2 मार्च 2022बुधवार🤗💕
हैलो काव्यांक्षी कैसी हो, तुम्हे अपना नाम तो जरूर पसंद आया होगा, हां बिलकुल सही पहचाना ये नाम मेरे नाम और मीनाक्षी के नाम से बना है, तभी तो और प्यारा हो गया🤗
अरे तुम भी मुझे मीनाक्षी जैसे ही प्यारी लगती हो तभी तो तुम्हे ये नाम दिया, अच्छा सुनो कल तुम्हे मीनाक्षी से मिलाया था, हां बहुत ही अच्छी है वो,
कम वक्त में ही में दिल में बस गई वो, इसलिए ही उसे स्वीटु कहती हूं और वो मुझे मेरी जान बोलती है हाए उसका मेरा जान बोलना इतना अच्छा लगता है कि क्या बताऊं 😍🤗
चलो आज तुम्हे इस मंच से रूबरू कराती हूं, ये शब्द . इन मंच जो की बेहतरीन मंच है,
जब यहां नई नई थी तब कुछ समझ नहीं आया कैसे लिखे कैसे पोस्ट करे, क्योंकि ये प्रतिलिपि से बहुत अलग है, तब शैलेशजी सर ने बहुत मदद की, अच्छे से समझाया कैसे इस मंच पर पोस्ट करे और उन्होंने ही पुस्तक लेखन प्रतियोगिता के बारे में भी बताया
और उसमे हिस्सा लेने के प्रोत्साहित भी किया, इस मंच पर मुझे एक अलग ही पहचान मिली, यह दैनिक और साप्ताहिक प्रतियोगिता में जब जब मेरा नाम चुना गया , बहुत खुशी होती , होगी भी क्यों नहीं जो हमने कभी सोचा भी नही हो वो भी मिल जाए तो जाहिर सी बात है खुशी तो होगी ही,
काव्यांक्षी तुम्हे पता है मेरी बुक भी प्रतियोगिता में सेलेक्ट हो गई वो भी तीसरे स्थान पर मुझे तो विश्वास ही नहीं हुआ , बहुत खुश हुई 3 नंबर पर अपना नाम देखकर मैं शुक्रगुजार हूं सभी पाठक का जिन्होंने मेरी कविताएं पढ़ी और प्यार दिया 🤗🤗💕💕💕💕🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫🍫
अब तक शैलेशजी सर बात हुआ करती थी जब भी कुछ पूछना होता,फिर यहां आंचल से बात होने लगी,
काव्यांक्षी आंचल बहुत स्वीट है बहुत प्यार से बात करती है और मदद भी करती है कभी लगा ही नही की वो अनजान है
पुस्तक लेखन प्रतियोगिता का प्रोग्राम किसी वजह से स्थगित हो गया था पता चला कि अब ऑनलाइन होना तय हुआ है जब आंचल ने कॉल पर बताया कि विडियो कॉल पर आना होगा तो मैने बोला अगर जरूरी ना हो तो ये प्रक्रिया रहने देते है, तो वो बोली की सभी विनर से बात होगी और ये जरूरी है तो मैने भी हां बोल दिया
जब आंचल ने वक्त तय किया बात करने का तब तक मुझे ये ही लगा सिर्फ आंचल से बात होगी
पर जब मैसेज मिला लिंक zoom app का देखा तुरंत कॉल किया आंचल को और पूछा zoom app पर कॉल होगी और कौन होंगे साथ में तब पता चला शब्द टीम होगी
शैलेषजी सर और आंचल से तो फिर भी बात की संतोषजी सर से पहली बात बात होगी वो भी वीडियो कॉल पर सुनकर ही नर्वस हो गई थी
वो क्या है काव्यांक्षी मै कविताएं लिख तो देती हु पर आमने सामने किसी से भी बात करना मेरे लिए सहज नहीं होता,मै खुल कर बात करने में सहज नहीं पाती अपने परिवार के लोगो से भी नहीं तो किसी अनजान से बात करना तो जाहिर सी बात है मुश्किल ही होगा, पर जब संतोषजी सर से बात हुई बड़े ही अच्छे से बात कर के मुझे लगने ही नही दिया की पहली बार बात कर रहे है,
शायद ये ही अंदाज शब्द टीम का कम वक्त में सफलता के क्षेत्र में आगे बढ़ने को इतने कम वक्त में ये मुकाम हासिल करने का राज़ है , जहां आज हर कोई इस मंच से जुड़ना चाहता है और जो जुड़ गया वो यहां से जाना नहीं चाहता आप सभी का काम काबिल तारीफ है आपकी टीम बेहतरीन टीम है और ये शब्द मंच एक बेहतरीन मंच है
चलो काव्यांक्षी एक बार फिर शब्द टीम और शब्द मंच को धन्यवाद कह देते है ।
धन्यवाद बहुत सारा आप सभी को 🤗🤗🤗🤗🙏🙏🙏💕💕💕💕💕💕🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗🤗
शब्द मंच से मिली लेखिका होने
की पहचान
पूरा हुआ एक अनदेखा सा ख्वाब
मिली इस मंच से
खुशियां बेहिसाब
💕काव्या सोनी💕