चल रहा है और कुछ हद तक सफलता भी मिल चुकी है वो है Artificial Intelligence पर आधारित कंप्यूटर. इस प्रकार के कंप्यूटर सभी काम खुद से करने में सक्षम होंगे.
इस तरह के कंप्यूटर को हम रोबोट, और अलग प्रकार के मशीनों में देख सकते हैं जो मानव से भी अधिक काम करने में सक्षम होगा.
तो दोस्तों, ये थी कंप्यूटर के इतिहास ( History Of Computer In Hindi ) के बारे में विस्तृत पोस्ट :)
आशा है आपको ये शानदार पोस्ट पसंद आई होगी.