लोगों में गंजेपन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। जिसके लिए लोगों का गलत खान-पान और जीवनशैली जिम्मेदार है।आजकल तो ये समस्या छोटी उम्र के बच्चों में भी देखने को मिल रही है।गौरतलब है कि गंजेपन का शिकार आमतौर पर सिर्फ पुरुष ही होते हैं महिलाओं में गंजापन बहुत दुर्लभ है। 40 की उम्र पार करते करते ही आधे से
बात अगर जीवनसाथी की होती है तो हर कोई इसे के कर अपने सपने सजाता है और ये चाह रखता है कि वो जैसा चाहता है उसका साथी वैसा ही हो न। इंसान कैसा है ये उसके स्वभाव पर निर्भर करता है और स्वाभाव के साथ दोनों के बीच सामंजस्य होना ही एक मजबूत रिश्ते की नींव होती है। जैसा कि हम सब जानते हैं राशिचक्र में कुल 12
हिन्दू धर्म के शास्त्रों के अनुसार किसी भी व्यक्ति के नाम का पहला अक्षर उसके व्यक्तित्व और व्यवहार से जुड़ी कईं बातों से हमे रूबरू करवाता है. हर नाम का पहला अक्षर उस व्यक्ति के बारे में हमे अच्छी और बुरी दोनों बातें बताता है. आज हम बात करने जा रहे हैं “S” अक्षर से शुरू होने वाले नाम वले व्यक्तियों की
साल में सबसे प्यारा एक ही दिन मन जाता है जो की होता है बर्थडे का दिन यानि जिस दिन हम पैदा होते हैं। हर किसी के लिए अपना बर्थडे बेहद खास होता है। इस दिन को और भी ज्यादा खास बनाने के लिए हर कोई हर संभव कोशिश करता है। रात 12 बजे ही बर्थडे विश या बर्थडे पार्टी की शुरूआत हो जाती है। बर्थडे से ज्यादा इस ब
मोटापा आपकी पर्सनालिटी ख़राब करने के साथ साथ कई रोगों का मुख्य कारण भी है। पाचन तंत्र ठीक काम ना करने से वजन कम और ज्यादा होने जैसी परेशानियां होने लगती है।अगर कमर और पेट से मोटापा कम करने के उपाय करने है तो आपको सबसे पहले अपने लाइफ स्टाइल में जरुरी बदलाव करने होंगे जिसमें सबसे ज़रूरी है अपनी डाइट में
व्यक्ति के जीवन में सुख और दुख ग्रहों की चाल पर निर्भर करता है हर व्यक्ति के जीवन में रोजाना किसी ना किसी प्रकार के बदलाव देखने को मिलते हैं ज्योतिष के जानकारों का ऐसा मानना है कि ग्रहों में बदलाव होने की वजह से संयोग बनते हैं जिसकी वजह से सभी 12 राशियां प्रभावित होती है आज हम आपको ऐसी भाग्यशाली राश
जाने रामचरितमानस चौपाई के बारे में:रामायण का हिंदू धर्म में विशेष महत्व है। रामायण की किताब लगभग हर हिंदू घर में मिलती है। रामायण में हर एक किरदारों का अपना एक अलग महत्व है। रामायण के बारे में ज़्यादातर लोगों को टीवी, सीरियल या राम-लीला देखकर ही जानकारी मिली है। बहुत लोग किताब पढ़कर भी रामायण में निपु
आजकल का जमाना काफी बदल चुका है और जमाने के साथ साथ लोगों की जीवनशैली भी बदल चुकी है यदि व्यक्ति को किसी भी प्रकार की कोई शारीरिक परेशानी होती है तो वह अंग्रेजी दवाइयों पर निर्भर रहता है हर बीमारी के लिए वह अंग्रेजी दवाइयों का सेवन करता है परंतु भारत में पहले ऐसा नहीं
सभी लोगों को खुशहाल जीवन पसंद है ऐसा कोई व्यक्ति होगा जो अपने जीवन में खुश रहना नहीं चाहता होगा लगभग सभी लोग चाहते हैं कि उनके जीवन में कभी भी कोई मुसीबत या कठिन परिस्थितियां ना आए व्यक्ति रोजाना अपना कोई ना कोई कार्य करता रहता है कभी-कभी ऐसा होता है कि व्यक्ति कोई का
अगर आप ऑफिस जाते हैं तो आपको छुट्टियों की कीमत तो पता होगी क्योंकि हर एम्प्लॉयी को हर महीने कुछ ही छुट्टियां मिलती हैं लेकिन अगर छुट्टियां ज्यादा हो जाएं तो फिर क्या बात है, दरअसल अगर किसी शख्स को कुछ ज्यादा छुट्टियां मिलती हैं तो वो अपनी फैमिली या फ्रेंड्स के साथ आसानी स
क्या आपके मन में भी कभी ये ख्याल आता है कि आखिर क्यों हर साल न्यू ईयर पर कैलेंडर की तारीखों में बदलाव होता रहता है।आखिर क्यों हर साल त्योहारों से लेकर जन्मदिन तक की सारी तारीखें बदल जाती हैं।अगर आपके मन को भी इन सवालों ने परेशान कर रखा है तो आइए जानते हैं न्यू ईयर मनाने की शुरुआत सबसे पहले कब और कैस
कहते हैं हाथों की लकीरें इंसान की किस्मत से जुड़ी होती हैं और वैसे भी भारत में लोगों को अपना भविष्य जानने में बहुत दिलचस्पी होती है। तक की अपने ही नेचर औऱ अपनी ही बातों को उन्हें दूसरों से जानने का बहुत मन करता है। ऐसे में बहुत से लोग हैं जो हस्त विद् का ज्ञान जानने वालों के पास जाते हैं। वह लोग जो
वर्तमान समय में किसी भी इंसान को समझ पाना काफी कठिन है किस के मन में क्या है और कब कौन आपको धोखा दे दे इस बारे में कुछ भी नहीं कहा जा सकता इसलिए व्यक्ति को अपनी तरफ से ही बचने की कोशिश करनी चाहिए आप सभी लोग आचार्य चाणक्य जी को तो जानते ही हैं इन्होंने “चाणक्य नीति” नामक ए
2019 की शुरुआत होने जा रही है और हर किसी के दिमाग में बस यही चल रहा होगा कि कैसा होगा ये नया साल।व्यक्ति के जीवन में राशियों का बड़ा महत्व माना गया है राशियों के आधार पर किसी भी व्यक्ति के बारे में जानकारी हासिल की जा सकती है व्यक्ति को आने वाले समय में किन किन परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा इन स
निहित स्वार्थ वाले लोग किसी विश्वास को बनाने या कायम रखने के लिए एक ऐसा आवरण बनाते हैं, जिससे आप महसूस करते हैं कि किसी खास खास वस्तु या सेवा से आपके जीवन में रोचक परिवर्तन आ सकता है। मार्केटर्स हर साल आपको यह समझाने के लिए अरबों डॉलर खर्च करते हैं कि आप उनके इंडस्ट्री का
हमारे देश में लोग कहते हैं कि रिलायंस देश के उद्योगों का वो बुलबुला है जिसमें फूटकर छा जाने की कूवत है. मैं कहता हूं कि मैं वो बुलबुला हूं जो फूट चुका है.-धीरूभाई अंबानी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में मुस्कुराते हुए कहा थाकई लोगों ने इसे धीर
बोधगया में है 2650 साल पुराना यह बोधिवृक्ष। बोधिमंदिर सहित इस वृक्ष की सुरक्षा में बिहार मिलिट्री पुलिस की चार बटालियन (करीब 360 जवान) तैनात हैं।इसकी टहनियां इतनी विशाल हैं कि इसे लोहे के 12 पिलर के सहारे खड़ा किया गया है। संभवत: यह देश का अकेला वृक्ष है, जिसके दर्शन के लिए हर साल 5 लाख से ज्यादा श्र
Guest Post क्या है ?Guest Post करना क्यों ज़रूरी हैं ?Guest Post करने के फ़ायदे Guest Post करते समय किन-किन बातों का ध्यान दें ?शब्दनगरी पर Guest Post करें यदि आप एक हिंदी ब्लॉगर (Hindi Bloggar) हैं तो आपका यह जानना ज़रूरी है कि Guest Post क्या है ? ये करना क्यों ज़रूरी ह
यूनेस्को द्वारा नालंदा यूनिवर्सिटी को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का दर्ज़ा दिया गया ।'नालंदा' नाम की उत्पत्ति 3 संस्कृत शब्दों के संयोजन से हुई: "ना", "आलम" और "दा", जिसका अर्थ है 'ज्ञान के उपहार को ना रोकना'।न
8 नवंबर 2016 की नोटबंदी के बाद नोटों की दुनिया में क्रांति आ गई. कुछ बंद हो गए, कुछ नए आ गए, बाकियों का नाक-नक्शा बदल गया. पुराने वाले हज़ार-पांच सौ लापता हो गए. दो हज़ार और दो सौ के नए नोट दिखने लगे. जो बचे थे उनके साथ दिवाली खेली गई. आई मीन जैसे दिवाली पर घर को नया रंग-र