हैलो प्यारी काव्यांक्षी
शुभ दोपहरी प्यारी ❤️कैसी हो❤️मै भी अच्छी हूं❤️काव्यांक्षी पता है अक्सर लोग खामोशी को बड़े हल्के में लेते है ❤️ खामोशी कोई यू ही नहीं अपनाता डियर❤️जब कोई खामोश होता है तो वह सबसे ज्यादा अपने आप से बातें कर रहा होता है❤️ऐसे में कोई तो सकारात्मक राह पर चलता है❤️कोई कोई नकारात्म सोच की गिरफ्त में आ जाता है❤️विचार सकारात्मक है तो आपको खामोशी एक सफल इंसान बना देती है❤️
नकारात्मक विचार चल रहे है तो ये खामोशी आपको बर्बाद कर देती है❤️जिंदगी एक बार मिलती है इसलिए हमेशा इसे जिन्दा दिली के साथ जीना
और सकारात्मक रास्ते को चुनना ही बेहतर है ❤️ना प्यारी काव्यांक्षी क्योंकि नकारात्म होकर खामोश होना सिर्फ खुद को नुकसान पुहुचना है❤️
जब कोई साथ छोड़ दे तो ऐसे जियो कि छोड़ जाने वाला भी सोचने पर मजबूर हो जाए कि कही हमने गलती तो नहीं कर दी ❤️
जब दिल टूट जाए या कोई अपना ख़ास छोड़कर चला जाएँ❤️ तब लोग अक्सर ख़ामोश हो जाते हैं ❤️और वही खामोशी धीरे धीरे घुटन बन जाती है❤️
ऐसे में अपनी दिनचर्या में अपनी रुचि के काम शामिल करना बेहतरीन तरीका है ❤️खुद को संभालने का ❤️अब इतना ही और बोर नहीं कर रही तुम्हे प्यारी😘 अब चलती हु फिर मिलती हु जल्दी ही लव यू डियर 😍
जज़्बात खामोशी से बसर होने लगते है
अहसास भी कही गुम से होने लगते है
दर्द जब हद से बढ़ने लगे
ज़ख्म गहरे करने लगे
हर बात हो जाए फिर बेअसर
ना खुद की ना दुनिया की रहती कोई खबर
खामोशी की गलियों से गुजरा करते है
जीने ना दे ये खामोशी पल पल तड़पा करते हैं
काव्या