सेना में शामिल होना अपने आप में गर्व की बात है और देश की पहली सिख लड़की ने अमेरिका की सेना में शामिल होकर भारत का मान बढ़ाया है. रणबीर कौर भारतीय मूल की पहली सिख युवती हैं, जो अमेरिकी सेना में हैं. 17 वर्ष की आयु में यूएस नेशनल गार्ड को ज्वाइन करने वाली रणबीर ने अमेरिका के सबसे कठिन 'मिशन अफगानिस्तान' में डेढ़ साल गुजारे हैं.
आपको ये जानकर गर्व होगा कि अमेरिका के न्यू ऑर्लियंस शहर में 2005 में आए भयावह कैटरीना तूफान में रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान उन्होंने हिम्मत का परिचय देते हुए गुरुद्वारे के आस-पास के कई नागरिकों की जान बचाई. साथ ही तूफान में तबाह हुए गुरुद्वारे से उन्होंने 'गुरु ग्रंथ साहिब' को सुरक्षित निकाला.
रणबीर कौर का जन्म पंजाब के जालंधर के गांव निज्जरन में हुआ. सात साल की आयु में 1990 में पिता महान सिंह को मिले ग्रीन कार्ड के बाद वो अमेरिका पहुंचीं. रणबीर कौर का बचपन कैलिफोर्निया के अर्लीमार्ट नामक शहर में गुज़रा.
रणबीर कौर ने अमेरिका में रंगभेद समेत कई बाधाओं का सामना किया. अमेरिका की आर्मी में शामिल होने की कोशिशों को यूएस नागरिकता हासिल करने से भी जोड़ा गया और उसका माखौल उड़ाया गया. लेकिन इन सब बाधाओं को पार करते हुए रणबीर ने 2003 में यूएस आर्मी को ज्वाइन किया, जहां से उन्होंने बेहद कठिन आर्मी ट्रेनिंग हासिल की.
इराक मिशन के दौरान वे घायल भी हो गईं. घायल अवस्था में उन्हें अमेरिका वापस भेजा गया. ठीक होने के बाद रणबीर कौर ने इराक में वापस अपनी यूनिट को ज्वाइन किया और इराक मिशन में बनीं रहीं.
महान भारत की इस हिम्मती बेटी पर हमें नाज़ है.