❤️डियर काव्यांक्षी 💓
लो आ गई फुर्सत पाते ही तुमसे बाते करने,
पता है काव्यांक्षी कल प्रतिलिपि पर टॉपिक था चाय और कॉफी सभी ने अपने अपने अंदाज में चाय और कॉफी पेश की
सच बताऊं काव्यांक्षी चाय और कॉफी की बात ही निराली है औरतों को फुरसत के पल ही इनके साथ मिलते है वरना तो कम में ऐसे उलझे रहते है की वक्त का पता ही नही चलता,
कुछ लोग तो इसे इतना पसंद करते हैं कि वह चाय के दीवाने कहलाते हैं। कुछ लोगों की तो सुबह और शाम चाय के बिना
अधूरी ही रहती है, हां हां मुझे भी बहुत पसंद है चाय पर दीवानी हूं ऐसा भी नहीं है।
बस सुबह और दोपहर को मिल जाए काफी है।कॉफी कभी ही पीती हूं।
एक बात तो काव्यांक्षी आलस दूर करना हो, वक्त नहीं कट रहा, लोगों के साथ बैठे हो, कहीं बाहर घूमने गए हो, या ढेर सारी बातें करनी हो ऐसी कितनी ही चीजों की, कहानियों की चाय हिस्सा बनती है।
चाय ,कॉफी का मुहब्बत से भी गहरा नाता है
किसी ख्यालों में गुम हो तब भी ये साथी बन जाती है
इश्क की शुरुआत की भी वजह बन जाती
ये कभी किस्से और कहानियों से भरी हुई होती है। ये कभी दिलों को जोड़ने का काम करती है, टूटे दिल में राहत के पल भी दे जाती है
हां बाबा अब बस करती हु चाय और कॉफी की चर्चा काम भी करना है चलो फिर मिलते है
अपना ख्याल रखना,😚हां मैं भी रखूंगी अपना ख्याल🤗
चाय और कॉफ़ी में फर्क कितना है,
दोस्ती और इश्क़ में फर्क जितना है.
दोनो ही बखूबी साथ निभाती
फुरसत के लम्हों को हसीन बनाती
जब दर्द दे इश्क ये दोस्त सी राहत
बनकर चली आती
जब दोस्तो संग हो ये इश्क के
किस्से कहानी बन जाती
💓काव्या S💓,