सुरैया के पिता का निधन हो जाने के बाद उसका इस दुनिया मे कोई नही रह गया , उसके पास इतने पैसे तक नही थे कि अपने पिता के शव को कफ़न से ढक सके, इकलौता घर होने के कारण किसी से मदद मिलने की संभावना भी नही थी अगर वह मदद बुलाने जाती है तो पीछे पिता के शव के
Pyar sbd bolne m to bachut mitta or madhur h pr ager nibhane ki bari aaye to utna hi ktttin or muskil jitna apni aatma ko jagrit krna or bhavan ko pa lena . Prem or pyar m itna hi antr h ki prem hum bgvan se ma baap bhai bahen se krte h lekin pyar
श्रंगार रस से भरपूर कविताओं का संकलन है यह किताब ।
--"तुम भी..." "तुम भी..."मेरी छठवीं कविता संग्रह है जो 'शब्द इन'पर आन लाइन लिखी जा रही है और वहीं से इन लाइन प्रकाशित भी होगी।यह संग्रह पूर्ण होने से पहले तक नि:शुल्क रहेगी जो पूर्ण होते ही सशुल्क कर दी जायेगी। संग्रह में संकलित मेरी
मैं प्रेम में हूँ या मुझमें ही प्रेम है क्या तुम बता सकते हो किसमे प्रेम है चारो तरफ प्रेम मय जगत के मैं तन्मयता से तन्मय हूँ हाँ प्रेम मेरे भीतर ही बहता है इतर उतर पता नही किधर मगर कुछ तो है मेरे भीतर पिघलता है जमता है फिर बह जाता ममत्वय से कुछ पान
Chhote se gaaw ki kahani janha do kirdar ak hi sath padhte hai. Ishq hota hai.dono ak dusre se bepanaah mohabbat karte hai. Ladki aage jati hai .UPSC crack kar leti hai.ladka insecurity aur sab mansik chinatan ,wo kaha kiske sath hogi.isi me uljha ho
रेत का महल एक अनोखी प्रेम कहानी है। जो प्रकृति के इर्द गिर्द रची गई है। इसमें प्रेम और प्राकृतिक सन्दर्य का अनोखा संगम है। सच्चे प्रेम और संयोग की एक अनूठी कहानी है। इस कहानी का अगर कोई सरल और पूरा शीर्षक हो सकता है वो होगा, प्रीत की डोर से बंधा रेत
Divyanjli Verma द्वारा लिखी गई ये किताब छोटी छोटी प्रेम कहानियो का संग्रह है।
प्रेम में डुबी प्रेमिका का प्रेम भरें मन की चंचलता और उसके प्रेमी की गई चाहत
इस पुस्तिका में मेरे सामाजिक परिवेश की परिस्थियों से प्रभावित छः काल्पनिक कहानियाँ है । आशा है ये कहानियाँ आपको पसंद आएंगी ।
प्रेम रस से भरी कविताएं जिसमे आज के जमाने का बेपनाह प्रेम को दर्शाया गया है। जिसमे एक निश्छल प्रेम का भाव दिखता है। जब एक लडकी को किसी लड़के से प्रेम होता हैं तो वह उस लड़के को अपना सब कुछ समझ लेती है। उसके नाम से भी प्रेम कर लेती हैं,और उसे हर जगह
कुछ ऐसी बातें.. जो शब्दों से अनकही रह गई.. दिल में कहीं दबी रह गई... उन खामोशियों को शब्द देने की एक कोशिश😊❣️
यह संकलन सिर्फ़ शब्दों का नहीं बल्कि उन सभी एहसासों का है, जो शब्दो से सजकर भी अनछुए या अनकहे रह जाते है। एहसास बहुत सुनहरे होते है, एक ही एहसास किसी को ख़ुशी तो किसी को ग़म दे जाता है।एहसासों की दुनिया पूरे होने की दहलीज़ पर खड़ी रहती हैं, जो किस
अधूरे सपने, अधूरा ख्वाब और ना मुक्कमल हुई जिंदगी को एहसासों के जरिये कोरे काग़ज़ों पर उतारने की अधूरी कोशिश की है..... टूटे सपनों में कितनी खनक होती है आप मेरी इस किताब को पढ़ के शायद महसूस कर पायेंगे...
प्रेम पर आधारित।
गोमती एक्सप्रेस की रफ्तार धीमी होने लगी, और धड़-धड़ की आवाज भी धीमी होती जा रही थी, मतलब साफ है की स्टेशन आ गया है या आने वाला है। ट्रेन की रफ्तार धीमी होती जा रही थी और आलोक की धड़कने तेज, क्योंकि जब भी आलोक कहीं जा रहा होता है बस से हो, ऑटो से हो या फ
Please do not read this book to children under 18
इस किताब को लिखने का उद्देश्य मेरे मन के विचारों को जीवन्त रूप देना था आशा है पाठकों को मेरी कविता पसंद आएगी
यह एक उत्तर भारत की प्रसिद्ध लोक कथा है ,इसी कथा से पति पत्नी का रिश्ता सात जन्म तक होता है कहा जाता है ,एक अप्सरा और गंधर्व की प्रेम कहानी है ,!!
नादान पुस्तक में आपका स्वागत है। इस पुस्तक में आप बचपन से लेकर जवान होने तक जिंदगी के ढेर सारे पैहलु से रूबरू होंगे। आप नादान में अनेको किरदार से रूबरू होंगे और आप उन्ही किरदारों के साथ घुल मिल जाएंगे। इस पुस्तक में आप देखेंगे एक अनोखा प्रेम कहानी।