हर दिल में एक जज्बा एक आवाज है,
बुलद कर लो हौसला तेरा आगाज है
कदम लड़खड़ा रहा,
पंख फड़फड़ा रहा,
चल राही बढ़ जा तुझे मंजिल बुला रहा
घुटने टेक कर रुक न जाना कहीं,
मुश्किलें देखकर मुड़ न जाना कहीं,
आवाज देगी ये कर्कश दुनियां
बढ़ते जाओ है ये सर्कश दुनियां
गुब्बारा है ये जिंदगी फूट जायेगी कभी
जब तक मिली कुछ करले तूभी
ये वतन तेरे रूतबों से
नाराज है,
हर दिल में एक जज्बा एक आवाज है,
मन में ये ठान लो दुनियां को ललकार दो,
या हो शत्रु कोई या ये भ्रष्ट सरकार हो,
लड़ जाओ इन दुष्ट से जब लालसा तैयार हो
हर एक छलांग ऐसा भरो देखे तो दुनियां डरे
मिटा दो उन बला को जो इसानियत मिटा रहे
हमें जां से नहीं, मुल्क से प्यार
है
सब हों सुखी, बस इसका इंतजार है
प्रेम ही पूजा यहां,प्यार एक नमाज है
हर दिल में एक जज्बा, एक आवाज है
गम के दीये जलते नहीं
चोरी बेईमानी फलते नहीं
कर दे जो उपकार किसीका
ऐसा परोपकारी मिलते नहीं
त्याग कर अपने हीन भावनाओं को
संघर्ष करले तू कठीन यातनाओं से
याद न करेगी ये दुनियां कल मर जाएगा तू
हिसाब देनी होगी इस जीवन की,
सब कर्मों का फल
पायेगा तू
भूले का लौट आना आस लिए समाज है
हर दिल में एक जज्बा एक आवाज है