shabd-logo

एक पुष्प की अभिलाषा

14 नवम्बर 2021

71 बार देखा गया 71



एक पुष्प की अभिलाषा 🌹😀

तो बहनों और भाइयों ये बात है एक सुहानी सुबह की🌄🌄वेलेंटाइन डे था💗💕💞💝 पहुंच गए हम फूल वाले के यहां एक बड़ा सा, वजनदार गुलदस्ता बनवाने💐💐💐 ऐसा है ना गर्लफ्रेंड को तब तक मज़ा नहीं आता जब तक गुलदस्ते का वजन ज़्यादा ना हो और हमारी जेब का वजन कम ना हो🤑🤑🤑🤑


तो हम साहब, फूल चुनने में व्यस्त थे। इतनी वेरायटी थी वहां फूलों की🌹🌷🌺🌸 तभी कुछ खुसर-फुसर सुनाई पड़ी👂👂👂 अबे! ये क्या?🤔🤔☹️ फूलों के अलग-अलग गुलदस्ते आपस में लड़ रहे थे😱😱 कैट फाइट🙀🙀🙀 और टॉपिक ऑफ वॉर थे हम। शर्तें लग रहीं थीं हम पर पांचसो से लेकर हज़ार तक की💰💷💶 आजतक , हमारे पापा ने हम पर एक रुपए की शर्त ना लगाई 😭😭😭और यहां देखो, सब इस बात पर बहस कर रहे थे कि हम किस महंगे गुलदस्ते पर हाथ रखेंगे🤭🤭🤭


गुलाब🌹 चौड़े में बोला कि आज वेलेंटाइन डे है तो ज़ाहिर सी बात है हम गुलाबों से भरे हसीन गुलदस्ते को ही उठाएंगे🕺🕺तभी डहलिया🌸🌸🌸 का पुष्प बोला अरे! इसकी इतनी औकात नज़र नहीं आ रही कि ये गुलाब का गुलदस्ता चुने🥴😵 लेना होता तो अब तक ले कर निकल चुका होता। यूं दुकान में घूम-घूम कर सबके प्राइज़ टैग नहीं देखता💩💩💩 कसम से दिल तो किया तोप के गोले से उड़ा दूं उसको पर क्या करूं कह तो सच ही रहा था🥶🥶🥶🥶


तभी डेज़ी और लिलि🌼💮 के फूल बोले कि ऐसा है तो हमें ले जाओ। हम तो बहुत सस्ते हैं💯 इसपर सूरजमुखी 🌻🌻और लैवेंडर हंसते हुए बोले 😛😛😛😛सफेद रंग शांति और अमन का प्रतीक होता है🤍🤍🤍उसे अपनी गर्लफ्रेंड💃 को गुलदस्ता देना है पत्नी👩‍🦱 को नहीं क्या बात है!!!🥳🥳🥳 मतलब फूल हम इंसानों से ज़्यादा समझदार होते हैं🤩🤩🤩🤩 


तभी ऑर्किड🌺🌸 और आइरिस के फूल गुलाब को चिढ़ाते हुए बोले, अरे! गुलाब तो अब आउट ऑफ फैशन हो गया है👎👎👎 हर बॉयफ्रेंड अपनी गर्लफ्रेंड को गुलाब ही देता है🌹🌹 अब तो हम दोनों का ज़माना है🌺🌸  इंसानों ने जब से मंगल ग्रह पर सबसे पहले अपनी सेटेलाइट भेजी है 🔭तब से कुछ नया ट्राई करने से घबराते नहीं हैं🤩🤩🤩


उनकी बातों में दम था भाईसाहब! मैं तुरंत उनके गुलदस्ते के पास पहुंचा। ना भाई, ये भी हैसियत से बाहर है। ट्रैंडिंग चीज़ें कौन सी सस्ती होती हैं😡😡😡😡


तभी गुलदाउदी के फूल की आवाज़ आई🏵️🏵️ जेब में पैसे कम हैं तो हमें ले लो💯हम भी दिखने में सुंदर और टिकाऊ हैं❤️ लो भाई, टिकाऊ का क्या मतलब है🤔🤔 ना तू क्या गुलाब से ज़्यादा दिन ज़िंदा रहेगा😲😲😲दो दिन में तूने भी सिर फैंक ही देना है🥀🥀 फिर भी सोचा ट्राई करता हूं। खुशबू नहीं थी इतनी बढ़िया😓😓😓 एक तो गर्लफ्रेंड को गुलदाउदी जैसा मोटा फूलों का गुलदस्ता दूं और ऊपर से खुशबू भी इतनी नहीं होगी तो मुंह पर मारेगी यही गुलदस्ता वो मेरे🥵🥵🥵


इतने में सूरजमुखी 🌻और गेंदे के फूलों की हंसने की आवाज़ें आईं😀😀😃😄 हम सब इसकी औकात से बाहर हैं भाईलोग😜 ये कुछ नहीं खरीदेगा🤫🤫 हमें भी खरीदने की हैसियत नहीं है इसकी। इतनी झंड ज़िन्दगी में कभी नहीं हुई😰😰😰 दिल किया सीता माता की तरह धरती फटे और उसमें समा जाऊं☹️☹️☹️☹️


फिर मेरे इंसानी दिमाग में एक ज़ोरदार आइडिया💭💭 आया मैंने दुकानदार को पटाया और उसे रंग-बिरंगे फूलों का गुलदस्ता बनाने को कहा💐 दुकानदार ने दो गुलाब🌹🌹 दो-तीन ऑर्किड🌷🌷🌷तीन-चार केना🌸🌸🌸🌸 और आइरिस, तीन-चार पोस्ता 💮💮💮और अलमंडा, दो सूरजमुखी🌻🌻 दो गेंदे, दो तारक🌼🌼 दो लेवैंडर 🌺🌺और दो-तीन रजनीगंधा के फूलों को इकट्ठा कर एक खूबसूरत रंग-बिरंगा, भिन्न-भिन्न खुशबुओं से महकता गुलदस्ता बना दिया। 500-600  रुपए में उस दुकान के लगभग सारे फूल मेरे गुलदस्ते में सुसज्जित थे🤗🤗🤗🤗 


मैंने उन्हें हाथ में पकड़ कर दुकान के सभी फूलों की तरफ देखा😎😎😎😎 और शान से अपना कॉलर ऊंचा करते हुए कहा हमसे पंगा मत लेना🤠🤠🤠🤠 तुम सब मेरी मुठ्ठी में आ गए✊✊ बस फिर क्या था तालियों 👏👏👏और सीटियों🎶🎵 की आवाज़ थम ही नहीं रही थी। जितनी खुशी वहां मिली उतनी तो गर्लफ्रेंड को गुलदस्ता देते हुए नहीं मिली🥳🥳🥳🥳🥳


अब समझे आप सब। पुष्प की भी अभिलाषाएं और‌ इच्छाएं होती हैं जनाब🤔🤔🤔🤔 पर उनकी इच्छा पूरी करने के लिए अपनी जेब का ध्यान ज़रुर रखिएगा। वरना इसे कटने से कोई नहीं रोक सकता। बाकी, जैसी जिसकी सोच 🤓🤓🤓🤓।


🙏

आस्था सिंघल

 

भारती

भारती

वाह क्या बात है बहुत खूब लिखा है आपने 👌🏻👌🏻

2 मई 2022

Astha Singhal

Astha Singhal

28 मई 2022

बहुत बहुत आभार आपका 🙏

1

एक पुष्प की अभिलाषा

14 नवम्बर 2021
6
1
2

<p><br></p> <p><br></p> <p><u><strong>एक पुष्प की अभिलाषा 🌹😀</strong></u></p> <p>तो बहनों और भाइयो

2

दिल तो बच्चा है जी ♥️

15 नवम्बर 2021
1
0
0

<p><u><strong>दिल तो बच्चा है जी ♥️</strong></u></p> <p>सच में दिल तो बच्चा ही है💕💞💓पर हमने उस बच

3

एक बिंदिया का सफ़र

16 नवम्बर 2021
0
0
0

<p><u><strong>एक बिंदिया का सफ़र</strong></u></p> <p>इस बढ़िया लाजवाब शीर्षक पर अमिताभ बच्चन और जया

4

मन रूपी पंछी

17 नवम्बर 2021
1
0
0

<p><br></p> <p><strong>मन रूपी पंछी 🕊️</strong></p> <p>बहुत दिनों से मन का पंछी🕊️ खुले आसमान में व

5

स्कूल की यादें

19 नवम्बर 2021
15
8
8

<p><strong>स्कूल की यादें</strong></p> <p>🌺स्कूल की यादें हैं कितनी सुहानी,<br> <br> छिपी है इनमें

6

सफलता का मंत्र

20 नवम्बर 2021
0
0
0

<p><strong>सफलता का मंत्र</strong></p> <p>सफलता होती क्या है? और इंसान की ज़िंदगी में कितनी अहमियत र

7

यादों के पन्नों से

7 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p><br></p> <p><strong>यादों के पन्नों से</strong></p> <p>गुज़र रही है जिन्दगी कुछ ऐसे,<br> <br> मान

8

एक अजनबी

14 दिसम्बर 2021
1
2
1

<p><br></p> <p>जिसकी एक मुस्कुराहट से,<br> <br> दिल की हर तमन्ना पूरी हो जाती थी,<br> <br> जिसके एक

9

बूढ़ा बरगद

16 दिसम्बर 2021
1
1
0

<p>बूढ़ा बरगद</p> <p>कोर्ट के बाहर एक विशाल बरगद का पेड़ था। लगभग सत्तर-अस्सी साल पुराना। उसकी छांव

10

शून्य

16 दिसम्बर 2021
1
1
0

<p> शून्य</p> <p>प्राजक्ता बचपन से ही बहुत चंचल स्वभाव की थी। दिखने में भी वो बहुत सुन्दर

11

ले चल मुझे भी वहां

17 दिसम्बर 2021
0
1
0

<p><u><strong>ले चल मुझे भी वहां</strong></u></p> <p>ले चल मुझे भी वहां...</p> <p>जहां ना गम हो, ना

12

वो सुहाने दिन

28 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p><br></p> <p><br></p> <p>वो सुहाने दिन</p> <p><br></p> <p>वो बेफिक्र सी ज़िन्दगी,</p> <p>वो मस्ती

13

इससे मज़ेदार ज़िन्दगी और क्या होगी!!

29 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p><u><strong>इससे मज़ेदार ज़िन्दगी और क्या होगी!!</strong></u></p> <p><br></p> <p>बसंत की वो खिलखिल

14

अखबार की सुर्खियां

29 दिसम्बर 2021
0
0
0

<p>दीनदयाल जी रोज़ सुबह नित्य कर्म से निवृत्त होकर अपने बगीचे में बैठकर चाय की चुस्की लेते हुए नियमि

15

खिलखिलाती सुबह और गर्म चाय

31 दिसम्बर 2021
1
1
0

<p><strong> खिलखि

16

कौन है वो??

11 जनवरी 2022
0
0
0

कौन है वो???? वो एक मां है, जो अपनी ख्वाहिशों से पहले अपने बच्चों की ख्वाहिशों को रखती है। कौन है वो? वो एक पत्नी है, जो अपने आराम से पहले अपने पति के आराम की फ़िक्र करती है। कौन है वो? वो एक बह

17

नसीब

12 जनवरी 2022
0
0
0

                                नसीब नसीब से चलती है दुनिया में सारी, इसके आगे नतमस्तक है ज़िंदगी हमारी। नसीब दिखाता है खेल निराले, नचाता है हमें बनकर मदारी। जिसके हाथ में नसीब की रेखा होती है, उसे

18

प्यार क्या है?

14 जनवरी 2022
1
1
0

प्यार क्या है?? प्यार एक एहसास है, जो बोला नहीं जाता, केवल महसूस किया जाता है। प्यार एक खुबसूरत रिश्ता है जिसमें "मैं" की भावना नहीं होती, केवल "हम" का प्रयोग होता है। प्यार एक महकती सुबह है, जिसमे

19

आईना

15 जनवरी 2022
0
0
0

हमारी ज़िन्दगी में हमारा  सच्चा साथी हमारा आईना है। क्योंकि ये हमसे कभी झूठ नहीं बोलता। भले ही हमारे अपने हमारा दिल रखने के लिए हमसे झूठ बोल देते हैं पर आईना कभी हमसे झूठ नहीं बोलता।  हमारा असली चेहर

20

ज़िन्दगी

5 फरवरी 2022
0
0
0

ज़िन्दगीज़िन्दगी में किसी इंसान के आदि मत बननाक्योंकि इंसान से ज़्यादा ख़ुदग़र्ज़ कोई नहींइंसान

21

तुम बिन

8 फरवरी 2022
1
1
0

तुम बिनतुम बिन, ज़िन्दगी यूं ही गुज़र रही हैलौट आओ, सांसों की डोर उखड़ रही है।तुम बिन, ख्वाबों को दिशा मिलती ही नहींलौट आओ, ज़िन्दगी बड़ी बेरंग सी लग रही है।तुम बिन, हंसी होंठों तक आती ही नहींलौट आओ,

22

खामोशियां

11 फरवरी 2022
1
1
0

खामोशियों की कोई ज़ुबान नहीं होती,पहुंच ही जाती है दिल की बात उन तक,भले ही फिर चाहे रोज़ बात नहीं होती।खामोशियां अक्सर हमें वो कह जाती हैं,जो हम

23

इंतज़ार

12 फरवरी 2022
0
0
0

उनसे मिलने की ख्वाहिश में हर रोज़ मरते रहे,वो ना आए पर हम इंतज़ार करते रहे।भले झूठा ही था मेरे यार का वादा,पर हम तो सच मानकर एतबार करते रहे।कितनी आसानी से भुला दिया उसने हमें,और हम आज तक भूलने की नाक

24

मेरे दोस्तों के नाम

15 फरवरी 2022
0
0
0

जैसे चांद की दोस्ती रात से सुबह तक,जैसे सूरज की दोस्ती सुबह से शाम तक,वैसे ही ऐ दोस्तों हमारी-तुम्हारी दोस्ती,पहली मुलाकात से आखरी सांस तक।बेशक थोड़े कम मिले मुझे,पर दुनिया के सबसे हसीन दोस्त मिले मुझ

25

मेरी बिटिया

16 फरवरी 2022
0
0
0

वो मेरी सबसे प्यारी सहेली है,पर हरदम लगती एक पहेली है।मेरी आंखों के आंसुओं को पोंछमुझे मेरे होने का एहसास दिलाती है।मेरे कमज़ोर हाथों को थाममेरा साथ हर वक़्त निभाती है।मेरे दर्द भरे होंठउसे देखते ही ख

26

ज़िन्दगी के उसूल

18 फरवरी 2022
1
1
1

ज़िन्दगी का पहला उसूल है जनाब,ये तभी हम पर मुस्कुराएगी,जब हम इस पर मुस्कुराएंगे।ज़िन्दगी का दूसरा उसूल है जनाब,कि इसके गुज़रे बुरे वक़्त को नहीं,बल्कि यादगार लम्हों को याद रखो।ज़िन्दगी का तीसरा उसूल ह

27

समाज के नाम पत्र

2 मई 2022
3
1
4

प्रिय समाज,आज इस पत्र के माध्यम से तुमसे बात करने का मौका मिला है। ये पूछना कि तुम कैसे हो, शायद तुम्हारा उपहास उड़ाने के बराबर होगा। क्योंकि, हम सब जानते हैं कि तुम किस दयनीय अवस्था में हो। दुनि

28

पर्यावरण और शहर

4 मई 2022
2
1
2

शहरीकरण ने हमारे पर्यावरण को नष्ट कर दिया है। ऊंची ऊंची बिल्डिंग बनाने के जुनून ने पेड़ों को मोती के घाट उतार दिया है। बढ़ती जनसंख्या और उनके बढ़ते अरमान का भुगतान हमारे पेड़ कर रहे हैं। ऐसी ही ए

29

वो रिश्ता

6 मई 2022
0
0
0

कुछ रिश्ते छूट जाते हैं, पर टूटते नहीं। दिल से दिल की डोर इतनी मज़बूत होती है कि उन्हें तोड़ना बहुत मुश्किल होता है। कभी-कभी चाह कर भी हम उन रिश्तों को अपने से दूर नहीं कर पाते। भले ही कितने सालो

30

मातृदिवस के अवसर पर

8 मई 2022
0
0
0

मां तुम्हारी एक मुस्कान,घर को महका देती है,जब तुम नहीं होती तो सब सूना सा लगता है।तुम्हारी डांट से,दिल को सुकून मिलता है,घर में हर पल,तुम्हारे होने का एहसास रहता है।तुम रूठ जाती हो तो,दिल बेचैन ह

---

किताब पढ़िए

लेख पढ़िए