विचारों का सैलाब जो मन में गुमर गुमर कर न जाने कितने कितने आवेश ले आते हैं उन्हीं पर मंथन
ओशो द्वारा कृष्ण के बहु-आयामी व्यक्तित्व पर दी गई 21 र्वात्ताओं एवं नव-संन्यास पर दिए गए एक विशेष प्रवचन का अप्रतिम संकलन। यही वह प्रवचनमाला है जिसके दौरान ओशो के साक्षित्व में संन्यास ने नए शिखरों को छूने के लिए उत्प्रेरणा ली और “नव संन्यास अंतर्राष
गीता में भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को उपदेश देते हैं कि जो भी मनुष्य भगवद गीता की अठारह बातों को अपनाकर अपने जीवन में उतारता है वह सभी दुखों से, वासनाओं से, क्रोध से, ईर्ष्या से, लोभ से, मोह से, लालच आदि के बंधनों से मुक्त हो जाता है। आगे जानते हैं भगवद
सावन का महत्व जीवन में मानवता के साथ साथ प्रकृति और पर्यावरण का सहयोग है और हम सभी महाकाल को सावन में महत्व को समझें।
पौराणिक व्यवस्थाओ को समझे। आज हम यहा कलावा यानि मौली जो हर पूजन अर्चन पर कलाई पर बांधते है ।के बारे मे थोडी जानकारी सांझा करने जा रहा हू। स्वीकार करे अन्यथा न ले। जय श्रीकृष्ण।
कुछ ज्यादा नहीं जानती तेरी भक्ति के बारे में बस तेरे दर पर पहुंच कर मेरा सफर खत्म हो जाता हैं।🖤
प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता आशुतोष राना की यह पुस्तक मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के जीवन-दर्शन पर आधारित है। उन्होंने अपनी विशिष्ट लेखन शैली में उन प्रसंगों की व्याख्या की है जो आमजन के मस्तिष्क में उमड़ते-घुमड़ते रहे हैं। पुस्तक इतनी रोचक है कि एक बार पढ़ना
Karma is mysterious. It chases its doer as the calf recognizes its mother even in a herd Karmas of all previous human births are the - Sanchita Karma Karmas allotted from out of the Sanchita is the - Prarabdha Karma. The area in which you can exercis
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Phalit Jyotish Mein Chunoutiyan aur Yuktiyan. This book is in Hindi by K.N. Rao. This book is published by Vani Publications. Kotamraju Narayana Rao, also known as K. N. Rao is a Hindu astrologer and author of many books on Hindu astrology. He is the
यह किताब हमें जीवन मूल्यों का असीम ज्ञान प्रदान करता है। मुश्किलों का निष्कर्ष भी देता है।हमारे जीवन प्रश्नों का जवाब भी इसमे मिलता है।यह धर्म और अध्यात्म के बारे मै भी बताता है।यह किताब किसी का भी जीवनशैली को बदलने और बेहतर बनाने मे कारगार है। #एक
वर्तमान समय में भागदौड़ भरी जिंदगी में एक पल ऐसा भी आता है जब व्यक्ति अकेला बैठकर कुछ क्षण अपने आप से मिलता है, खुद से बातें करता है. जब मन एक अजीब सी उदासी से गुजरता हुआ, किसी ऐसे की चाहत करता है, जो सदा से उसका है, जिसकी अनुभूति में दर्द भी है, विर
भारत के कई उल्लेखनीय त्योहारों में से एक है दुर्गा पूजा। यह पूजा हिंदुओं के धार्मिक त्योहारों में बेहद महत्वपूर्ण मानी जाती है। दुर्गा पूजा उत्सव का आयोजन लगभग 10 दिनों का होता है। भारत में बंगाल और कलकत्ता की दुर्गा पूजा काफी भव्य रुप से मनाई जाती ह
महाभारत की कहानी पर आधारित अनगिनत टेलीविज़न सीरियल और फ़िल्में अनगिनत भाषाओँ में बनाई गई हैं और इन सारी कहानियों में द्रौपदी द्वारा दुर्योधन के मजाक उड़ाए जाने को दिखाया गया है। लेकिन क्या वास्तव में उनका दावा वास्तव में महाभारत ग्रन्थ में लिखी गई तथ
स्त्री ,पुरुष, बच्चे को सर्पदंश या सांप के काटने पर (बाबा) तेजाजी महाराज के नाम की उतरी(दागां) बांधा जाता है। जिससे जहर का असर नहीं होता। और 12 माह में एक बार मेला लगने पर बाबा के यहां मंदिर या चबूतरे पर उतरी( तातं) काट दी जाती।
एक व्यक्ति का व्यक्तित्व उस व्यक्ति की सोच पर हीं निर्भर करता है। लेकिन केवल अच्छा विचार का होना हीं काफी नहीं है। अगर मानव कर्म न करे और केवल अच्छा सोचता हीं रह जाए तो क्या फायदा। बिना कर्म के मात्र अच्छे विचार रखने का क्या औचित्य? प्रमाद और आलस्य ए
Safal Bhavishyavani (Technique aur Drishtaant) Read more
इस पुस्तक में माँ के नो रूपों के बारें में बताया गया हैं और उनका कौन सा रूप कौन से अंग में बस्ता हैं वह बताया गया हैं ! पूजा के साथ हम और क्या कर के खुद को हील कर सकतें हैं ! नवरात्री एक ऐसा समय हैं जब हर तरफ भक्ति होती हैं बहुत ड्रिंक करने वाले
प्रियप्रवास अयोध्यासिंह उपाध्याय "हरिऔध" की हिन्दी काव्य रचना है। हरिऔध जी को काव्यप्रतिष्ठा "प्रियप्रवास" से मिली। इसका रचनाकाल सन् 1909 से सन् 1913 है। "प्रियप्रवास" विरहकाव्य है। कृष्णकाव्य की परंपरा में होते हुए भी, उससे भिन्न है। "हरिऔध" जी ने