कांई थाकों नाव हैं,,
किस्यों थाकों गांव हैं
जरा बताओ तो सही •--
मंशीराम देवासी म्हारो नाव हैं
बोरुंदो म्हारो गांव हैं,,
जरा आडो खोलो तो सही •--
कांई लाया हो
कठे आया हो
जरा बताओ तो सही •--
पत्र प्रेम रो लायो हूँ
सही ठिकाणे आयो हूँ
जरा पत्र बांचण दो तो सही •--
पत्र मे कांई लिख लाया हो
मनै जाणौ कोनी थे
जरा सुणावौ तो सही •---
थारी सुरत अर थूँ
मन मे म्हारे भायगी
थूँ मनै अपनायेगी के नहीं
जरा बता तो सही •---
पत्र प्रेम रो ऐसी प्रित लगायदी
मे कईया थान्सूँ अलगी रहूँगी
जरा समझो तो सही •--
प्रेमी इण पूरी दुनिया
ने प्रेम मे डुबायदी ,
थोड़ी बौत कमी ही बिने
अपा दोन्यू प्रेम कर ने पूरी करदी ,,
•------विचारक
भाई मंशीराम देवासी
बोरुंदा जोधपुर -राजस्थान
📱 9730788167