एक ही ऑफिस में काम करते हुए लोगो को अपने सहकर्मियों का काफी समय एक साथ रहना होता है ,उसमे अक्सर एक दूसरे के प्रति लगाव होना एक प्राकृतिक देन है ,विशेष कर एक महिला और पुरुष का आकर्षण भी होना स्वाभाविक है ,इसी पर बेस्ड यह कहानी है ,
मेरी किताब ग़ुंचा-ऐ-ग़ज़ल ख़ूबसूरत ग़ज़लों और शेरों का एक हसीन गुलदस्ता है। मेरी इस पुस्तक में ग़ज़लों और कविताओं द्वारा कभी सामाजिक कुरीतियों पर प्रहार हुआ है तो कभी हास्य-व्यंग्य का प्रयोग कर कविताओं द्वारा मनोरंजन किया गया है। शेरों-शायरी से कभी-
इस पुस्तक में मैंने अपने अनुभवों के आधार पर कुछ कविताओं एवं शेर ओ शायरियो के माध्यम से प्यार पैसा और परिवार के बिच का समबन्ध बताने का प्रयाश किया हे ! आज के युवाओ को समझना होगा की प्यार पैसा और परिवार तीनो ही जीवन के अभिन्न अंग हे परन्तु इन तीनो में
यह कहानी एक ऐसी लड़की की है जो अनजाने से देश में अपने प्यार के लिए आयी है. लेकिन देश के सरजमीं पर कदम रखते ही उसके साथ कुछ ऐसा हुआ की उसकी ज़िन्दगी ही बदल गयी. उसकी किस्मत में कुछ और ही लिखा हुआ था . ऐसा क्या हुआ जानने के लिए पढ़े इंकार या इकरार.
इश्क, मोहब्बत, प्यार, लव, प्रेम, चाहत और न जाने कितने ही नाम हैं इस एहसास के... एहसास वो जिसका बखान करने वाले शायर बन गए... एहसास वो जिसे महसूस करके कई आशिक दीवाने बन गए... इसी एहसास की लहरों में हिचकोले लगाती हुई ख्वाहिशों की है य
❣️❣️ प्रेम डगर ❣️❣️ ख्वाबों का एक अनजाना नगर आसान कहां है, मुश्किल बड़ा ये सफर कभी इन राहों में कलियां खिल जाए कभी बेवफाई की ठोकर मिल जाए कभी खूबसूरत से मोड़ है आते तो कभी दर्द की राह में मुड़ जाते रुसवाई के भी है फसाने चाहत के कुछ अफसाने कभी जुदाई औ
हम जिसे प्रेम कहते हैं वह हम तक मात्र किस्से-कहानियों और फिल्मों के माध्यम से पहुँचा है। ये भी एक ग़लतफहमी है कि प्रेम नैसर्गिक होता है। प्रकृति में, जानवरों में जो प्रेम दिखता है वो प्राकृतिक सौहार्द हो सकता है, प्रेम नहीं। प्रेम तो सीखना पड़ता ह
मेरी कलम से निकली सामाजिक तत्वों को उजागर करती कुछ नज़्में इस किताब में नज़र आने वाली हैं । जिनमें आजकल के दौर के रिश्तों को बाखूबी दर्शाया गया है । बजाय मैं खुद कुछ कहूँ इस से बेहतर यही की मेरी नज़्में औऱ कविताएं ही आप से बातें करें । सादर
राधे राधे दोस्तों आज मैं लेकर आई हूं एक नई कहानी , कहानी एक पत्नी के त्याग की , और एक पति के प्यार की, अजीत और तृषा की दोस्ती की , अजीत , तरुण मिहिर और मृत्युंजय की दोस्ती की , मृत्युंजय और तृषा के प्यार की कहानी धर्मप्रेमिका एक ऐसी पत्नी जिसे समाज
दो टीन एज बच्चो का प्यार पर आधारित कहानी है,!
भूतनाथ बाबू देवकीनंदन खत्री का तिलस्मि उपन्यास है। चन्द्रकान्ता सन्तति के एक पात्र को नायक का रूप देकर देवकीनन्दन खत्री जी ने इस उपन्यास की रचना की। किन्तु असामायिक मृत्यु के कारण वे इस उपन्यास के केवल छः भागों लिख पाये उसके बाद के अगले भाग को उनके प
उसकी कजरारे वो सुन्दर सा नयन , उसकी वो चाल जैसे कोई कोई मृग नयनी विचरन कर रही हो । उसकी मदहोश कराने बाली अदा ... जैसे किसी को भी पागल किये है जाए । वह सुन्दरता की कोई संगमरमर की तरासी कोई मुरत । मदहोश कराने बाली छवि की मालकिन मधुलिका ... प्यार से स
यह पुस्तक एक कविता संग्रह है । यह पुस्तक मेरे द्वारा अनुभव किये गए जिंदगी के कुछ वास्तविक घटनाओं से प्रेरित है और कुछ काल्पनिक प्रसंगों का चित्रण कविताओं के माध्यम से करने का प्रयास किया है । कवितायें मुखयतः छंदमुक्त है और सरल भाषा में लिखने का प्रया
प्रेम से है जीवन प्रेम से है प्यारा हर बंधन प्रेम बिन सुना लगे जहां जुदाई के दर्द से प्रेम का गुलशन वीरान शब्दों के सांचे ढालने एक छोटा सा प्रयास प्यार के खट्टे मीठे कुछ अहसास कुछ सुने कुछ अनसुने से जज्बात प्रेम के निराले रूप मेरे प्रेम का र
जरा सोचिये क्या होगा अगर आपके पत्ते पर किसी ऐसे व्यक्ति की चिट्टी आ जाये . जिसे आप जानते ही ना हो। शायद आप इसे नजरंदाज कर देंगे लेकिन फिर दूसरी चिठ्ठी आगे पर एक वार को आप सोचने पर मजबूर हो जायेंगे क्या होगा अगर आप उन दोनों चिट्ठियों का जवाब लिख के भे
लफ्जों की लहरें मन के आंगन में आकर ठहरे लफ़्ज़ों के मोती एहसासों के धागे में पिरोकर कविताओं में सजाए जज्बातों के सागर में लफ्जों की मचलती इन लहरों को एहसासों के किनारे मिल जाए कविताओं के सहारे कुछ यूं सजाए जीवन के हर पहलू को अपने अंदाज में
मोहोब्बत को मंजिलों की तलाश होती है पर इनकी मोहोब्बत को एक दूसरे की तलाश है
मैं शून्य हूँ तुम श्वाँस हो मेरे दशा की न्यास हो। तुम ज़िंदगी तुम बंदगी सुरभित समर उछ्वास हो।। मेरे दशा की न्यास हो।। उल्लास तुमसे आजकल कंचन धनक में रंग है। औचक महक कर देह संदल कर रहा हिय दंग है। मुश्किल बहुत है प्रेम में लेकिन सुगम मलमास हो। मे
प्यार - हमारे जीवन का अस्तित्व है। यह एक एहसास है जो दिमाग से नहीं दिल से होता है। सच्चा प्यार वहीं होता है जो अच्छे - बुरे सभी हालातों में हमारा साथ दे। प्यार इंसान को बदल देता है। उसके अंदर एक निर्मल और स्वच्छ भाव पैदा करता है। दुनिया में लोगों ने
यह कहानी एक टीनेज लड़का सुमित की है।