दिल्ली में जंतर मंतर पर भारतीय पहलवानों का धरना जारी है।
इस धरने। में 200 से ज्यादा पहलवान शामिल है। विनेश फोगाट, साक्षी मलिक जैसे पहलवानों ने भारतीय कुश्ती संघ पर भ्रष्टाचार व यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। क्या सच है क्या गलत यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन बृजभूषण सिंह पर पर यह आरोप लगे हैं। भारत में महिलाओं को आज भी दोयम दर्जे का नागरिक माना जाता है। उन्हें आगे आने में बहुत सारी कठिनाइयों व परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज भी लड़कियों को बाहर नहीं भेजा जाता,। जब इस तरह के आरोप लगते हैं तो नई आने वाली लड़कियों को भी हिकारत की नजर से लोग देखने लगते हैं। अतः जरूरी है
की इस तरह के आरोपों की निष्पक्षता से जांच हो तथा जो लोग इसमें लिप्त पाए जाते हैं उनके खिलाफ कठोर सजा का प्रावधान हो। महिला आत्मसम्मान व सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे महिलाओं का आगे आने का मार्ग रुकता है। समाज का विकास तभी संभव है जब महिलाएं जागरूक हो और सुरक्षित सम्मानित हो। जब हम महिलाओं को उनके अधिकार नहीं दे पाएंगे तो फिर कैसा महिला सशक्तिकरण। नैतिकता और संस्कार भी समाज में होने चाहिए। महिलाओं के खिलाफ अपराध करके कोई भी अपराधी खुले में नहीं घूमना चाहिए। सरकार को चाहिए की जल्दी से जल्दी भारतीय कुश्ती संघ के खिलाफ जो भी आरोप लगे हैं उनकी सच्चाई तक पहुंचे और यह सच्चाई दुनिया के सामने आनी चाहिए।