" चाहतों को कम करके देखिए... जिंदगी बहुत हंसीन है।" {67} "बेनाम रिश्ते नाम कर जाते हैं.. नामधारी रिश्ते नाम के रह जाते हैं।" {68} "जब तुम्हारे किसी काम पर लोग हंसे.. तो समझो तुम सही रा
"किसी का दिल और दुआ दोनों ही बेशकीमती हैं... इन्हें खरीदना इतना आसान नहीं है... बहुत मशक्कत करनी पड़ती है।" {62} " दूसरों की छाया में खड़े रहकर हम अपनी परछाई खो देते हैं... अपनी परछाई के लिए
" एक ख्वाब भर का साथ होता है सबका यहां ... आंख खुलते ही छूट जाता है।" {57} " सर्प-दंश से बच जाते हैं लोग.. .नर-दंश से आजीवन तड़पते हैं लोग...।" {58} "साधना,आराधना,उपासना, विपासना सब इस धर
"बात चाहे बेसलीका हो पर बात कहने का सलीका चाहिए।" {24} "हवाएँ अगर मौसम का रुख बदल सकती हैं... तो प्रार्थना मुसीबत के पल बदल सकती है।" {25}
"आप की ग़लतियाँ इस बात का सबूत हैं कि आप कुछ करने की कोशिश कर रहे हैं और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।" {22} "वक़्त इंसान को कामयाब नहीं बनाता। वक़्त का सही इस्तेमाल इंसान को कामय
"हजारों मर्ज की दवा एक मौन है।" {20} "बुलंदियाँ खुद ही तलाश कर लेंगी तुम्हें, बस मौक़ा ना छोड़ना मुश्किलों में मुस्कुराने का।" {21}
"छोटी- छोटी बातें दिल में रखने से बड़े -बड़े रिश्ते कमज़ोर हो जाते हैं।" {18} "फूल की पंखुड़ियों को तोड़ कर उसकी सुंदरता को इकट्ठा नहीं कर सकते।" {19}
"अच्छे काम करते रहिए... चाहे लोग तारीफ करें या ना करें। आधी से ज्यादा दुनिया सोती रहती है.. .तब भी सूरज निकलता है। चीजों की कीमत मिलने से पहले होती है... और इंसानों की कीमत खोने के बाद होती है
"न रुकी वक्त की गर्दिंश और न ज़माना बदला। पेड़ सूखा तो परिन्दो ने ठिकाना बदला।" {10} "दुःख का कारण कर्म का अभाव है। सुख का कारण कर्म का प्रभाव है और शांति का कारण स्वयं का स्वभाव है।" {11}
"सकारात्मकता ऊंचाइयां छूती है।" {8} "मौन रहना एक साधना है और सोच समझ कर बोलना एक कला है।" {9}
" तिनका हुआ..तो क्या हुआ वजूद है मेरा भी। उड़ उड़ के हवा का रुख तो बताता हूं।" {6} "न डरा ऐ वक़्त मुझे नाकाम होंगी तेरी कोशिशें। ज़िंदगी के मैदान में डटा हूँ मैं दुआओं का काफ़िला लेकर।" {7}
"जीत उसी की होती है जो जिद पर अड़ जाता है। थपेड़ों से तूफानों के जम कर टकरा जाता है।" {3} "हर ग़लत रास्ते के जिम्मेदार हम स्वयं होते हैं... कोई दूसरा नहीं।" {4} "क्या.. सही गलत वास्तव में हो
"जब दर्द शरीर में रच बस जाता है... तो दुख से ऊपर उठकर प्रेरणा बन जाता है।" {1} "वर्तमान की चौखट से झांकता भविष्य ... वर्तमान से ही बनता अतीत अदृश्य। परिप्रेक्ष्य से वर्तमान के बनता भूत भविष्य।
प्रेरक विचार या सुभाषित ऐसे शब्द-समूह, वाक्य या अनुच्छेदों को कहते हैं जिसमें कोई बात सुन्दर ढंग से या बुद्धिमत्तापूर्ण तरीके से कही गयी हो। सुवचन, सूक्ति, अनमोल वचन, आदि शब्द भी इसके लिये प्रयुक्त हो
अपने शरणागत जीव को प्रभु हर प्रकार के अनिष्ट से बचा लेते हैं। ऐसी बात भी नहीं है कि प्रभु आश्रित जीव के जीवन में कभी कोई कष्ट ही नहीं आता। सच बात तो ये है कि प्रभु आश्रित जीव धर्म पथ का अनुगमन क
डॉ.निशा गुप्ता साहित्यिक नाम डॉ. निशा नंदिनी भारतीय का जन्म 13 सितंबर 1962 में उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले में हुआ था। पिता स्वर्गीय बैजनाथ गुप्ता रामपुर चीनी मिल में अभियंता थे और माता स्वर्गीय राधा
कुछ पाना है कुछखोना भी सीखेएक सांस ही आती तो एक सांस है जातीप्रकृति के नियम तो बहुत कड़े है चलना तो होगा हीपत्ते गिरते है शाखाओं से तभी नवी कोपल फूट है पाती हैजो देता है पाता भी वही कु
रात दिन मेहनत करता, जी भर पीता पानी ।तंगी में भी खुश रहतामजदूर तेरी यही कहानी।औरों की सेवा करतासर्दी गर्मी या बरसे प
एक अच्छे इंसान की परिभाषा क्या है?एक अच्छा इंसान हमेशा इन बातों का ध्यान रखता है।जिसे हम परिभाषा भी कह सकते है।1 *उसमें ईमानदारी, इंसानियत, मनुष्यत्व , आदि गुण भी जरूर होंगे।2 *वह अपनी सोच मात्र अपने तक ही सीमित नही रखता। अर्थात वह स्वार्थ से दूरी बनाये रखता है। दुसरो के