Hii काव्यांक्षी 💕
I miss you काव्यांक्षी 💓 सही पहचाना तुमने काव्यांक्षी मै यादों के बारे में ही बात कर रही हूं, यादें ही तो हमे एक दूजे से जोड़े रखती है,
यादे भी अजीब चीज होती हैं जो साथ न हो उसके साथ होने का एहसास दिलाती हैं.
जब भी किसी की याद आती हैं तो ये दिल बड़ा ही बेचैन हो जाता है और उसके साथ बीते पल यादों का मेला लगा देते है,
जो जितना दिल करीब होता है, उसकी यादें उतनी बेरहम होती है कभी मुस्कुराहट दे जाती है, कभी सताती है, कभी आंसू बनकर बह जाती है
कभी कभी कोई पास होकर भी दूरी का अहसास कराता है तब भी उसके संग बीते लम्हे यादों संग चले आते है
कभी उसके साथ भी सुनहरे पल बिताए और जिए
लोग वर्तमान से ज्यादा यादों में ही जीना पसंद करते है,
जीवन कितना आसान हो जाता अगर हम बीती हुई यादों में सिर्फ अच्छी यादें ही सहज कर रख सकते और बुरी यादों को मिटा पाते
हम जीवन के कितने भी बुरे दौर से गुजर रहे हो
अगर मीठी यादों का गुल्लक अगर भरा है तो हमे हौसला मिलता है कठिन सफर को तय करने में
काव्यांक्षी यादें साथ लिए जीने में कोई बुराई नहीं है। बस इतना ख्याल रहे eo hame मानसिक रूप से बीमार ना कर दे।
हमारी यादें चाहें अच्छी हो या बुरी, दोनों हिस्से तो हमारे अपने जीवन के है पर जीवन नहीं
यादों के दायरे बनाकर रखे यादों को दिल में सहेजे और वर्तमान में जिए।
हां बाबा अब वक्त हो गया जाने का फिर मिलते तब तक कुछ शब्द यादों पर
अब मिलना तो लगा ही रहेगा मिलते हैं फिर अरे रुको तो जो अल्फ़ाज़ याद के लिए मन में सहज कर रखे कब से वो तो पढ़ते जाओ
किसी के साथ बिताए लम्हों को सहेज लो
जैसे हो मौसम ए बहार
किसी की यादों में किसी के दिल में बस जाना ही
तो है सच्चा प्यार
तुम्हारी काव्या💕