"मुझे इश्क है तुझी से".... एक ऐसी लड़की की कहानी है जो कॉलेज में जाने वाली अपने परिवार की पहली लड़की है कॉलेज में एक लड़का उसको बहुत प्यार करता है वह भी उस लड़के से प्यार करने लगी है स्वतंत्र विचारों की लड़की क्या घरवालों का विरोध कर पाएगी..........
यह किताब दर्शाती है कि कैसे छोटे से गाँ का एक लड़का जिसका नाम मृदुल है भविष्य सँवारना की उम्र में उसी के गाँ की एक लड़की काव्या जो इन्दौर शहर में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही होती है, उसके प्यार में पड़ जाता है। किताब की कहानी की शुरूआत लेखक मृदुल के गाँव
--"तुम भी..." "तुम भी..."मेरी छठवीं कविता संग्रह है जो 'शब्द इन'पर आन लाइन लिखी जा रही है और वहीं से इन लाइन प्रकाशित भी होगी।यह संग्रह पूर्ण होने से पहले तक नि:शुल्क रहेगी जो पूर्ण होते ही सशुल्क कर दी जायेगी। संग्रह में संकलित मेरी
Chhote se gaaw ki kahani janha do kirdar ak hi sath padhte hai. Ishq hota hai.dono ak dusre se bepanaah mohabbat karte hai. Ladki aage jati hai .UPSC crack kar leti hai.ladka insecurity aur sab mansik chinatan ,wo kaha kiske sath hogi.isi me uljha ho
ये कहानी है अंजली और अभिनव की जो समाज के रूढ़िवादी विचारों के चलते एक दूसरे से अलग हो गए। दोनों ने अपने परिवार को सम्मान देने के खातिर अपने प्यार की कुर्बानी दे दी। और एक दूसरे की ज़िंदगी से अलग हो गए। पर नियती को कुछ और ही मंजूर था। दोनों एक बार फिर
'आधा तुम मुझमें हो',यह मेरी छठवीं कविता संग्रह है।यह शब्द इन प्लेटफार्म पर प्रकाशित हो रही है।इसके पहले काव्य वाटिका,मन की कोठरी से,मन की गठरी तथा तुम्हीं से शुरु,शब्द इन पर तथा शब्द कलश योर कोट्स से प्रकाशित हो चुकी है।इस नवीन काव्यसंग्रह में 50कव
ये कहानी है रुद्र और गौरी की.....जो दोनो पिछले जनम मे एक ना हो सके............ क्या इस जनम मे हो पायेंगे......... ??
ये कहानी एक प्रेम कहानी है जो अन्य सभी कहानी की तरह ही है लेकिन इसके किरदार सामान्य नहीं हैं। इस कहानी में एक ऐसे मुद्दे के बारे में बात की गई है जिसके बारे में ना ही कोई बात करना चाहता है और न कोई लिखना। ये कहानी समलैंगिक प्रेम पर आधारित है और इस कह
प्रेम जैसे पवित्र रिश्ते पर अंकित इस कहानी में कहो तो कुछ नयापन नहीं है, और अन्य लेखकों की तरह मैं ये नहीं कहूंगा की मेरी कहानी सबसे हट के है, पर प्रेम जैसे विषय के साथ बिलकुल भिन्न कथानक पर आधारित है मेरी कहानी। सिर्फ ३ किरदारों के इर्द गिर्द घूमती
मन की अहसास मिलेजुले जज्बात ग़म और खुशी का सफ़र जीवन पर होता है क्या असर
इंसान का जीना ही एक रचना के जैसी होती है, कभी कविता के रूप में तो कभी कहानी के रूप में उसमे भी बिरह प्रेम छल आदि को कवि के द्वारा दर्शन किया जाता है
यह बहुत मजेदार और शिक्षाप्रद पुस्तक है
दोस्तो यदि किसी लड़की या लड़के को किसी से प्यार है तो पहला इजहार कैसे करे करे कि कि वो भी करती है तो मान जाए और नहीं करती है तो वो किसी से ना कहे
इस किताब में आपको मेरी प्यारी शायरीया पढने मिलेगी
इस पुस्तक में मैंने अपने अनुभवों के आधार पर कुछ कविताओं एवं शेर ओ शायरियो के माध्यम से प्यार पैसा और परिवार के बिच का समबन्ध बताने का प्रयाश किया हे ! आज के युवाओ को समझना होगा की प्यार पैसा और परिवार तीनो ही जीवन के अभिन्न अंग हे परन्तु इन तीनो में
यह कहानी एक ऐसी लड़की की है जो अनजाने से देश में अपने प्यार के लिए आयी है. लेकिन देश के सरजमीं पर कदम रखते ही उसके साथ कुछ ऐसा हुआ की उसकी ज़िन्दगी ही बदल गयी. उसकी किस्मत में कुछ और ही लिखा हुआ था . ऐसा क्या हुआ जानने के लिए पढ़े इंकार या इकरार.
इश्क, मोहब्बत, प्यार, लव, प्रेम, चाहत और न जाने कितने ही नाम हैं इस एहसास के... एहसास वो जिसका बखान करने वाले शायर बन गए... एहसास वो जिसे महसूस करके कई आशिक दीवाने बन गए... इसी एहसास की लहरों में हिचकोले लगाती हुई ख्वाहिशों की है य
मेरी किताब ग़ुंचा-ऐ-ग़ज़ल ख़ूबसूरत ग़ज़लों और शेरों का एक हसीन गुलदस्ता है। मेरी इस पुस्तक में ग़ज़लों और कविताओं द्वारा कभी सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार हुआ है तो कभी हास्य-व्यंग्य का प्रयोग कर कविताओं द्वारा मनोरंजन किया गया है। शेरों-शायरी से कभी-
लफ्जों की लहरें मन के आंगन में आकर ठहरे लफ़्ज़ों के मोती एहसासों के धागे में पिरोकर कविताओं में सजाए जज्बातों के सागर में लफ्जों की मचलती इन लहरों को एहसासों के किनारे मिल जाए कविताओं के सहारे कुछ यूं सजाए जीवन के हर पहलू को अपने अंदाज में
मेरी किताब आरज़ू मेरे दिल में उठते हुए रंग बिरंगे जज़्बातों का आईना है अपने जज़्बात को मैंने कभी कविता तो कभी लेख के रूप में पिरोया है और कोशिश की है कि मैं अपनी रचनाओं द्वारा पाठकों का हौसला बढ़ा सकूं...... उनका मार्गदर्शन कर सकूं,,,, उदास हो तो उनक