भारत में राष्ट्रीय युवा दिवस हर वर्ष स्वामी विवेकानंद की जयंती पर मनाया जाता है। स्वामी विवेकानंद युवाओं की प्रेरणा स्त्रोत रहे है,।उनका जीवन दर्शन आज भी भारतीय युवा को कर्मठता ,देश प्रेम कि शिक्षा ही नहीं देता अपितु उसे अपने जीवन में उतारने का साहस भी देता है। भारत सरकार इस वर्ष राष्ट्रीय युवा दिवस कर्नाटक सरकार के सहयोग से 12 से 16 जनवरी तक कर्नाटक के हुबली धारवाड़ में आयोजित कर रही है। जिसका उद्घाटन हमारे माननीय प्रधानमंत्री श्री मोदी जी करेंगे। इस युवा उत्सव की थीम है विकसित युवा, विकसित भारत।
वास्तव में किसी देश का वास्तविक विकास तभी संभव है जब वहां का युवा अपने देश की प्रगति ,उन्नति के लिए प्रयत्नशील है। जिस देश की युवा शक्ति जितनी देश प्रेमी, जितनी कर्मठ, नवाचारी, विकासशील, जागरूक, उन्नति शील होगी वह देश निरंतर प्रगति उसी दिशा में करेगा क्योंकि युवा ही देश का भाग्य हैं जो देश को बदलने की हिम्मत रखते हैं। हमारा देश युवाओं का देश है। हर क्षेत्र में युवा अपने कार्यों से देश का नाम रोशन कर रहे हैं। भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में भी युवाओं की भागीदारी, देश भक्ति के कारण ही अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा। किसी देश का युवा जितना जागरूक होगा, कर्मठ होगा, अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित होगा , देश की समस्याओं के हल के लिए अग्रसर होगा, देश के विकास के लिए समर्पित होगा,वह देश निरंतर उन्नति करेगा। क्योंकि युवा वह है जिसमें उत्साह, ओज है, शक्ति है, जो थकता नहीं,। हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र मोदी जी जहां भी जाते हैं युवाओं का आवाहन करते हैं कि वे देश के विकास के लिए, देश के नेतृत्व के लिए आगे आएं। जिस देश का युवा जागरूक होगा वह देश भी जागरूक होगा,। युवा यदि दिग्भ्रमित है, निस्तेज है, प्राणहीन है, तो उस देश का भविष्य क्या होगा? क्योंकि युवा शक्ति ही देश का भाग्य है। देश का विधाता है युवा, वह कमजोर होगा तो देश कमजोर होगा। अतः आवश्यकता है ऐसी शिक्षा की जो देश
को संस्कारी, ओज पूर्ण, चरित्रवान, देशभक्त युवा दे जो देश के लिए अपना सर्वस्व समर्पण कर सकें ,अपने जीवन से दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत हो।
अतः जरूरत है ऐसे युवाओं की जो आगे आकर अपने स्वार्थों से ऊपर उठकर देश का प्रतिनिधित्व करें, नेतृत्व करें,। तभी हमारा देश फिर से विश्व वसुधा पर गौरव और स्वाभिमान के साथ खड़ा हो सकेगा। फिर से विश्व गुरु के पद पर आसीन हो पूरे विश्व में मानवता ,प्रेम, करुणा, अहिंसा जैसे सद्गुणों की बौछार कर पूरी मानवता को विश्व बंधुत्व का संदेश दे सकेगा।
(© ज्योति)