रामधारी सिंह 'दिनकर' ' (23 सितम्बर 1908- 24 अप्रैल 1974) हिन्दी के एक प्रमुख लेखक, कवि व निबन्धकार थे। वे आधुनिक युग के श्रेष्ठ वीर रस के कवि के रूप में स्थापित हैं। 'दिनकर' स्वतन्त्रता पूर्व एक विद्रोही कवि के रूप में स्थापित हुए और स्वतन्त्रता के
Ye khani ek esi ladi ki hai jo Banaras se mumbai apne sapne lekar aai hai college ki padhai karne vakil banane pyar ishq jaisi chijo se usko matlab nhi par kya hoga jab uski jindgi me aaega uska Prem aur shuru hogi unke Prem ki ek dasta
प्रस्तुत उपन्यास" ब्लाइंड: आनंद की खोज एक पीरियड ड्रामा है जो वर्ल्ड वार के समय घटित हुआ था। जिसके विरोध में साहित्यकारों, चित्रकारों, संगीतकारों ने मिलकर एक आंदोलन शुरू किया था जिसे दादावाद नाम दिया गया था। इसका नायक एक बाइसेक्सुअल चरित्र है जिसे ब
तो बहुत से दिलजले निकले
5 मिसरों में जीवन की फिलासफी बयां है।
आशिकी अकसर विरह का कारण बनती है।
यह कहानी है विक्रांत की जो अपना पूरा जीवन मौज-मस्ती के साथ बिना किसी बंधन में बंधे जीना चाहता है । मगर बाद में वो अंजली से प्यार कर बैठता है । उन दोनों का प्यार कुछ ही समय तक एक बेहतरीन प्रेम कहानी की तरह चलता है क्योकि शालिनी के आ जाने के बाद सब बदल
इस किताब में मैंने कुछ शायरियां प्रस्तुत की हैं जो प्यार से, बेवफाई से, दर्द से, खुशी से, दुःख से भरी हैं।
कहनी कुछ सच्चाई है जो आज कल के माहोल में सच साबित होते हुए मैने खुद देखी है । कहानी सभी किरदार काल्पनिक है ये बस कहानी किसी की जिंदगी से मिलती जुलती है , जो सच में मुझे किसी ने सुनाया था काफी टाइम पहले सोचा आप लोगो के साथ शेयर कर लू वैसे अगर आप ल
इसमें गीत ग़ज़ल और गीतिका का संग्रह है।
मेरा कविता संग्रह आपकी सेवा में ऱखते हुए मुझे बेहद ख़ुशी है | एक प्यारकी परिभाषा है ' जो आखो से उतरकर दिल मे दस्तक देती हैं ' जो सारे संसार को अद्भुत बनने में संयोग करती है | ऐसे ही मेरी लिखी कूछ पंक्तिया प्यार नाम प्यार को समर्पित हैं | धन्यवाद क
मेरी तन्हाई मुझसे बहुत मुहब्बत करती है।
जीवन के भिन्न आयामों को रेखांकितकरती हुई । गज़ल
मनप्रीत एक बॉक्सर है ,उसके बॉक्सर बनने कि कोशिश पर बनी कहानी है
अभी - हमारे story का हीरो, स्मॉर्ट hansom हांक, चुस्त गठीली बॉडी, जिसमे उसके 6ऐप्स कोई भी साफ देख सकता है, आंखे तो ऐसे जिसमे एक बार कोई देख ले तो बस देखता hi रह जाए। अभी bs इटना ही बाकि बाद में ok, ********************************** कंगना k - कंगन
ज़िन्दगी कतनी उलझनोंव दर्द से सराबोर है।
प्रेमिका की बेवफाई से परेशान प्रेमी के मन की भावनाएँ।
दर्द की दास्तान ना सुना पाए शब्दों का ले सहरा कागज़ पर सजाए आंसू बने स्याही तन्हा रातें चांद सितारे दे गवाही टूटे दिल की ये दास्तां खुशियों से था कभी हमारा भी वास्ता वक़्त ने खेला खेल तकदीर बनी रकीब दूर हुआ वो जो था सबसे करीब