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पौराणिक

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 एक हाथ से प्रणाम नही करना चाहिए। सोए हुए व्यक्ति का चरण स्पर्श नहीं करना चाहिए।  बड़ों को प्रणाम करते समय उनके दाहिने पैर पर दाहिने हाथ से और उनके बांये पैर को बांये हाथ से छूकर प्

बनारस काशी विश्वनाथ  मंदिर से कुछ ही दूरी पर माता अन्‍नपूर्णा का मंदिर है। इन्‍हें तीनों लोकों की माता माना जाता है। कहा जाता है कि इन्‍होंने स्‍वयं भगवान शिव को खाना खिलाया था। इस मंदिर की

भोजन करने की दिशा कौन सी हो, जानिएआप भोजन कौन सी दिशा में कर रहे हैं?इसका वास्तु के अनुसार बहुत महत्व है और आपके स्वास्थ्य और शरीर पर भी इसका अनुकूल और प्रतिकूल असर पड़ता है।. पूर्व दिशापूर्व दिशा

भगवती यमुना जी का आविर्भाव दिवस (चैत्र षष्ठी 'श्री यमुना जयंती')सनातन धर्म में भगवान श्रीकृष्ण को सर्वेश्वर माना गया है। हिंदू धर्मग्रंथों में उनकी जिन आठ पटरानियों का उल्लेख है, भगवती यमुना भी उनमें

व्रत रखने के नियम दुनिया को हिंदू धर्म की देन है। व्रत रखना एक पवित्र कर्म है और यदि इसे नियम पूर्वक नहीं किया जाता है तो न तो इसका कोई महत्व है और न ही लाभ बल्कि इससे नुकसान भी हो सकते हैं। आप व्रत ब

पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार सतयुग में महाविनाश उत्पन्न करने वाला ब्रह्मांडीय तूफान उत्पन्न हुआ, जिससे संपूर्ण विश्व नष्ट होने लगा इससे चारों ओर हाहाकार मच गया। कई लोग संकट में पड़ गए और संसार की रक

हिमाचल प्रदेश में कांगड़ा से 30 किलो मीटर दूर स्तिथ है ज्वालामुखी देवी। ज्वालामुखी मंदिर को जोता वाली का मंदिर और नगरकोट भी कहा जाता है। ज्वालामुखी मंदिर को खोजने का श्रेय पांडवो को जाता है। इसकी गिनती

पृथ्वी तत्व- शौच किया हुआ मल पृथ्वी तत्व का होता हैं। जल तत्व- मूत्र मल विसर्जन जल तत्व का होता है। वायु तत्व- कार्बन डाई ऑक्साइड व अन्य विशाक्त वायु मल, वायु तत्व की होती हैं। अग्नि तत्व- स्नान के बा

यदि आप पुत्र प्राप्त करना चाहते हैं और वह भी गुणवान, तो हम आपकी सुविधा के लिए हम यहाँ माहवारी के बाद की विभिन्न रात्रियों की महत्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं।▪ चौथी रात्रि के गर्भ से पैदा पुत्र अल्पायु औ

पुराण के अनुसार काशी में दर्शन से दस गुना, प्रयाग से सौ गुना और नैमिषारण्य से हजार गुना पुण्य देने वाले श्री बाबा अमरनाथ के दर्शन हैं।गुफा के दर्शन का महत्वइस गुफा का महत्व इसलिए नहीं है कि यहां हिम श

एक रात की बात हैं, माता कौशल्या जी को सोते हुये अपने महल की छत पर किसी के चलने की आहट सुनाई दी।नींद खुल गई, पूछा कौन हैं ?मालूम पड़ा श्रुतकीर्ति जी (सबसे छोटी बहु, शत्रुघ्न जी की पत्नी)हैं ।माता कौशल्

रात में सन्नाटा जब छा जाता, शान्त वातावरण हो जाता, मन को मिलती शांति, दूर होती अशान्ति, दिनभर थके मान्दे लोग, करते हैं आराम, बन्द हो जाते हैं सब कलकारखाने और काम,  जाने लगते सब निद्रा की गोद में

 वैष्णो देवी उत्तरी भारत के सबसे पूजनीय और पवित्र स्थलों में से एक है। यह मंदिर पहाड़ पर स्थित होने के कारण अपनी भव्यता व सुंदरता के कारण भी प्रसिद्ध है। वैष्णो देवी भी ऐसे ही स्थानों में एक है ज

समस्त जगत जिस शक्ति से चलित है, उसी शक्ति की दस स्वरूप हैं ये दस महाविद्याएँ, जिनके नौवें क्रम में भगवती मातंगी का नाम आता है। भगवान शिव के मतंग रूप में उनकी अर्द्धांगिनी होने के कारण ही उनकी संज्ञा म

रजस्वला स्त्री मासिक धर्म, एक स्त्री की पहचान है, यह उसे पूर्ण स्त्रीत्व प्रदान करता है। लेकिन फिर भी हमारे समाज में रजस्वला स्त्री को अपवित्र माना जाता है। महीने के जिन दिनों में वह मासिक चक्र के अंत

  निराकार ब्रह्म शिवकी शक्ति महामाया महात्रिपुर सुंदरी विंध्यवासिनी। ललिता सहस्त्र पाठमे महात्रिपुरसुन्दरी का भूलोकमे विन्धयाचल धाम वर्णित किया गया है । सृष्टि रचना समय ब्रह्माजी ने 14 ब्रह्मांड

यदि आप देवी के भक्त है तो आपको यह लेख जरूर अंत तक पढ़ना चाहिए क्योंकि इससे आपके भ्रम का समाधान होगा। तब आप जान सकेंगे कि आप किस देवी की पूजा कर रहे हैं। हिन्दू धर्म में सैंकड़ों देवियां हैं। उनमें से



 *श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे; फिर भी न वैवाहिक जी

 *श्री राम का विवाह और राज्याभिषेक, दोनों शुभ मुहूर्त देख कर किए गए थे; फिर भी न वैवाहिक जीवन सफल हुआ, न ही राज्याभिषेक*और जब मुनि वशिष्ठ से इसका उत्तर मांगा गया, तो उन्होंने स्पष्ट कह दिया -*सुन

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